जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) मथुरा के श्रीकृष्ण जन्मभूमि से मस्जिद हटाने की याचिका कोर्ट ने स्वीकार कर ली। इस मामले में अब अगली सुनवाई 18 नवंबर को होगी। यह अपील जिला जज मथुरा साधनी रानी ठाकुर की कोर्ट में 12 अक्तूबर को दायर की गई थी। कोर्ट ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान, ईदगाह ट्रस्ट, सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, शाही मस्जिद ईदगाह को नोटिस भी भेजा है। श्रीकृष्ण विराजमान 13.37 एकड़ जमीन के मालिकाना हक को लेकर दाखिल की गई याचिका को जिला जज साधना रानी ठाकुर ने स्वीकार कर लिया है। याचिका में पक्षकार बनाए यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, कमेटी ऑफ मेनेजमेंट ट्रस्ट शाही ईदगाह मस्जिद, श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट, श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान को नोटिस जारी कर जवाब दाखिल करने के आदेश न्यायालय ने दिए हैं। न्यायालय का आदेश आने के बाद याचिका कर्ताओं ने खुशी जाहिर की है। श्रीकृष्ण विराजमान वाद भगवान श्रीकृष्ण विराजमान की सखा रंजना अग्निहोत्री, प्रवेश कुमार, राजेश मणि त्रिपाठी, तरूणेश कुमार शुक्ला, शिवाजी सिंह, त्रिपुरारी तिवारी की ओर से सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में 13.37 एकड़ जमीन के मालिकाना हक को लेकर वाद दायर किया गया था। कोर्ट के छुट्टी पर होने के कारण इस मामले की सुनवाई अपर जिला जज एफटीसी की अदालत में हुई थी।30 सितंबर को एडीजे एफटीसी ने इस अपील को यह कहते हुए खारिज कर दिया था, कि भगवान के करोड़ों भक्त हैं, लिहाजा अपील को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। एडीजे एफटीसी के आदेश को जिला जज साधना रानी ठाकुर की अदालत में 12 अक्तूबर को चुनौती दी गई थी। अदालत ने वादी पक्ष को सुनने के बाद सुनवाई के लिए 16 अक्तूबर की तिथि निर्धारित की थी। शुक्रवार को जिला जज ने अपील को अंगीकृत करते हुए यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड, कमेटी ऑफ मेनेजमेंट ट्रस्ट शाही ईदगाह मस्जिद, श्रीकृष्ण जन्मभूमि ट्रस्ट, श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संस्थान को नोटिस जारी किए हैं। अदालत ने अगली सुनवाई के लिए 18 नवंबर की तिथि निर्धारित की है। अदालत का मिलने के बाद अधिवक्ता हरीशंकर जेन और विष्णु शंकर जेन और भक्त सखाओं ने खुशी जाहिर की है। उन्होंने इसे पहली बड़ी जीत बताया है।

बलिया पुलिस की मौजूदगी मे हत्या क मामला अखिलेश ने पीड़ित परिवार से बात की

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) यूपी के बलिया जिले के दुर्जनपुर गांव में कोटे की दुकान के चयन के लिए आयोजित बैठक के दौरान विवाद में पुलिस के सामने ही युवक की गोली मारकर हत्या के दूसरे दिन बड़े अफसरों ने गांव में डेरा डाल लिया है। सुबह ही एडीजी, डीआईजी ने दुर्जनपुर पहुंचे। मृतक के परिजनों का आरोप है कि आरोपी धीरेंद्र सिंह को पकड़ने के बाद छोड़ दिया गया। वहीं पुलिस अफसरों का कहना है कि आरोपी की तलाश हो रही है। इससे पहले आज सुबह मृतक का पोस्टमार्टम किया गया। बताते चले की कल रेवती क्षेत्र के ग्राम सभा दुर्जनपुर व हनुमानगंज की दो दुकानों के आवंटन के लिये गुरुवार दोपहर में पंचायत भवन में खुली बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। बैठक के दौरान दुर्जनपुर की दुकान पर सहमति नहीं बनी। बाद में वोटिंग कराने का निर्णय हुआ तो हंगामा शुरू हो गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हंगामा होते ही अधिकारियों ने बैठक स्थगित कर दी और जाने लगे। हालांकि इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। बैठक स्थगित होने के बाद दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। मारपीट के दौरान एक पक्ष के पूर्व फौजी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने गोली चला दी जिससे दूसरे पक्ष के जयप्रकाश उर्फ गामा पाल (46)निवासी दुर्जनपुर घायल हो गए। बताया जा रहा है कि जयप्रकाश को चार गोली लगी थी।आननफानन में उसे सीएचसी सोनबरसा ले गए जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद मृत घोषित कर दिया।

देवेंद्र नाथ, एसपी के मुताबिक एसडीएम ने दुर्जनपुर में कोटे की दुकान आवंटन के दौरान विवाद होने पर आवंटन प्रक्रिया को बंद करा दिया था। इसके बाद लोग अपने घरों को लौटने लगे थे। इसबीच आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह डब्लू ने फायरिंग शुरू कर दी। गोलीबारी में जयप्रकाश उर्फ गामा को गोली लगने से वे घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल भेजवाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।जयप्रकाश के परिवार से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को फोन पर बातचीत की। उन्हें हर संभव मदद और न्याय दिलाने का भरोसा दिया। सपा का एक प्रतिनिधिमंडल भी शनिवार को पीड़ित परिवार से मिलने जाएगा। अखिलेश ने इलाके के सपा नेता के मोबाइल फोन से जयप्रकाश के बड़े भाइयों चंद्रमा पाल और सूरज पाल से बातचीत की। अखिलेश ने परिवार को सांत्वना देते हुए कहा कि आप लोग हिम्मत रखना, हम लोग आपके साथ हैं। परिवार को न्याय दिलाने में पार्टी मदद करेगी। बलिया में रेवती के दुर्जनपुर इलाके में कोटे की दुकान को लेकर हो रही खुली बैठक के दौरान ही 15 अक्तूबर को पुलिस के सामने 46 वर्षीय जयप्रकाश पाल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या का आरोप क्षेत्रीय भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के करीबी धीरेंद्र सिंह पर लगा है। धीरेंद्र के भाजपा से जुड़े होने के कारण सियासत गरमा गई है। अखिलेश ने पीड़ित परिवार से कहा कि पार्टी के लोग शनिवार को आपके घर मिलने भी आएंगे। उसके बाद फिर बात करेंगे। सपा अध्यक्ष ने कहा कि बहुत ही दर्दनाक घटना हुई है। आरोपियों को सजा दिलवाकर रहेंगे। जो हुआ ऐसा कभी नहीं होता है। इससे पहले सपा की ओर से भी बताया गया कि पीड़ित परिवार से मिलने के लिए एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बलिया जाएगा। प्रतिनिधिमंडल में शामिल नेताओं की सूची भी जारी की गई। माना जा रहा है कि सपा प्रतिनिधिमंडल पीड़ित परिवार से मिलने के बाद अपनी रिपोर्ट अखिलेश को देगा। अखिलेश ने हत्या को लेकर शुक्रवार की सुबह योगी सरकार पर हमला भी किया था। उन्होंने ट्वीट में लिखा कि ‘बलिया में सत्ताधारी भाजपा के एक नेता के, एसडीएम और सीओ के सामने खुलेआम, एक युवक की हत्या कर फरार हो जाने से उप्र में कानून व्यवस्था का सच सामने आ गया है। अब देखें क्या एनकाउंटर वाली सरकार अपने लोगों की गाड़ी भी पलटाती है या नहीं।’

 

 

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