लखनऊ में हुई डबल मर्डर मामले में रेलवे के अधिकारी आर डी वाजपेयी ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है जबकि पुलिस ने विगत दिनों खुलासा कर दिया था कि बेटी ने ही अपनी माँ और भाई की हत्या की है। बेटी का नाम न देकर अज्ञात के खिलाफ की एफआईआर दर्ज कराइ है। लखनऊ पुलिस उपायुक्त मध्य श्री सोमेन बर्मा के अनुसार रेलवे अधिकारी आर.डी. वाजपेयी की तहरीर पर गौतम पल्ली थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें अभियुक्त के तौर पर किसी का नाम नहीं दिया गया है।

चंदन अस्पताल की एक और लापरवाही. इलाहाबाद विश्विद्यालय के पूर्व प्रोफेसर और प्रदेश सरकार के पूर्व राज्यमंत्री फजले इमाम साहब का आज सुबह चंदन अस्पताल में देहांत हो गया। अस्पताल ने कोरोना संक्रमण की पुष्टि की थी। मौत के बाद परिजनों को शक हुआ तो जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश से दुबारा कोरोना जांच का अनुरोध किया। डीएम ने तत्काल टेक्नीशियन भेज कोरोना जांच कराई। डीएम की रिपोर्ट में कोरोना नेगेटिव आया है।जब कि अस्पताल ने कोरोना से मौत की पुष्टि की है।

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ संवाददाता पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हो गया है। वो 84 वर्ष के थे. वो पिछले कुछ हफ़्तों से दिल्ली में सेना के आर एंड आर अस्पताल में भर्ती थे। वे मस्तिष्क में रक्त के एक थक्के के ऑपरेशन के लिए अस्पताल गए थे जहाँ वो जाँच में कोरोना पॉज़िटिव भी पाए गए थे।सर्जरी के बाद पूर्व राष्ट्रपति मुखर्जी कोमा में चले गए थे और आर एंड आर अस्पताल रोज़ाना उनके स्वास्थ्य की जानकारी दे रहा था।। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के निधन के शोक में भारत सरकार ने 7 दिनों के राजकीय शोक का ऐलान किया। 31 अगस्त से 6 सितंबर के बीच 7 दिनों का राजकीय शोक रहेगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया ट्वीट, प्रणब मुखर्जी के निधन पर जताया दुख, परिवार, मित्रों के प्रति शोक व्यक्त किया, विलक्षण सपूत के जाने से राष्ट्र शोकाकुल, प्रणब दा ने देश की सेवा संत की तरह की।आर एस एस ने श्री प्रणव मुखर्जी के निधन पर शोक जताया है। प्रणब मुखर्जी के बायोडेटा में केवल एक कमी रह गयी: प्रधानमंत्री के पद की, जिसके वो 1984 और 2004 में दावेदार माने गए थे। इंदिरा गाँधी की निगरानी में परवान चढ़ने वाले नेता शायद ख़ुद को इस पद का हक़दार भी मानते थे।लेकिन ये पद उन्हें कभी हासिल नहीं हुआ ठीक उसी तरह से जिस तरह से बीजेपी के लाल कृष्ण आडवाणी को ये पद कभी नसीब नहीं हुआ।कांग्रेस में उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी से 2015 में हुई एक बात-चीत के दौरान ये बात साफ़ निकल कर आयी कि उनके पिता को प्रधानमंत्री न बनने का अफ़सोस था लेकिन वो पार्टी के एक वरिष्ठ नेता होने के कारण इसका इज़हार खुल कर नहीं कर सके। 2012 में जब उन्हें राष्ट्रपति बनाया गया तो ज़ाहिर है उसके बाद वो इस मुद्दे पर बात करने को सही नहीं समझते थे।कल होगा पूर्व राष्ट्रपति का अंतिम संस्कार दिल्ली में किया जायेगा ।

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here