जायजा डेली न्यूज़ लखनऊ ( संवाददाता ) खानदाने इज्तिहाद के विद्वान मौलाना सैय्यद सैफ़ अब्बास नक़वी ने जारी अपने एक बयान में कहा,कि चेहल्लुम हज़रत सैय्यदुशुहदा में कुछ ही दिन बाकी हैं। इस लिए आज़ादार और अंजुमनहाए मातमी को चेहल्लुम के संबंध मे कोरोना महामारी के मद्दे नज़र अपनी तैयारी पूरी करना चाहिए। मौलाना सैफ़ अब्बास ने कहा कि ज़िन्दगी की हिफ़ाज़त हमारी पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। इसके अलावा मुल्क के अंदर कोरोना की गाईडलाईन का भी पालन करना होगा। मौलाना ने कहा कि आशूरा के दिन लॉकडाउन था, जिसके कारण मोमेनीन हज़रत फातेमा ज़हरा स0अ0 को उनके लाल का पुरसा देने कर्बलाओं तक नहीं पहुँच सके थे ।लेकिन अब चेहलुम के अवसर पर हमें अज़ादारी में कोई कमी नहीं करना चाहिए।इस बीमारी से बचते हुए हज़रत फातेमा ज़हरा स0अ0 को उनके लाल का पुरसा देना होगा। जैसा कि चेहल्लुम के अवसर पर अंजुमनहाए मातमी इमामबाड़ा नाज़िम साहब से अलम बरामद करती हैं, और कर्बला तालकटोरा पर अपना कार्यक्रम समापन करती हैं। इस वर्ष धारा 144 लागू होने के कारण जुलूस निकलना संभव नहीं है। इसलिए, अंजुमनहाए मातमी संयुक्त रुप से एक बैठक करें। जिसमें चेहलुम के संबंध मे कार्य योजना तैयार करना चाहिए। मौलाना सैय्यद सैफ़ अब्बास ने कहा कि अंजुमनहाए मातमी को उनका सुझाव है, कि ऐसे समय में जब 100 लोगों को एक कार्यक्रम के लिए अनुमति दी गई है । कर्बला-ए-तालकटोरा जो एक बड़ा धार्मिकस्थल है, जहाँ बड़ी संख्या में अज़ादार चेहल्लुम मनाने पहुॅचते है। जिसमें मौला अली का रौज़ा, जन्नतुल बक़ी,हजरत अब्बास का रौज़ा, हज़रत ज़ैनब स0अ0 के रौज़े तामीर हैं । फ़ासले से तामीर इन मुकामात पर 25-25 लोगों के साथ चार अंजुमनें अपने सजे हुएअलम के साथ नौहा खानी और मातम करें। वहां सेअलम उठा कर रौज़ए इमाम हुसैन मे अपने अलम बढ़ा दें । इसके लिये हर अंजुमन को 45 मिनट का समय दिया जाए जिसमें अलम सजाने से ले कर बढ़ाने का अमल पूरा करना होगा। इसी तरह से  हर 45 मिनट में, चार अंजुमने अपने25-25 मातम दारों के साथ जनाब फ़ातिमा ज़हरा स0अ0 को उनके लाल पुरसा पेश कर सकते हैं।। इस तरह हम मुल्क के कानून और गाईडलाईन का पालन भी करेंगें और किसी की अनुमति की आवश्यकता भी नहीं होगी। मौलाना सैय्यद सैफ़ अब्बास ने कहा कि अंजुमन-ए-हाय -मातमी चेहलुम से दो दिन पहले एक बैठक आयोजित करें जिसमें कुरआ अंदाज़ी के ज़रिये नंबर और समय तय किया जाए। सभी अंजुमनों को उनके समय और नंबर दे दिए जाएं ताकि वह अपने समय पर करबला तालकटोरा पहुंच जाएं। मौलाना सैफ अब्बास ने कहा कि मास्क व सोशल डिसटेन्सिंग और अन्य इहतेयात का खयाल रखना जरूरी होगा। घातक बीमारी से सुरक्षित रहते हुए मौला के सभी अज़ादार चेहलुम मनाएं और हज़रत फातिमा ज़हरा स0अ0 को उनके लाल का पुरसा पेश करें।

बैतूलहुज़्न मे विदाई मजलिस ए अरबईन ऑनलाइन होगी: हैदर रज़ा
अजरे रिसालत मिशन लखनऊ के हैदर रज़ा ने सूचित किया है कि बैतूलहुज़्न हुज़्न मे विदाई मजलिस अरबईन ए शोहदाए कर्बला 20 सफर 9 बजे शब रौजाए बैतुल हुज़न मेऑनलाइन होगी।अव्वलन तिलावते कलामे पाक क़ारी नदीम नजफी के बाद सोज़ख्वानी नायाब वा हमनवां पेश करेंगे नौहा फरीद मुस्तफा पेश करेंगे मजलिस मौलाना सदफ जौनपूरी ख़िताब फरमाएगेये मजलिस ऑनलाइन लाइव होगी जिसको मजहबी चैनल नष्र करेंगे तमाम मोमेनीन से गुज़ारिश है। अपने अपने घरों से मजलिस में शिरकत कर के जनाबे सय्यदा स. अ. को शोहदाए कर्बला का पुर्सा पेश करें।और दुआ करें के जल्द से जल्द हमारे मुल्क को कोरोना नामी वबा से निजात मिले

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