जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता ) पुरानी मसल है देर से आये दुरुस्त आये आज़म खान के सारे दीहाड़े पूरे होने के बाद अब अखिलेश को आजम खान याद आए हैं।वजह ये है की एआईएम की उत्तर प्रदेश मे दस्तक के बाद अखलेश परेशांन हो गए हैं। मायावती या फिर छोटे दलों के साथ अगर ओवैसी का गठबंधन हो जाता है। तो समाज वादी का वजूद ही खतरे मे पड़ जायेगा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोमवार को योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार पर तीखा प्रहार किया। अखिलेश ने सपा सांसद आजम खान के समर्थन में ट्वीट कर कहा कि राज्य सरकार को सपा सांसद पर लगाये गए झूठे मुकदमे में हार मिलेगी।अखिलेश यादव ने सोमवार को ट्वीट किया कि जिस प्रकार हाथरस कांड में भाजपा सरकार के झूठ की पोल खुली है, उससे उत्तर प्रदेश में झूठे मुकदमों की कलई खुलनी शुरू हो गई है। न्यायपालिका और लोकतंत्र में विश्वास रखते हुए हमें पूरा भरोसा है कि आजम खान साहब के खिलाफ झूठे मुकदमे में भी राज्य सरकार को हार मिलेगी और उन्हें बहुत जल्द इंसाफ मिलेगा। रामपुर के सपा सांसद आजम खान इस समय सीतापुर जेल में बंद हैं और उन पर कई मुकदमे दर्ज हैं।इससे पहले रविवार को अखिलेश यादव ने कहा है कि निर्दोषों को फंसाना भाजपा का एजेण्डा है। भाजपा को विपक्षी नेताओं का उत्पीड़न करके खासतौर पर खुशी मिलती है। भाजपा षड्यंत्र में लगी है। मोहम्मद आजम खां को झूठे मुकदमों में फंसाया गया है। अखिलेश यादव ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में संत गाडगे बाबा की 64वीं पुण्यतिथि पर कार्यकर्ताओं के बीच यह बात कही।अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें न्यायालय पर भरोसा है। मोहम्मद आजम खां ने रामपुर में मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय की स्थापना की। गरीब बच्चों को उच्च शिक्षा तक दिलाने की व्यवस्था की। जनपद में तमाम विकास कार्य किये। यहां तक कि कुम्भ मेला की सुचारू व्यवस्था के लिए विदेशियों और साधु-संतों ने भी उनकी प्रशंसा की।

लखनऊ में हैरान करने वाला काले इमाम बड़े की ज़मीन पर बानी 6 दुकानें तेज आवाज के साथ 30 फीट गहरे गड्ढे में धंसी

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता ) राजधानी लखनऊ में सोमवार सुबह एक हैरान करने वाला हादसा हो गया। चौक थानाक्षेत्र स्‍थि‍त फायर स्टेशन के सामने बनी छह दुकानें तेज आवाज के साथ करीब 30 फीट नीचे जमीन में धंस गई। इसे देखते ही सड़क से गुजर रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई। सूचना पर दुकानदार व पुलिस मौके पर पहुंची। गनीमत रही कि घटना के वक्‍त दुकाने बंद होने के कारण कोई हताहत नहीं हुआ। इन दुकानों का सारा माल और मलबा करीब 30 फीट नीचे गड्ढे में चला गया है। बाद में पहुंचे कुछ दुकानदारों ने माल निकालने की कोशिश की लेकिन पुलिस ने सुरक्षा के दृष्टिगत रोक दिया। आटोपार्ट्स व्यवसायी कमल, राहुल और अवनीश अग्निहोत्री ने बताया कि सुबह वह सो रहे थे। तभी दुकान के आस-पास रहने वाले लोगों ने फोन कर हादसे के बारे में बताया। घटना की जानकारी मिलते ही पैरों तले से जमीन खिसक है। आनन-फानन भागकर दुकान पहुंचे तो तबाही का मंजर देख हैरान रह गए। उन्होंने बताया कि दुकान में काफी सामान रखा था। कुछ रुपया भी था। दुकान धंसने से सारा माल मलबे के साथ 30 फीट गहरे गड्ढे में चल गया। मोबिल ऑयल आदि के डब्बे खुल गए सारा ऑयल बह गया था।आस-पड़ोस के लोगों ने बताया जहां दुकानें बनी थीं उसकी गहराई काफी अधिक थी। गहरे गड्ढे में मिट्टी भरी नहीं थी। तीन मंजिला ऊंचे पिलर खड़े करके दुकानें बनाई गई थी। पिलर अब जर्जर हो चुके थे। इसी कारण हादसा हुआ है। बताया जाता है कि हादसे में लाजपत नगर निवासी कमल की दो दुकानें, महिलाहाबाद निवासी राहुल की एसके आटोपार्ट्स, माली खां सराय निवासी अवनीश अग्निहोत्री और चौक निवासी वीरेंद्र की दुकानें गड्ढे में समाहित हो गई हैं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और MP के पूर्व CM मोतीलाल वोरा का 93 साल की उम्र में निधन

जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता )कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोतीलाल वोरा का कोरोना वायरस संक्रमण के बाद हुई स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के कारण सोमवार को निधन हो गया। वह 93 साल के थे। उनके परिवार के सदस्यों ने बताया कि यूरिनरी इंफेक्शन के बाद उन्हें एस्कॉर्ट हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था, जहां वह वेंटिलर पर थे। सोमवार को उनका निधन हो गया। रविवार (20 दिसंबर) को ही वोरा का जन्मदिन था। मोतीलाल वोरा मध्य प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। वे पहली बार साल 1985-1988 तक सीएम रहे थे और फिर 1989 में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बने। वह उत्तर प्रदेश के गवर्नर भी रहे ।वह गत अक्टूबर महीने में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए थे और कई दिनों तक अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती रहने के बाद उन्हें छुट्टी भी मिल गई थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनके निधन पर दुख प्रकट करते हुए ट्वीट किया, ”वोरा जी एक सच्चे कांग्रेसी और बेहतरीन इंसान थे। हमें उनकी कमी बहुत महसूस होगी। उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरा स्नेह एवं संवेदना है।”पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने वोरा के निधन पर दुख जताते हुए कहा, ”मोतीलाल वोरा जी के निधन से कांग्रेस पार्टी के हर एक नेता, हर एक कार्यकर्ता को व्यक्तिगत तौर पर दुःख महसूस हो रहा है। वोरा जी कांग्रेस की विचारधारा के प्रति निष्ठा, समर्पण और धैर्य के प्रतीक थे।

किसानों ने दिल्ली गाजियाबाद रोड बंद की, एनएच-9 के सभी लेन पर कब्जा

जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता )हरियाणा और उत्तर प्रदेश से लगी दिल्ली की सीमाओं पर केन्द्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करे रहे किसानों ने कड़ाके की ठंड के बीच सोमवार सुबह एक दिन की क्रमिक भूख हड़ताल शुरू कर दी। किसान नेताओं के अनुसार प्रदर्शन कर रहे किसान अलग-अलग समूहों में भूख-हड़ताल करेंगे और पहले समूह में 11 लोग होंगे। दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर हजारों की संख्या में किसान बीते करीब चार हफ्ते से प्रदर्शन कर रहे हैं और नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।किसानों का आंदोलन दिल्ली और एनसीआर के लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। किसानों ने रविवार को ही आंदोलन तेज करने की बात कही थी। सोमवार को किसानों ने दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाली सड़क बंद कर दी। इसके बंद होते ही पुलिस प्रशासन के मुश्किलें बढ़ गई हैं। बताया जा रहा है कि एनएच- 9 के सभी लेनों पर किसानों ने कब्जा कर लिया है। अगर यह नहीं खुलता तो दिल्ली से लौटने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। महाराजपुर बॉर्डर पहले से पुलिस वालों ने ही बंद कर रखा है। फिलहाल आनंद विहार की तरफ से गाजियाबाद आने के लिए लोगों को महाराजपुर के बदले आगे कौशाम्बी के रास्ते आने दिया जाता है। किसानों का आंदोलन दिल्ली और एनसीआर के लोगों के लिए परेशानी का सबब बनता जा रहा है। किसानों ने रविवार को ही आंदोलन तेज करने की बात कही थी। सोमवार को किसानों ने दिल्ली से गाजियाबाद जाने वाली सड़क बंद कर दी। इसके बंद होते ही पुलिस प्रशासन के मुश्किलें बढ़ गई हैं। बताया जा रहा है कि एनएच- 9 के सभी लेनों पर किसानों ने कब्जा कर लिया है। अगर यह नहीं खुलता तो दिल्ली से लौटने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। महाराजपुर बॉर्डर पहले से पुलिस वालों ने ही बंद कर रखा है। फिलहाल आनंद विहार की तरफ से गाजियाबाद आने के लिए लोगों को महाराजपुर के बदले आगे कौशाम्बी के रास्ते आने दिया जाता है। स्वराज इंडिया के प्रमुख योगेंद्र यादव ने सिंघू बॉर्डर पर रविवार को कहा था, ”सोमवार को किसान नए कृषि कानूनों के खिलाफ सभी प्रदर्शन स्थलों पर एक दिन की क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे। इसकी शुरुआत सिंघू बॉर्डर समेत यहां प्रदर्शन स्थलों पर 11 सदस्यों का एक दल करेगा। उन्होंने कहा कहा था कि हम देशभर में सभी प्रदर्शन स्थलों पर मौजूद सभी लोगों से इसमें भाग लेने की अपील करते हैं।प्रदर्शन के मद्देनजर कई मार्ग बंद हैं और दिल्ली यातायात पुलिस लोगों को बंद और खुले मार्गों की समय-समय पर जानकारी दे रही है।यातायात पुलिस ने सोमवार को ट्वीट किया कि सिंघू, औचंदी, प्याऊ मनियारी, सबोली और मंगेश बॉर्डर बंद हैं। लोगों से लामपुर, सफियाबाद और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बार्डर से होकर वैकल्पिक मार्ग पर जाने को कहा गया है।पुलिस ने बताया कि मुकरबा तथा जीटीके रोड से यातायात परिवर्तित किया गया है, इसलिए लोग आउटर रिंग रोड, जीटीके रोड और एनएच-44 पर जाने से भी बचें। साथ ही कहा कि हरियाणा जाने के लिए झाड़ोदा (वन सिंगल कैरिजवे), दौराला, कापसहेड़ा, रजोकरी एनएच-8, बिजवासन/ बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं। दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्वीट किया, ” टिकरी, ढांसा बॉर्डर भी यातायात के लिए बंद हैं। झटीकरा बॉर्डर केवल एक या दो-पहिया वाहन और राहगिरों के लिए खुला है।गौरतलब है कि केन्द्र सरकार जहां तीनों कृषि कानूनों को कृषि क्षेत्र में बड़े सुधार के तौर पर पेश कर रही है, वहीं प्रदर्शनकारी किसानों ने आशंका जताई है कि नए कानूनों से एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) और मंडी व्यवस्था खत्म हो जाएगी और वे बड़े कॉरपोरेट पर निर्भर हो जाएंगे।

 

 

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