प्रधानमन्त्री द्वारा भारत चीन मामले पर ऑल पार्टी मीटिंग का आयोजन सफल

लखनऊ ,संवाददाता | गलवान में भारतीय सैनिकों पर चीनी सैनिकों द्वारा कायराना हमला कर 20 जवानों को शहादत का जाम पिलाने के मामले ने आज उस वक़्त कठोर रुख ले लिया जब देश के प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी ने भारत चीन मामले पर आज बुलाई गई ऑल पार्टी मीटिंग का आयोजन किया | देशहित को सर्वोपरि रखते हुए जहाँ विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री से कई प्रशन्न पूछे वहीँ ऑल पार्टी मीटिंग में सरकार को अधिकतर दलों का समर्थन मिला है | इस बैठक में 20 दलों को आमंत्रित किया गया था | इनमें से 10 दलों ने खुलकर सरकार का साथ दिया और कहा कि इस समय हम सभी एक साथ खड़े हैं | इनमें जदयू , बीजद और खासतौर से तृणमूल कांग्रेस जैसे दल शामिल थे |
इस बैठक के दौरान शिवसेना प्रमुख और महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि भारत मजबूत है, मजबूर नहीं | उन्होंने चीन के लिए कहा कि हमारी सरकार में इतनी शक्ति है कि वह चीन की आंखें निकालकर उसके हाथ में दे दे | यही नहीं तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि सर्वदलीय बैठक देश के लिए अच्छा संदेश है | इससे यह प्रकट होता है कि हम अपने जवानों के साथ हैं और एक हैं |उन्होंने कहा कि तृणमूल मजबूती से सरकार के साथ खड़ी है और टेलीकॉम, रेलवे और एविएशन में चीन को दखल नहीं देने देंगे हमें कुछ समस्याएं आएंगी पर हम चीनियों को नहीं घुसने देंगे |
उन्होंने कहा ,चीन कोई लोकतंत्र नहीं है और इसीलिए वो ,वह कर सकते हैं, जैसा महसूस करते हैं | आखिर में उन्होंने कहा कि भारत जीतेगा, चीन हारेगा | एकता से बात करें, एकता की बात करें, एकता से ही काम करें |
हालाँकि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने जहाँ सरकार की कमी पर वार करते हुए कहा कि इस बैठक को काफी पहले होना चाहिए था वहीँ उन्होंने ये भी कहा कि इस मंच पर भी काफी कुछ अंधेरे में है | उन्होंने कहा कि मोदी सरकार बताए कि चीन के सैनिकों ने घुसपैठ कब की ? सरकार को इस बारे में कब पता चला ? कांग्रेस अध्यक्ष ने पूछा कि क्या सरकार के पास सैटेलाइट इमेज नहीं थी ? इन असामान्य गतिविधियों के बारे में कोई इंटेलीजेंस रिपोर्ट नहीं मिली थी? माउंटेन स्ट्राइक कोर की मौजूदा स्थिति क्या है? देश यह भरोसा चाहता है कि क्या सीमा पर पहले जैसे हालात स्थापित हो जाएंगे ? विपक्षी पार्टियों को इस बारे में लगातार जानकारी दी जाए |
डीएमके नेता एमके स्टालिन ने कहा,जब भी देशभक्ति की बात आती है तो हम सभी एक हैं प्रधानमंत्री ने चीन के मुद्दे पर हाल में जो बयान दिया है, हम उसका स्वागत करते हैं | इसके अलावा सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के चीफ और सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने कहा ,हमें प्रधानमंत्री पर पूरा भरोसा है, इससे पहले भी जब राष्ट्रीय सुरक्षा के मामले उठे तो प्रधानमंत्री ने ऐतिहासिक फैसले लिए थे |
जबकि जनता दल यूनाइटेड के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे देश में चीन के खिलाफ गुस्सा है और हमारे बीच कोई मतभेद नहीं होना चाहिए ,हम साथ हैं | राजनीतिक दलों को कोई मतभेद नहीं दिखाना चाहिए, जिसका दूसरे देश फायदा उठा सकें | भारत के प्रति चीन का नजरिया जाहिर है | भारत चीन को सम्मान देना चाहता है | समाजवादी पार्टी के नेता राम गोपाल यादव ने कहा कि पाकिस्तान और चीन की नीयत सही नहीं है | टीआरएस चीफ और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने कहा, कश्मीर में विकास के प्रधानमंत्री के एजेंडे से चीन भी खफा है | राकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि हमें इस संवेदनशील मुद्दे का सम्मान करना चाहिए | सैनिक हथियार ले गए थे या फिर नहीं, यह फैसला अंतरराष्ट्रीय समझौतों के तहत किया गया है | सीपीआई के डी राजा ने कहा, हमें अमेरिका की उन कोशिशों का विरोध करना चाहिए, जिनके जरिए वो हमें अपने साथ मिलाना चाहता है | वाईएसआर कांग्रेस के चीफ और आंध्र प्रदेश के सीएम जगन मोहन रेड्डी ने कहा, प्रधानमंत्री ने भारत का कदम पूरी दुनिया में बढ़ाया है। उन्होंने पूरी दुिनया में अहम कूटनीतिक संधियां की हैं| प्रधानमंत्री जी आप हमारी ताकत हैं | भारत से कई लोग जल भी रहे हैं | चीन भारत को अस्थिर करने की कोशिश कर रहा है |
एनपीपी के कोनराड संगमा ने कहा कि सीमा पर इन्फ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने का काम नहीं रुकना चाहिए | म्यांमार और बांग्लादेश में चीन की गतिविधियां परेशान करने वाली हैं | उत्तर-पूर्व के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने का जो काम प्रधानमंत्री कर रहे हैं, वो रुकना नहीं चाहिए। इसके अतिरिक्त बीजद के नेता पिनाकी मिश्रा ने भी प्रधानमन्त्री मोदी की प्रशंसा करते हुए चीन को माक़ूल जवाब दिए जाने की पेशकश की |

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