कानपुर 8 दिनों से थाने के चक्कर लगा रही हैं रेप पीड़िता


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) कानपुर पुलिस अपने कारनामों को लेकर अक्सर विवादों में रहती है। 20 वर्षीय रेप पीड़िता और उसके माता-पिता बीते 8 दिनों से थाने के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन पुलिस पीड़िता की एफआईआर दर्ज नहीं कर रही है, बल्कि परिवार पर समझौते का दबाव बना रही है। गुरुवार को रेप पीड़िता ने डीआईजी से न्याय की गुहार लगाई है। डीआईजी प्रीतिंदर सिंह ने चकेरी थानेदार को जमकर फटकार लगाई। वहीं, पीड़िता की एफआईआर दर्ज होने के साथ ही आरोपी को अरेस्ट करने के लिए टीम गठित की गई है।चकेरी थाना क्षेत्र में रहने वाले प्राइवेट कर्मी की बेटी बीए फाइनल इयर की छात्रा है और एलएलबी करना चाहती थी। छात्रा पास में ही एक बच्चे को ट्यूशन पढ़ाने के लिए घर जाती थी। ट्यूशन पढ़ने वाले बच्चे के चाचा अभिषेक से छात्रा की दोस्ती हो गई थी। अभिषेक छात्रा को एलएलबी इंट्रेंस एग्जाम का फार्म भराने के बहाने अपने साथ ले गया और एक फ्लैट में उससे दुष्‍कर्म किया। इस दौरान अभिषेक ने छात्रा के अश्लील वीडियो और फोटो भी बना लिए थे।आरोपी अभिषेक छात्रा के वीडियो और फोटो वायरल करने की धमकी देता था। इस तरह ब्लैकमेल कर उसने कई बार छात्रा से रेप किया। अभिषेक की हरकतों से आजिज होकर छात्रा ने परिजनों को आपबीती बताई। छात्रा के परिजन जब अभिषेक के घर शिकायत लेकर गए तो उनके साथ बदसलूकी की गई। अभिषेक ने छात्रा के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। पीड़िता की मां ने बताया कि जब हमने बेटी की शादी तय कर दी तो अभिषेक ने बेटी की फोटो सोशल मीडिया वायरल कर दी। हमारे सभी रिश्तेदारों के पास बेटी की फोटो पहुंच गई है। अब हम बेटी को लेकर कहां जाएंगें, कौन इसके साथ शादी करने के लिए तैयार होगा? पुलिस के पास शिकायत लेकर गए तो पुलिस हमसे कह रही है कि पैसे लेकर समझौता कर लो। बेटी की इज्जत की कीमत आरोपी के परिवार वाले 15 लाख रुपए लगा रहे हैं। लेकिन हमें समझौता नहीं करना है, हमें न्याय चाहिए। मैं बेटी के साथ 8 दिनों से लगातार थाने के चक्कर लगा रही थी। डीआईजी प्रीतिंदर सिंह के मुताबिक, पीड़िता की एफआईआर दर्ज हो गई है। पीड़िता ने जो भी आरोप लगाए है, उसमें सख्ती से कार्रवाई होगी। आरोपी को पकड़ने के लिए टीमें रवाना हो गई है। पुलिस पर जो आरोप लग रहे है, उसकी जांच कराई जाएगी। इसमें जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

धर्म परिवर्तन की घटना को लेकर यूपी सरकार बेहद गंभीर
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा है कि गाजियाबाद में बड़ी संख्‍या में लोगों के धर्म परिवर्तन की घटना को लेकर यूपी सरकार बेहद गंभीर है। सरकार ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। धर्मांतरण से जुड़े सभी मामलों पर बहुत गंभीरता से जांच होगी। अगर दबाव, धोखे या लालच से धर्मांतरण कराया गया है तो ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। क्या आप एक जिम्मेदार निवेशक हैं? यूपी सरकार के प्रवक्‍ता सिद्धार्थ नाथ सिंह ने धर्मांतरण को लेकर भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर द्वारा दाऊद और आईएसआई की साजिश के आरोपों को मानते हुए इस आशंका से इनकार नहीं किया। उन्‍होंने कहा कि इस मामले में कुछ भी हो सकता है, लेकिन जांच के बाद ही किसी सही नतीजे पर पहुंचा जा सकता है। सरकार गरीबों को प्रलोभन देकर किसी भी गलत तरीके से किये गए धर्मांतरण को रोकने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।आपको बता दें कि गाजियाबाद के करेहड़ा गांव में 14 अक्टूबर को अफवाह फैलाई गई कि वाल्मीकि समाज के 50 परिवारों ने हाथरस की घटना से आहत होकर धर्म परिवर्तन कर लिया और बौद्ध धर्म की दीक्षा ले ली। कई परिवारों के लोगों ने आर्थिक तंगी और उत्पीड़न से तंग आकर बौद्ध धर्म अपनाया है। इसके बाद उन्हें धर्म परिवर्तन का सर्टिफिकेट भी दिया गया है। इसके बाद से राजनीति तेज हो गई और सभी राजनीतिक पार्टियां योगी सरकार को आड़े हाथ ले रही है।

बिहार विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा कासंकल्प पत्र
जायज़ा डेली न्यूज़ पटना (संवाददाता) भारतीय जनता पार्टी ने बुधवार को बिहार विधानसभा चुनाव के लिए अपना संकल्प पत्र जारी कर दिया है. केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में ये संकल्प पत्र पटना में जारी किया गया। बीजेपी ने बिहार के लोगों के लिए 11 संकल्प लिया है जिसे उसने सत्ता में आने पर बिहारवासियों से पूरा करने का वादा किया है। “आत्मनिर्भर बिहार” के लक्ष्य के साथ जारी अपने संकल्प पत्र में बीजेपी ने “लक्ष्य 1- आत्मनिर्भर बिहार, सूत्र 5- गांव, शहर, उद्योग, शिक्षा, कृषि का विकास, 11 संकल्प” की बात कही है। इसमें ग्यारह अहम संकल्पों के साथ अन्य कई वादे भी किए गए हैं। बिहार को नेक्सट जेनरेशन आईटी हब के रूप में विकसित करेंगे, अगले 5 वर्षों में 5 लाख से ज़्यादा रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराएंगे. स्वास्थ्य, आईटी समेत विभिन्न क्षेत्रों में 19 लाख लोगों को रोज़गार दिया जाएगा। बिहारवासियों के लिए कोरोना वैक्सीन का निशुल्क टीकाकरण करवाया जाएगा. एक लाख लोगों को स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाएंगे. 2024 तक दरभंगा एम्स को चालू करवाएंगे। आने वाले एक वर्ष में सभी प्रकार के स्कूल और उच्च शिक्षा क्षेत्र के यूनिवर्सिटी और अन्य संस्थानों में तीन लाख नए शिक्षकों की नियुक्ति करेंगे।

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