जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली (संवाददाता) पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के मुताबिक़, कोरोना वायरस महामारी से हुए नुकसान से निबटने के लिए भारत को तत्काल तीन क़दम उठाने चाहिए हैं । पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह बीबीसी से ईमेल के ज़रिए बातचीत मे कही हैं। बड़े तौर पर भारत में आर्थिक सुधार कार्यक्रम का श्रेय डॉ. सिंह को दिया जाता है ।मनमोहन सिंह कहते हैं, पहला क़दम यह है। कि सरकार को “यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों की आजीविका सुरक्षित रहे और अच्छी-ख़ासी सीधे नक़दी मदद के ज़रिए उनके हाथ में खर्च लायक पैसा होना चाहिए । दूसरा, सरकार को कारोबारों के लिए पर्याप्त पूंजी उपलब्ध करानी चाहिए। इसके लिए एक “सरकार समर्थित क्रेडिट गारंटी प्रोग्राम चलाया जाना चाहिए.” तीसरा, सरकार को “सांस्थानिक स्वायत्तता और प्रक्रियाओं” के ज़रिए वित्तीय सेक्टर की समस्याओं को हल करना चाहिए।महामारी शुरू होने से पहले से ही भारत की अर्थव्यवस्था सुस्ती की चपेट में थी। 2019-20 में देश की जीडीपी (ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट यानी सकल घरेलू उत्पाद) महज 4.2 फ़ीसदी की दर से बढ़ी है. यह बीते क़रीब एक दशक में इसकी सबसे कम ग्रोथ रेट है। लंबे और मुश्किल भरे लॉकडाउन के बाद भारत ने अब अपनी अर्थव्यवस्था को धीरे-धीरे खोलना शुरू किया है। लेकिन, संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ रही है और ऐसे में भविष्य अनिश्चित जान पड़ रहा है।गुरुवार को कोविड-19 केसों के लिहाज से भारत 20 लाख का आँकड़ा पार करने वाला तीसरा देश बन गया है।