जायजा डेली न्यूज़ लखनऊ ( संवाददाता ) हाथरस मामले में पुलिस ने मीडिया को पीड़ित परिवार से मिलने की इजाज़त देने के बाद अभी अभी राहुल गांधी प्रियंका सहित पांच लोगों को हाथरस जाने की इजाजत दे दी है।पिछले दो-तीन दिन से हाथरस प्रशासन मीडिया और विपक्ष को पीड़ित परिवार से मिलने नहीं दे रहा था। हाथरस मामले पर विपक्ष एकजुट होकर दिल्ली से लेकर लखनऊ तक लगातार प्रदर्शन कर रहा है। इसको देखते हुए आज भारतीय जनता पार्टी ने भी इन प्रदर्शनों के  काउंटर के लिए अपने तीन मंत्री मैदान में उतारे हैं जिसमें रामदास अठावले रमापति राम शास्त्री तथा अरुणा ईरानी शामिल है। अरुणा ईरानी जब आज बनारस जा रही थी तो रास्ते में ही कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने  उनके काफिले को रोक लिया और जमकर नारेबाजी की उधर लखनऊ में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है।। इसी के साथ अपर मुख्य  सचिव गृह अवनीश अवस्थी और डीजीपी पुलिस हाथरस पहुंचे हैं उन्होंने पीड़िता के परिवार से हाल जाना है।मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद पहुँचे अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी व डीजीपी हितेश चन्द्र अवस्थी ने जमीन पर बैठकर ही पीड़ित परिजनों से बातचीत कर रहे है

राहुल गांधी ने एलान किया था कि आज वह फिर हाथरस जाएंगे प्रियंका गांधी खुद गाड़ी चला कर राहुल और कांग्रेसी सांसदों के साथ हाथरस के लिए रवाना हुई कांग्रेस पार्टी द्वारा यह सूचना दी गई थी कि ‘राहुल गांधी, अपनी बहन और पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा के साथ शनिवार को एक बार फिर हाथरस जाने की कोशिश करेंगे क्योंकि वे पीड़िता के परिवार से मुलाक़ात करना चाहते हैं।और उनका पक्ष जानना चाहते हैं।’ इसे देखते हुए यूपी पुलिस ने ना सिर्फ़ हाथरस ज़िले की सीमा पर, बल्कि नोएडा-दिल्ली बॉर्डर पर भी पुलिस की अतिरिक्त तैनाती कर दी है। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, दिल्ली नोएडा डायरेक्ट फ़्लाईवे पर पुलिस बल तैनात किये गए हैं। और ताकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी का काफ़िला दिल्ली से यूपी में प्रवेश ही ना कर सके।वहीं रणविजय सिंह ADCP नोएडा ने कहा है की धारा 144 का उल्लंघन गैर कानूनी जनसभा को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल तैनात है। हम लोग लगातार शांति की अपील कर रहे हैं। हमारी पूरी कोशिश है कि ये समझ जाएं और अपने गंतव्य को लौट जाएं। हाथरस पर सरकार की बहुत ज्यादा बदनामी हो रही है।पूरा दलित समाज गुस्से से लग रहे हैं।आज भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने विधानसभा के सामने कूड़ा फेंक कर अपना विरोध प्रदर्शन किया भारतीय जनता पार्टी भी समझ रही है कि हालात उसके विपरीत जा रहे हैं मामले का  राजनीतिकरण हो चुका है।और फिलहाल विपक्ष विजई मुद्रा में है यही वजह है कि पार्टी ने उमा भारती के बयान के बाद आज पूरी टीम विपक्ष के दबाओ को रोकने के लिए लगा दी है। अरुणा ईरानी रमापति राम शास्त्री और रामदास अठावलेने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सरकार का पक्ष रखा समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कल 4 अक्टूबर को हाथरस जाने का ऐलान किया जबकि बीएसपी की सुप्रीमो मायावती ने हाथरस की सीबीआई जांच कराने  की मांग की है।

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा कि अंतिम संस्कार गड़बड़ी हुई डीएम पर भी कार्यवाही होनी चाहिए

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने आज लखनऊ मे प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए कहा कि हाथरस की घटना गंभीर घटना है। कल में हाथरस जाने वाला था लेकिन प्रशासन की तरफ से बताया गया कि अभी मिलने नही दिया जा रहा है। उन्होंने कहा की दलित उत्पीड़न पर राजनीति नही होनी चाहिए। लेकिन वह इस बात का जवाब नहीं दे पाए की अगर सरकार ने समय रहते कार्रवाई की होती तो इस पर राजनीति का मौका ना मिलता ।उन्होंने कहा की सबकी सरकार में दलित अत्याचार हुए। इस पर राजनीति न करे राहुल गांधी यंहा आये लेकिन राजस्थान नही गए राहुल गांधी को अगर पुलिस ने रोका था तो रुकना चाहिए दलित अत्याचार खत्म करने के लिए उच्च वर्ग को दलितों को अपनाना चाहिए। हाथरस की घटना पर मुख्यमंत्री ने निर्णय सही लिया है।लेकिन उन्हों ने यह भी कहा कि अंतिम संस्कार गड़बड़ी से किया गया,ये गलती हुई है।मैं मुख्यमंत्री से बात करूंगा डीएम पर भी कार्यवाही होनी चाहिए। आरोपियों को फाँसी की सजा मिलनी चाहिए। एक साल के अंदर फांसी हो। सरकार को दोषी ठहराने के बजाय विपक्ष को सरकार को सुझाव देना चाहिए।

वाराणसी में शनिवार को प्रेस से बात करते हुए ईरानी ने कहा कि “जनता यह समझती है कि उनकी (राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी) हाथरस की तरफ कूच राजनीति के लिए हैं, पीड़िता के परिवार को इंसाफ़ दिलाने के लिए नहीं।” शनिवार को प्रेस से बात करते हुए ईरानी ने कहा कि “जनता यह समझती है कि उनकी (राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी) हाथरस की तरफ कूच राजनीति के लिए हैं, पीड़िता के परिवार को इंसाफ़ दिलाने के लिए नहीं।” स्मृति ईरानी की ओर से हाथरस मामले पर यह पहली टिप्पणी है। शुक्रवार को यह सवाल उठा था कि महिला केंद्रीय मंत्री और महिलाओं के मुद्दों पर मुखर रहीं स्मृति ईरानी ने हाथरस मामले पर कोई टिप्पणी क्यों नहीं की।कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वाराणसी में स्मृति ईरानी काफिला को घेरा, नारेबाजी के साथ कांग्रेसियों ईरानी का काफिला ने रोका स्मृति ईरानी गो बैक और स्मृति ईरानी इस्तीफा दो के नारे लगे बाद में कई कांग्रेसी नेता और कार्यकर्ता गिरफ्तार कर लिए गए ।

हाथरस मामले पर कैबिनेट मंत्री रमापति शास्त्री का बड़ा हमला, कहा- गैर जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा विपक्ष, जातीय दंगा कराना चाहता है विपक्ष, नहीं चाहता कि सच सामने आए।विपक्ष के ट्वीट्स, ऑडियो टेप तथा पुरानी घटनाएं दंगे की साजिश की ओर इशारा करती हैं।मायावती बयान देकर दलित बिटिया का अपमान कर रहीं. पूर्व मुख्यमंत्री हैं, मामले की संवेदनशीलता समझनी चाहिए। एसआईटी गठित कर दी गयी, प्रारम्भिक रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री ने नार्को, पॉलीग्राफ टेस्ट का फैसला किया है. सरकार की पहल से सत्य सामने आएगा।

 

 

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