लखनऊ कांग्रेस का यूपी सहित सभी राज्यों में किसान संघर्ष समन्वय समिति द्वारा 25 सितम्बर को आयोजित ‘भारत बंद’ का समर्थन

जायजा डेली न्यूज़ नई दिल्ली कृषि बिल के विरोध में किसान करेंगे चक्का जामदेशभर के किसानों ने कल भारत बंद का आह्वान किया है।संसद में कृषि से जुड़े तीन विधेयक पास करने का लगातार विरोध हो रहा है।दो दर्जन से अधिक किसान संगठनों ने कल (शुक्रवार, 25 सितंबर) ‘भारत बंद’ के आह्वान पर अपना समर्थन दिया है। विशेष रूप से, पंजाब और हरियाणा में 31 किसान समूहों ने तो पहले से कृषि बिल का विरोध कर रहे हैं। अखिल भारतीय किसान यूनियन (AIFU), भारतीय किसान यूनियन (BKU), अखिल भारतीय किसान महासंघ (AIKM), और अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति (AIKUCC) जैसे किसान संगठनों ने कल एक राष्ट्रव्यापी बंद की घोषणा की है।कर्नाटक, तमिलनाडु और महाराष्ट्र के किसानों के संगठनों ने भी 25 सितंबर को बंद का आह्वान किया है। ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस, नेशनल ट्रेड्स यूनियन कांग्रेस, सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियन, हिंद मजदूर सभा, सहित दस केंद्रीय ट्रेड यूनियन ऑल इंडिया यूनाइटेड ट्रेड यूनियन सेंटर और ट्रेड यूनियन समन्वय केंद्र भी 25 सितंबर को ‘भारत बंद’ के समर्थन में आगे आए हैं।संसद में केंद्र सरकार द्वारा कृषि से जुड़े तीन विधेयक पास करने का लगातार विरोध हो रहा है। विरोधी राजनीति दलों समेत कई किसान संगठन इसका विरोध कर रहे है। 25 सितंबर को इसी सिलसिले में किसान संगठनों द्वारा पूरे देश में बंद का आह्वान किया गया है। किसान संगठन विभिन्न राज्यों में सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चक्का जाम करेंगे। किसानों के आह्वान को देखते हुए राजधानी दिल्ली की सीमा पर अभी से तैयारी शुरू कर दी गई है। किसानों को रोकने के लिए दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर सील करने के तैयारी है। हालांकि गुरुवार को दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर यातायात एकदम सामान्य रहा।दरअसल भारतीय किसान यूनियन समेत कई अन्य संगठनों ने 25 सितंबर को देशभर में बंद व चक्का जाम करने का ऐलान किया है। पंजाब में 31 किसान जत्थेबंदियां (संगठन) इस लड़ाई में एक साथ आ गयी हैं। हरियाणा, उत्तर प्रदेश में भी किसान यूनियनों के संगठन बन्द व चक्का जाम में शिरकत करेंगे।भारतीय किसान यूनियन (हरियाणा) के अध्यक्ष रतन सिंह मान ने कहा, “हरियाणा के विभिन्न किसान संगठन शुक्रवार 25 सितंबर को राज्य के सभी जिलों, मंडल, गांव और तहसीलों में विरोध दर्ज करेंगे। इस दौरान सुबह 10 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चक्का जाम किया जाएगा। हमारा विरोध संसद में पारित किए गए खेती कानून के खिलाफ है। किसानों के इस प्रदर्शन में हरियाणा, पंजाब के सभी आढ़ती, व्यापार मंडल और अन्य व्यवसायिक संगठन भी शामिल हो रहे हैं। सभी लोगों ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है। शुक्रवार को हरियाणा में व्यापारी स्वेच्छा से अपने व्यवसायिक प्रतिष्ठान किसानों के समर्थन में बंद रखेंगे। इस दौरान सभी लोग अपने-अपने जनपदों पर ही प्रदर्शन करेंगे और दिल्ली कूच का कार्यक्रम नहीं है।”

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ संवाददाता अमरीकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने नवंबर में चुनाव हार जाने के बाद भी शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण से इनकार किया है। डोनल्ड ट्रंप ने कहा कि उनका मानना है कि चुनाव के नतीजे अमरीकी सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे क्योंकि उन्हें पोस्टल वोटिंग पर शक है।कई राज्य मेल के ज़रिए मतदान को बढ़ावा दे रहे हैं जिसके पीछे वो कोरोना वायरस से सुरक्षा को वजह बता रहे हैं। डोनल्ड ट्रंप से एक पत्रकार ने सवाल किया था कि डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडन से चुनाव हारने, जीतने या ड्रॉ होने की स्थिति में क्या वो शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण करेंगे।इस पर डोनल्ड ट्रंप ने कहा, ”मैं मतपत्रों को लेकर शिकायत करता आया हूं और वो एक मुसीबत हैं।”जब पत्रकार ने कहा कि लोग हंगामा कर रहे हैं तो डोनल्ड ट्रंप ने उन्हें टोकते हुए कहा, ”मतपत्रों से छुटकारा पाएं और बहुत-बहुत शांतिपूर्ण- सत्ता हस्तांतरण नहीं होगा बल्कि वही सरकार जारी रहेगी।” साल 2016 में भी डोनल्ड ट्रंप ने डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन से चुनाव लड़ते हुए भी नतीजों को स्वीकार ना करने की बात कही थी. हिलेरी क्लिंटन ने इसे अमरीकी लोकतंत्र पर हमला बताया था। हालांकि, चुनाव में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनल्ड ट्रंप की जीत हुई लेकिन उन्होंने 30 लाख वोट भी खोए जिस पर वो आज भी संदेह जताते हैं।

जायजा डेली न्यूज़ लखनऊ मुस्लिम महिला जागरुक मंच की अध्यक्षा शबी फातिमा ने शिया धर्मगुरु मौलाना सैयद कल्बे जवाद की हिमायत करते हुए इमामबाड़ा आसिफी में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को किताब किया उन्होंने कहा कि करोना अनलॉक 4 के अनुरूप इमामबाड़ा आसिफ समेत सभी धार्मिक स्थलों गाइडलाइन के हिसाब से मजलिस मातम की इजाजत भी होना चाहिए उन्होंने बताया कि उन्होंने मोहर्रम के सिलसिले में जो पीआईएल की थी उसमें माननीय हाईकोर्ट ने उन्हें यह डायरेक्शन दिया था कि जिला इंतजा मियां से बातचीत करें उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में प्रशासनिक अधिकारियों भारत के गृहमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री को हाईकोर्ट के आदेश की कॉपी लगाकर अनुमति मांगी गई थी जिसका अभी तक कोई जवाब नहीं आया है।उन्होंने कहा कि हमारे धार्मिक मामलों में प्रशासन बाधाएं उत्पन्न ना करें।शबी फातिमा ने कहा कि अंजुमन हाय अपने अपने 5-5 मेंबरों से इमामबाड़ा में मजलिसो मातम का सिलसिला शुरू करे।उन्होंने कहा के अगर प्रशासन पुरुषो के मजलिस मातम को प्रतिबंधित करता है तो महिलाएँ इस को अन्जाम देगी।

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