जायजा डेली न्यूज़ लखनऊ ( संवाददाता ) विख्यात शिया धर्म गुरु मौलाना सय्यद कल्बे जव्वाद ने शिया वक्फ़ जायदादों का ख़ुर्द बुर्द के इल्ज़ाम मे बोर्ड के पूर्व चेयरमेन वसीम रिज़वी की गिरफ़तारी न होने पर सख़्त नाराज़गी व्यक्त की है । उन्होंने कहा कि एक तरफ़ वसीम रिज़वी के ख़िलाफ़ सरकार की ओर से 153 -A के अन्तर्गत कार्यवाही की अनुमति मिलने के बावजूद प्रयागराज प्रशासन ने न तो वक्फ़ सम्पत्ति पर अवैध निर्माण धवस्तीकरण की कार्यवाही की और न ही वसीम रिज़वी को गिरफ़तार किया । उन्होने कहा कि उस पर तुर्रा यह है कि वसीम रिज़वी बोर्ड मे चेयरमैन के पद पर एक्सटेन्शन के लिये सरकार को अपनी दरख्वासत दिये हुए हैं। उन्होने मांग की कि वसीम रिजवी को बोर्ड में चेयरमैन पद एक्सटेन्शन न दिया जाय और जल्द से जल्द गिरफ़्तार किया जाय। मौलाना जव्वाद आज शाम इमामबाड़ा गुफरानमाब मे प्रेस कान्फ्रेंस को सम्बोघित कर रहे थे। उनके साथ अस्र फाउन्डेशन के अध्यक्ष समाजी कार्यकर्ता शौकत भारती और अल्लामा ज़मीर नक़वी भी उपस्थित थे।

 

मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा कि वक्फ़ बोर्ड मे की गई बेइमानियोंए अवैध कार्यां ओर प्रयागराज में इमामबाड़ा गुलाम हैदर की ज़मीन पर अवैध निर्माण के खिलाफ़ जब अलग अलग जॉचों में वसीम रिजवी को दोषी ठहराया गया है, तो आखिर उसकी गिरफ्तारी में देरी क्यों हो रही है? मौलाना कलबे जवाद नकवी ने बताया कि पूर्व वक्फ मंत्री आज़म ख़ान के समय वक्फ़ एक्ट का उलंघन करते हुए कोतवाली प्रयागराज से मात्र 200 वर्ग मीटर की दूरी पर बने 200 वर्ष पुराने इमामबाड़े,इमामबाड़ा गुलाम हैदर को ध्वस्त करवा के उस पार अवैध मार्केट बनाने की इजाज़त शिया वक्फ बोर्ड ने दे दी थी और फिर 200 वर्ष पुराने इमामबाड़े को गिरा कर उस पर वसीम रिज़वी द्वारा पास किए गए नक़्शे के अनुसार 4 माला कामर्शियल मार्केट बना दी गई थी, जिसके विरुद्ध असर फाउंडेशन के सदर शौकत भारती ने डीएम से ले कर पीएम तक और राष्ट्रीय अल्प संख्यक आयोग भारत सरकार से शिकायत की थी।

 

एसर फाउंडेशन के अध्यक्ष शौकत भारती ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इमामबाड़ा गुलाम हैदर प्रयाग राज पर बने अवैध निर्माण को हटा कर अपराधियो के विरूद्ध कार्यवाही ना करने पर अल्प संख्यक आयोग ने डीएम एवं एसएसपी प्रयाग राज को 29 सितम्बर को तलब किया था । पिटिशनर शौकत भारती ने आयोग के सामने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि आप के निर्देश पर की गई जांच में प्रयागराज प्रशासन ने ये मान लिया कि वसीम रिज़वी ने ही इमामबाड़ा ग़ुलाम हैदर गिरा कर उस पर चार माला कामर्शियल मार्केट बनाने की अनुमति दी थी इस संबंध में प्रयाग राज प्रशासन को मुख्य मंत्री और गवर्नर ने भी कार्यवाही करने की इजाज़त दे दी मगर महीनो बीत जाने के बाद भी वसीम रिज़वी और मुतावल्ली वक़ार रिज़वी को प्लेस आफ़ वरशिप गिराने के जुर्म में गिरफ्तार नहीं किया गया, आयोग ने प्रयाग राज प्रशासन की ओर से आये हुए डिप्टी एसपी और विधि अधिकारी पर नाराज़गी जताते हुए शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिज़वी और इमामबाड़े के मोतवल्ली को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। ज्ञात रहे की स्पेशियल प्रोविजन प्लेस आफ़ वर्शीप एक्ट 1991 मे यह स्पष्ट है कि वह सभी मस्जिद,मंदिर, गुरुद्वारों,चर्च,इमामबाड़े,कर्बला,दरगाह या कब्रस्तान जो 15 अगस्त 1947 में मौजूद थे उसके स्वरूप को किसी भी हाल में परिवर्तित नहीं किया जा सकता।

शौकत भारती ने बताया कि इससे पूर्व में आयोग के सामने जिलाधिकारी ए वम एसएसपी की ओर से जो अधिकारी पेश हुए थे उन्होंने आश्वासन दिया था कि वह आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही करेंगे पहले तो वोह यह बहाने बनाते रहे की शासन जब तक 153 ए की अनुमति नहीं देता तब तक वोह कोई कार्यवाही नहीं कर सकते मगर शासन से भी महीनों पहले अनुमति मिल चुकी है मगर फिर भी जब कार्यवाही नही की गई और न ही अवैध निर्माण ही हटाया गया। यह बात समझ के बाहर है कि खुद इलाहाबाद प्रशासन 6 सदस्यी कमेटी बना कर जांच कर चुका है, प्रधानमंत्री सेंट्रल वक्फ कौंसिल से जांच करवा चुके और सारे आरोप सही पाए गए । राष्ट्रिय अल्प संख्यक आयोग के अध्यक्ष सय्यद ग़य्यूरूल हसन रिज़वी जांच करवा चुके उसमे भी आरोप सही पाए गए । उन्हों ने मांग की कि वक्फ़ मंत्री और गवर्नर साहब वसीम रिज़वी के खिलाफ़ कार्यवाही करने की अनुमति दें । उन्होने कहा जब की शहर इलाहाबाद में रोज़ाना अवैध निर्माण ढाए जा रहे हैं और लगातार इलेक्ट्रानिक और प्रिंट मीडिया रोज़ाना उस को दिखा और छाप रहा है न जाने क्यों प्रयाग राज विकास प्राधिकरण का बुलडोजर इमामबाड़े की सम्पत्ति पर बने अवैध निर्माण को क्यों नहीं हटा रह…

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