जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता ) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने एक धर्म विशेष के लोगों को चेतावनी देते हुए कहा है कि, “चोरी-छिपे, अपनी पहचान छिपा कर, स्वरूप छिपा कर जो लोग बहन-बेटियों की इज्जत के साथ खिलवाड़ करते हैं, उनको पहले से मेरी चेतावनी, अगर वे सुधरे नहीं तो ‘राम नाम सत्य है की यात्रा’ अब निकलने वाली है।”इससे पहले उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट की एक टिप्पणी का ज़िक्र किया। वे बोले कि “कल कोर्ट ने एक आदेश दिया कि शादी-ब्याह के लिए धर्म-परिवर्तन आवश्यक नहीं, इसे मान्यता नहीं मिलनी चाहिए।”सीएम योगी शनिवार को उत्तर प्रदेश (जौनपुर) की एक चुनावी जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने अपने भाषण में ‘लव-जिहाद’ का ज़िक्र किया. वे बोले, “कोर्ट के आदेश के बाद यूपी सरकार निर्णय ले रही है कि हम लव-जिहाद को सख़्ती से रोकने का कार्य करेंगे. एक प्रभावी क़ानून बनायेंगे।”उन्होंने कहा, “हम लोग मिशन शक्ति के कार्यक्रम को इसीलिए चला रहे हैं। हम हर बेटी-बहन को सुरक्षा की गारंटी देंगे. इसके बावजूद अगर किसी ने दुस्साहस किया तो ऑपरेशन शक्ति तैयार है। हम हर हाल में उनकी सुरक्षा करेंगे। अब न्यायालय के आदेश का भी सम्मान होगा और बहन-बेटियों का भी सम्मान होगा।” सोशल मीडिया पर सीएम आदित्यनाथ योगी के इस बयान की चर्चा हो रही है। बहुत से लोग इसे ‘हेट स्पीच’ का ताज़ा उदाहरण बता रहे हैं।धर्म परिवर्तन को लेकर शुक्रवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट ने एक अहम फ़ैसला सुनाया था. कोर्ट ने कहा कि ‘महज़ शादी के लिए धर्म परिवर्तन वैध नहीं है।’समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, अदालत ने यह टिप्पणी उस याचिका को ख़ारिज करते हुए की जिसमें एक नवविवाहित जोड़े ने अदालत से पुलिस और लड़की के पिता को उनकी वैवाहिक ज़िंदगी में खलल ना डालने का निर्देश देने की गुहार की थी।न्यायमूर्ति एम सी त्रिपाठी ने पिछले महीने प्रियांशी उर्फ़ समरीन और उनके जीवनसाथी द्वारा दायर एक याचिका पर यह आदेश सुनाया। याचिका में कहा गया था कि उन्होंने इस साल जुलाई में शादी की, लेकिन लड़की के परिजन उनकी वैवाहिक ज़िंदगी में हस्तक्षेप कर रहे हैं।मगर इस याचिका को ख़ारिज करते हुए न्यायालय ने कहा, “हमने दस्तावेज़ देखने के बाद पाया कि लड़की ने 29 जून 2020 को अपना धर्म बदला और एक महीने बाद, 31 जुलाई 2020 को उसने शादी की जिससे स्पष्ट पता चलता है कि यह धर्म परिवर्तन केवल शादी के लिए किया गया जो अस्वीकार्य है।”कोर्ट ने कहा कि ‘इस्लाम के बारे में बिना जाने और बिना आस्था-विश्वास के धर्म बदलना स्वीकार्य नहीं है.’ कोर्ट ने कहा, ‘ऐसा करना इस्लाम के भी ख़िलाफ़ है।’

देश की राजधानी में कोविड-19 की ‘तीसरी लहर’के आसार
जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली (संवाददाता ) दिल्ली सरकार के इस इनकार के बावजूद कि कोविड-19 की ‘तीसरी लहर’ देश की राजधानी में नहीं आई है, पिछले दो दिनों से संक्रमण के मामले अब तक सबसे ज़्यादा दर्ज किए गए हैं। बुधवार को जहां 5673 मामले दर्ज किये गए वहीं गुरुवार को ये आंकड़ा 5729 पर पहुंचा गया. शुक्रवार को 5891 नए मामले सामने आए। ये अब तक दिल्ली में किसी एक दिन दर्ज किये गए कोरोना वायरस के संक्रमण के मामलों में सबसे ज़्यादा है। दिल्ली में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या भी 6423 तक पहुँच गयी है। बढ़ते हुए मामलों के साथ ही दिल्ली में संक्रमण का ‘पॉज़िटिविटी रेट’ भी 9.55 हो गया है जबकि देश की राजधानी में अब तक संक्रमित होने वालों की संख्या 3.75 लाख पहुँच चुकी है।इसी बीच चिकित्सा की सुविधाओं की अगर बात की जाए तो कोविड-19 के उपचार के लिए चिन्हित किए गए अस्पतालों में अब एक अस्पताल कम हो गया है जबकि मामले प्रतिदिन के हिसाब से बहुत ज़्यादा बढ़ रहे हैं।

फ्रांस में हुए आतंकी हमले पर मशहूर शायर मुनव्वर राणा का बयान,
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता ) फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून के बाद हुए आतंकी हमलों को लेकर मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने बयान दिया है। उन्होंने अपनी विवादित प्रतिक्रिया में कहा है कि अगर कोई उनके माता-पिता या भगवान का गंदा कार्टून बनाता है, तब वे भी उसकी हत्या कर देंगे। एक निजी चैनल से बात करते हुए मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने कहा, ”कोई हमारे माता-पिता या फिर भगवान का गंदा, आपत्तिजनक कार्टून बनाता है तो हम उसे मार देंगे।” उन्होंने कहा कि जब देश में हजारों साल से ऑनर किलिंग को जायज मान लिया जाता है और कोई सजा नहीं होती है तो फिर आप उसे नाजायज कैसे कह सकते हैं। पूरी दुनिया में यही हो रहा है। मशहूर शायर ने कहा कि जिसने भी पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बनाया, उसने ऐसा करके गलत किया। वहीं, दूसरे ने उसकी हत्या कर दी, वह भी गलत है। मुनव्वर राणा ने कहा कि पूरी दुनिया इस समय चीख रही है। लेकिन उसे याद नहीं आ रहा कि जब फ्रांस, अमेरिका जैसे देश इराक, अफगानिस्तान पर हमला करते थे तो कितने लोगों की मौतें हुईं।उन्होंने कहा कि किसी की भी जान लेना ठीक नहीं है। यहां तक कि किसी परिंदे की भी जान लेना सही नहीं है। आप गॉड का कार्टून बनाइए, लेकिन ऐसा नहीं करते हैं। वे मुसलमानों को चिढ़ाने के लिए पैगंबर  मोहम्मद का कार्टून बनाते हैं। किसी भी धर्म के देवी-देवताओं का अगर कार्टून बनाया जाता है तो मुझे भी बुरा लगेगा क्योंकि मैं भी इंसान हूं और हिंदुस्तानी हूं। फ्रांस में पैगंबर मोहम्मद के विवादित कार्टून के बाद उपजे हंगामे के बीच कई देशों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पाकिस्तान, बांग्लादेश, तुर्की, भारत समेत कई देशों में फ्रांस के खिलाफ लोग सड़कों पर उतरे। भारत में शुक्रवार को भोपाल में लोगों ने फ्रांस का विरोध करते हुए विरोध जताया था। हालांकि, इसके बाद शिवराज सरकार ने विरोध करने वालों के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। इसके अलावा, मुंबई में भी कई लोगों ने फ्रांस के खिलाफ विरोध जताया था।

 

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