कोविड 19के दौरान जब बच्चे स्कूल नही जा रहे थे और इनकी शिक्षा बंद थी ऐसे समय मे संगम ग्रामोद्योग सेवा संस्थान द्वारा संचालित मदरसा सायरा दारूल उलूम Aalapur jinhauli के प्रबंधक और संस्था सचिव मुनीरूद्दीन ने शिक्षक दिवस पर बच्चो को निःशुल्क कापिया और किताबे तथा मास्क भेट करके एक सराहनीय काम किया

इस मौके पर मदरसा संस्थापक मो अनस साहब शिक्षिका फातिमा जाहिरा ग्राम पंचायत अधिकारी अमेठी मिस जीनत फातिमा शिक्षक विनोद कुमार, Ateeq Ansari, अली अफजल आदि लोग उपस्थित रहे

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ संवाददाता भारत ने चीन से अपने रिश्ते सुधरने के लिए कवायद तेज़ कर दी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह मॉस्को से अचानक ईरान के लिए रवाना हो गए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट कर जानकारी दी। तेहरान में द्विपक्षीय बैठक करेंगे राजनाथ सिंह, ईरानी रक्षा मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक करेंगे।रूस के बाद ईरान का रुख करने का मतलब साफ़ है कि भारत चीन के सबसे क़रीबी मुमालिक को साध कर चीन के साथ तनाव कम करना चाहता है।पाकिस्तान को पैगाम देना चाहता हैं।की भारत के रिश्ते विश्व मे आज भी वैसे ही है।बताते चले की दिल्ली मे दंगो के बाद ईरान समेत कई मुस्लिम मुमालिक से भारत के रिश्तो मे खटास आई थी जिसका पाकिस्तान ने फायदा उठाया था ईरान ने चाबहार समझौता भी रद कर दिया था। इस से पहले भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मॉस्को में चार सितंबर को चीन के रक्षा मंत्री वेई फ़ेंघे से मुलाक़ात की। दोनों देशों के बीच सीमा पर मौजूदा तनाव के मद्देनज़र भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने चीनी नेता से कहा है कि सीमा पर स्थिति को सामान्य रखने के लिए भारतीय सैनिकों का रवैया ज़िम्मेदारी भरा रहा है। साथ ही राजनाथ सिंह ने यह भी कहा है कि, ‘अपनी संप्रभुता और सीमा की रक्षा के लिए हमारी प्रतिबद्धता पर भी किसी को संदेह नहीं होना चाहिए.’इतना ही नहीं राजनाथ सिंह ने यह भी कहा, “लाइन ऑफ़ कंट्रोल के नज़दीक बड़ी संख्या में चीन के सैनिकों की तैनाती और उनकी गतिविधियां और उनका आक्रामक तौर-तरीक़ा, दोनों देशों के बीच बनी सहमति का उल्लंघन है।”वहीं चीन के अख़बार साउथ चाइना मार्निंग पोस्ट ने चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की ख़बर के हवाले से लिखा है कि पिछले महीनों सीमा पर हुए तनाव के लिए चीन ने भारत को ज़िम्मेदार ठहराया है और चीन के रक्षा मंत्री ने भारतीय रक्षा मंत्री से तनाव कम करने की अपील की है। दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों के बीच ये बातचीत क़रीब दो घंटे तक चली. इस बातचीत में चीन के रक्षा मंत्री वेई फ़ेंघे ने कथित तौर पर कहा है, “सीमा पर मौजूदा तनाव की वजह और सच्चाई स्पष्ट है. इसकी पूरी ज़िम्मेदारी भारत की है।

युद्ध में मारे गए अमरीकी सैनिकों को ‘हारे हुए’ और ‘बुद्धू’ ट्रंप

अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपने उस कथित बयान के लिए काफ़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है जिसमें उन्होंने युद्ध में मारे गए अमरीकी सैनिकों को ‘हारे हुए’ और ‘बुद्धू’ बताया था। ट्रंप का यह कथित बयान सबसे पहले ‘द अटलांटिस’ पत्रिका में छपा और उसके बाद उसके कुछ अंश को एसोसिएटेड प्रेस और फ़ॉक्स न्यूज़ ने प्रकाशित किया था। हालांकि अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके सहयोगियों ने इस बयान से इनकार किया है अमरीकी सेना के पूर्व सैनिकों ने इन रिपोर्टों के बाद डोनाल्ड ट्रंप की आलोचना की है। प्रगतिशील समूह वोटवेट्स ने एक वीडियो पोस्ट किया जिसमें वे परिवार दिख रहे हैं जिनके बच्चे युद्ध में मारे गए हैं. एक ने लिखा है, “आपको नहीं मालूम कि बलिदान क्या होता है?” अमरीकी सेना की ओर इराक़ और अफ़ग़ानिस्तान में तैनात रहे पूर्व सैनिक पॉल रेचॉफ़ ने ट्वीट किया है, “इससे वास्तव में अचरज किसको हुआ है?”

 

 

 

 

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