जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली संवाददाता फ़िल्म अभिनेता आमिर ख़ान तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप अर्दोआन की पत्नी एमीन अर्दोआन से मुलाक़ात की वजह से चर्चा में हैं। आमिर से मुलाक़ात की तस्वीरें एमीन ने 15 अगस्त को ट्विटर पर शेयर की हैं।एमीन ने लिखा, “इस्तांबुल में दुनिया के जाने-माने एक्टर, डायरेक्टर, फ़िल्ममेकर आमिर ख़ान से मुलाकात हुई. मुझे ये जानकार खुशी हुई कि आमिर ने अपनी नई फ़िल्म ‘लाल सिंह चड्ढा’ की शूटिंग तुर्की के अलग-अलग हिस्सों में करने का फ़ैसला किया है।” एमीन अर्दोआन के साथ आमिर की ये मुलाकात भारत में कुछ लोगों को रास नहीं आ रही है।

बीजेपी नेता और दिल्ली दंगों से पहले अपने भाषण की वजह से चर्चा में रहे कपिल मिश्रा समेत वरिष्ठ बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी इस मुद्दे पर लिख रहे हैं। कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया, “इन्हें इंडिया में डर लगता है।” सुब्रमण्यम स्वामी ने तंज करते हुए ट्वीट किया, “यानी मैं सही साबित हुआ हूं कि आमिर ख़ान तीनों ख़ानों में से एक हैं।”

‘नफ़रत फैलाने वाली रिपोर्ट पर फ़ेसबुक की सफाई


फ़ेसबुक ने भारत की सत्ताधारी पार्टी बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के ‘नफ़रत फैलाने वाले भाषण’ पर नरमी रखने के आरोपों का जवाब दिया है। ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि फ़ेसबुक भारत में अपने कारोबारी हितों को देखते हुए बीजेपी नेताओं के नफ़रत फैलाने वाले भाषणों पर सख़्ती नहीं बरतता है।भारत मे राहुल गाँधी ने इसको मुद्दा बनाया है और कांग्रेस भाजपा के नेता इस पर भिड़े हुए हैं । इस पूरे मामले पर फ़ेसबुक ने कहा है कि ‘हेट स्पीच’ यानी नफ़रत फैलाने वाले भाषण के ख़िलाफ़ उसकी नीति स्वतंत्र है और इसका किसी पार्टी या विचारधारा को लेकर सख़्ती और नरमी का संबंध नहीं है। इस बीच फ़ेसबुक की पब्लिक पॉलिसी डायरेक्टर (दक्षिण और मध्य एशिया) ने दिल्ली पलिस की साइबर सेल इकाई में कई लोगों के ख़िलाफ़ शिकायत दर्ज कराई है। अंखी दास का कहना है कि वाल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट आने के बाद कई लोगों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी है। वॉल स्ट्रीट जर्नल की रिपोर्ट में दावा किया गया था कि अंखी दास ने अपनी टीम को बीजेपी के एक विधायक की हेट स्पीच वाले पोस्ट पर कार्रवाई से रोका था। फ़ेसबुक के एक प्रवक्ता ने कहा, ”हम नफ़रत फैलाने वाले भाषणों को रोकते हैं. इसे लेकर हमारी एक वैश्विक नीति है और इसका संबंध किसी राजनीतिक पार्टी या विचारधारा से नहीं है. हमें इस मामले में और काम करने की ज़रूरत है. हम इस मामले में निष्पक्षता और निगरानी को लेकर लगातार काम कर रहे हैं।

बहरीन में मूर्तियों तोड़ने के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई


बहरीन की पुलिस का कहना है कि एक दुकान में हिंदू मूर्तियों को तोड़ने वाली महिला के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की गई है। जुफ़ैर के मानमा इलाक़े में बनाए गए एक वीडियो में ये महिला दुकान में घुसकर भगवान गणेश की मूर्तियां तोड़ती दिख रही है। महिला वीडियो में कह रही है कि बहरीन मुसलमानों का देश है पुलिस ने ट्विटर पर जारी एक बयान में कहा है कि 54 वर्ष की इस महिला के ख़िलाफ़ कार्रवाई की गई है और अब इसे अभियोजक के पास भेजा गया है। पुलिस ने कहा, जुफ़ैर में दुकान में तोड़फोड़ करने और एक संप्रदाय का अपमान करने के आरोप में महिला पर क़ानूनी कार्रवाई की गई है और उसे अभियोजक के पास भेजा गया है। बहरीन के एक शीर्ष अधिकारी ने इसे नफ़रत से प्रेरित कृत्य बताते हुए इसकी आलोचना की है। शाही परिवार के सलाहकार ख़ालिद बिन अहमद अल खलीफ़ा ने एक ट्वीट में कहा है, धार्मिक प्रतीकों को तोड़ना बहरीन के लोगों की प्रकृति का हिस्सा नहीं है. ये एक अपराध है जो उस नफ़रत का प्रतीक है जिसे हम अस्वीकार कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि ये एक बाहरी आपराध है. बहरीन में क़रीब 17 लाख लोग रहते हैं, इनमें से आधे से अधिक बाहर से आए हुए लोग हैं. बहरीन के गृह मंत्रालय की ओर से भी इस संबंध में ट्वीट किया गया है।

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