जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता )उत्तर प्रदेश में फर्जी दस्तावेजों के सहारे सरकारी स्कूल टीचरों के पकड़े जाने के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। अनामिका शुक्ला मामले ने तो खासी सुर्खियां बटोरी थीं। अब मैनपुरी में भी ऐसा ही एक मामला पकड़ा गया है। शिक्षा विभाग की नाक के नीचे पिछले 21 सालों से एक फर्जी शिक्षिका नौकरी करती रही और अधिकारियों को भनक तक नहीं लगी। एक गुमनाम फोन के बाद इस पूरे मामले का खुलासा हुआ। बीएसए के आदेश के बाद फर्जी शिक्षिका के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया है। पुलिस जांच की भनक लगते ही आरोपी शिक्षिका फरार हो गई है। जानकारी के मुताबिक, एक गुमनाम व्यक्ति ने फोन कर बताया कि प्राथमिक विद्यालय घूराई की प्रधानाचार्य विमलेश कुमारी के सभी प्रमाणपत्र फर्जी हैं। वह किसी और विमलेश कुमारी के प्रमाणपत्र पर नौकरी कर रही है। 1999 में विमलेश कुमारी की नियुक्ति घिरोर ब्लॉक के गुलाबपुर प्राथमिक विद्यालय में शिक्षिका पद पर की गई थी। 2003 में विमलेश को प्रमोट करने के बाद प्राथमिक विद्यालय घूराई में उसका तबादला कर दिया गया। वर्तमान में वह यहां प्रधानाचार्य है।
आरबीआई के गवर्नर कोरोना संक्रमित पाये गये
जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली (संवाददाता)भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने रविवार को कहा कि डॉक्टरी जांच में वह कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं। गवर्नर ने कहा कि वह खुद को दूसरों से पृथक रखते हुए अपने कार्यालय का काम कर रहे हैं। दास ने कहा कि ऊपर से उन्हें कोविड-19 का लक्षण नहीं लग रहा है। उन्होंने उन सभी लोगों को सावधान कर दिया है, जिनसे उनकी हाल के दिनों में मुलाकातें हुई हैं।