भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों की बातचीत शुरू

भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीनी रक्षा मंत्री वेई फ़ेंघे इस वक़्त मॉस्को में मुलाक़ात कर रहे हैं। दोनों रक्षा मंत्री शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए मॉस्को में हैं। भारतीय मीडिया के अनुसार इस मुलाक़ात की पेशकश ख़ुद चीनी रक्षामंत्री की तरफ़ से हुई थी। दोनों रक्षा मंत्रियों की मुलाक़ात ऐसे समय में हो रही है जब भारत-चीन सीमा पर पिछले कुछ महीनों से तनाव बना हुआ है और हिंसक झड़पें भी हो चुकी हैं।

दिल्ली माता-पिता की अनुमति स्कूल जा सकते हैं

दिल्ली सरकार ने कहा है कि 21 सितंबर से नवीं से बारहवीं कक्षा तक के छात्र अपने माता-पिता या अभिभावकों की अनुमति से स्कूल जा सकते हैं। दिल्ली सरकार इसके लिए दिशानिर्देश जारी करेगी जिसका स्कूलों को पालन करना होगा। हालाँकि दिल्ली के शिक्षा निदेशालय ने कहा है कि दिल्ली के स्कूल अभी 30 सितंबर तक बंद रहेंगे।

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ संवाददाता जेल से रिहा होने के बाद डॉ कफील को अपना घर छोड़ना पद रहा है।उनको दर है की कही उनको फिर किसी मामले मे दोबारा ना जेल भेज दिया जाये।इलाहाबाद हाईकोर्ट के फ़ैसले पर मंगलवार को जेल रिहा गए डॉ. कफ़ील ख़ान, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की ओर से सुरक्षा का भरोसा दिए जाने के बाद राजस्थान पहुंच गए हैं।हिंदुस्तान टाइम्स अख़बार की एक ख़बर के मुताबिक कफ़ील ख़ान और उनके परिवार वालों को आशंका थी कि योगी आदित्यनाथ की सरकार उन पर कोई अन्य मामला दर्ज कर गिरफ़्तार कर सकती थी।अख़बार की ख़बर के मुताबिक कफ़ील ख़ान ने इस बाबत जयपुर में एक प्रेंस कांफ्रेंस कर लोगों को राजस्थान में आने की जानकारी दी। उन्होंने कहा, “प्रियंका जी हमें राजस्थान में पूरी सुरक्षा का भरोसा दिया है. उन्होंने मेरी मां और मेरी पत्नी से बात की. उन्होंने भी कहा कि यूपी सरकार मुझे किसी दूसरे मामले में फंसा सकती है. राजस्थान में हमलोग सुरक्षित महसूस कर रहे हैं।”कथित तौर पर भड़काऊ भाषण देने के मामले में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बाल रोग चिकित्सक कफ़ील ख़ान पिछले आठ महीनों से जेल में बंद थे, इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मंगलवार को कहा कि उनपर एनएसए का मामला नहीं बनता है, इसके बाद उनकी रिहाई हो सकी।अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में नागरिकता संशोधन क़ानून पर बोलने के बाद उन्हें 29 जनवरी को गिरफ़्तार किया गया था। कफ़ील ख़ान ने जयपुर में यह भी कहा है कि वे गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में अपने निलंबन को हटाने की अपील उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की है और ज़रूरत पड़ने पर वे इसके लिए हाईकोर्ट का दरवाजा भी खटखटा सकते हैं।

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