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जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) सिविल पुलिस में कार्यरत पीएसी के लगभग 900 पुलिस कर्मियों को दोबारा डिमोशन के साथ पीएसी में वापस भेजे जाने के मामले पर प्रयागराज हाई कोर्ट ने सरकार से जवाब तलब किया है।अगली सुनवाई 28 सितंबर को निर्धारित की गई है। जस्टिस मनोज गुप्ता की बेंच में पुलिस जवानों ने पुलिस महकमे के इस आदेश को चैलेंज किया है । जिसमे अधिवक्ता विजय गौतम बहस करेगे। लखनऊ में भी कुछ पुलिसकर्मी इस आदेश के खिलाफ हाई कोर्ट गए हैं ।प्रयागराज हाईकोर्ट में 28 तारीख को बहस होना है। कुछ दिन पहले डीजीपी स्थापना पीयूष आनंद ने एक आदेश में सिविल पुलिस में काम कर रहे पीएसी के लगभग 900 पुलिस कर्मियों को वापस पीएसी में जाने का आदेश कर दिया क्योंकि सिविल पुलिस में काम करते हुए इन पुलिसकर्मियों को लगभग 23 वर्ष हो चुके हैं। इस अवधि में इन पुलिसकर्मियों को प्रमोशन भी दिया गया परंतु पीएसी में वापस जाने के आदेश में इन्हें ना सिर्फ सिविल पुलिस से वापस भेजने को कहा गया है। बल्कि इनका प्रमोशन भी शून्य हो गया है लगभग 23 वर्ष पहले 1000 से ज्यादा पीएसी के जवानों को सिविल पुलिस में ट्रांसफर किया गया था। इन्हें बाकायदा सिविल पुलिस की ट्रेनिंग दी गई और विपरीत थानों चौकियों में पोस्टिंग दी गई इन इन्हें सीपी नंबर अलाट किया गया खास बात यह है। कि दर्जनों पुलिसकर्मी जो पीएसी से सिविल पुलिस में काम कर रहे थे। सिविल पुलिस से रिटायर्ड भी हो चुके हैं। उपरोक्तआदेश के बाद पुलिसकर्मियों ने हाई कोर्ट का रुख किया है। उधर आज मुख्यमंत्री ने इसका संज्ञान लेते हुए कहां हैकि बगैर शासन के संज्ञान में लाए आदेश कैसे दे दिया पुलिस महकमे के पीएसी जवानों को प्रमोशन ना देने के ग़ैरज़िम्मेदार निर्णय को लेकर सीएम योगी बेहद नाराज़ हैं।शासन को जानकारी दिए बग़ैर निर्णय करने वाले अफ़सर के ख़िलाफ़ जाँच के आदेश दिए गए हैं ।सीएम ने कहा पुलिस के जवानों का मनोबल गिराने वाला कोई निर्णय बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने शासन को निर्देश दिए कि जिस अधिकारी ने बिना सरकार के संज्ञान में लाए यह फैसला लिया उसके खिलाफ जांच कर रिपोर्ट दें और सख्त कार्रवाई की जाए।मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए डीजीपी को निर्देश दिए कि इन सभी 900 जवानों को तुरंत प्रमोशन किया जाए । मुख्यमंत्री ने शासन को निर्देश के बाद एडीजी स्थापना पीयूष आनंद की कुर्सी ख़तरे में लग रही है। एक झटके में पीएसी के जवानों को सिविल पुलिस से हटाए जाने का मामला संज्ञान मे आने से एडीजी स्थापना के साथ एडीजी पीएसी बिनोद कुमार सिंह की कुर्सी भी खतरे मे है।

मुख्तार के नाम पर मुख्यमंत्री को धमकी देने वाला ट्रक ड्राइवर, अमर पाल गिरफ्तार ।

लखनऊ मुख्तार अंसारी को जेल से न छोड़ने पर सीएम योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी देने वाले ट्रक ड्राइवर अमरपाल को पुलिस ने एटा से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय ने बताया कि 9696755113 नम्बर से किसी बदमाश ने बुधवार को यूपी 112 सेवा के व्हाट्सअप नम्बर पर कई धमकी भरे मैसेज भेजे थे। इसकी सूचना पर इंस्पेक्टर हजरतगंज अंजनी कुमार पांडे की तरफ से मुकदमा दर्ज कराया गया । पुलिस आयुक्त ने बताया कि धमकी भरे मैसेज बुधवार सुबह 9.56 से 10.11 बजे के बीच भेजे गए थे।मैसेज में सीएम के प्रति अभद्र बातें करने के साथ ही मुख्तार को 24 घंटे के भीतर जेल से बाहर निकलने की बात कही गई थी। धमकी देने वाले ने मैसेज में लिखा था कि मुख्तार को जेल से नहीं छुड़ाया गया तो 25 तारीख यानी शुक्रवार तक सरकार मिटा दी जाएगी।उन्होंने बताया कि जिस नम्बर से धमकी भरे मैसेज भेजे गए हैं, उसका पता चल गया । पुलिस की एक टीम आरोपी की तलाश में भेजी गई एटा का रहने वाला ट्रक ड्राइवर अमरपाल को हज़रतगंज पुलिस ने गिरफ़्तार किया है।आरोपी अमरपाल से पुलिस के अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं।

 

 

 

 

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