हुसैनाबाद ट्रस्ट के प्रभारी अधिकारी और एसीएम २ संतोष कुमार आज हुसैनाबाद ट्रस्ट कार्यालय पिक्चर गैलेरी मे गरीबो में कम्बल बाटते हुए
जायज़ा डेली न्यूज़ मुंबई (संवाददाता ) कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए महाराष्ट्र सरकार ने सोमवार को बड़ा फैसला लेते हुए राज्य के सभी नगर निगमों में नाइट कर्फ्यू लगाने का एलान किया।
सरकार ने कहा कि नाइट कर्फ्यू 22 दिसंबर से पांच जनवरी तक रात 11 बजे से सुबह छह बजे तक जारी रहेगा। इसके साथ ही राज्य सरकार ने यूरोप और सभी मध्य-पूर्व के देशों से आने वाले लोगों के लिए 14 दिन के लिए क्वारंटीन में रहना अनिवार्य कर दिया है। हालांकि, इससे पहले रविवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा था कि वह राज्य में रात्रि कर्फ्यू लगाने या किसी अन्य प्रकार के लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं। इसके साथ ही उन्होंने एलान किया था कि राज्य में अगले छह महीने तक के लिए मास्क पहनना अनिवार्य रहेगा। ठाकरे ने कहा था कि विशेषज्ञ एक बार फिर रात को कर्फ्यू या दूसरा लॉकडाउन लागू करने के पक्ष में हैं लेकिन वह ऐसे कदम के समर्थन में नहीं हैं। उन्होंने कहा था कि राज्य में कोरोना संक्रमण पर पूरी तरह से लगाम नहीं लग सका है, फिर भी स्थिति नियंत्रण में है।
दस माह बाद जेल से रिहा हुईं रामपुर विधायक तजीन फात्मा
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता ) सपा सांसद आजम खां की पत्नी एवं शहर विधायक डा. तजीन फात्मा दस माह बाद जेल से रिहा हो गई, जबकि आजम खां और उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम जेल में ही हैं। तजीन फात्मा को सीतापुर जेल से सोमवार शाम रिहा कर दिया गया। उन पर 34 मुकदमे दर्ज हैं। जिनमें पुलिस आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है। प्रदेश में भाजपा सरकार आने पर सपा सांसद आजम खां की मुश्किलें बढ़ गई थीं। कई मामलों में उनकी शिकायत हुई और जांचें शुरू कर दी गईं, लेकिन लोकसभा चुनाव के बाद आजम खां और उनके परिवार पर एक के बाद एक मुकदमे दर्ज हुए। आजम खां पर करीब सौ मुकदमें हैं, जबकि उनकी पत्नी शहर विधायक तजीन फात्मा पर 34 मुकदमे। पुत्र अब्दुल्ला आजम पर भी कई मुकदमे हैं। आजम खां ने पत्नी और पुत्र के साथ 26 फरवरी 2020 को अदालत में सरेंडर कर दिया था।उन्हें रामपुर जेल भेजा गया था, लेकिन दो दिन बाद ही तीनों को सुरक्षा कारणोँ से सीतापुर जेल भेज दिया गया था। डा. तजीन फात्मा की सभी 34 मामलों में जमानत हो गई है। कुछ मामलों में पहले ही जमानत हो गई थी। तीन दिन पहले शत्रु संपत्ति के मामले में भी जमानत मिल गई। परवाना जेल पहुंचते ही उन्हें सोमवार शाम को सीतापुर जेल से रिहा कर दिया गया। इससे पहले उन्हें लेने के लिए बड़ी संख्या में रामपुर समेत कई जिलों के सपाई पहुंचे थे।
बंगाल की CM ममता बनर्जी ने अमित शाह पर किया पलटवार, कहा- चीटिंगबाज पार्टी है BJP
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता ) पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेता एक-दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के रविवार को किए गए हमलों के बाद राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पलटवार किया है। बनर्जी ने बीजेपी को चीटिंगबाज पार्टी बताया है। इसके साथ ही, उन्होंने आरोप लगाया है कि बीजेपी राजनीति के लिए कुछ भी कर सकती है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अमित शाह पर पलटवार करते हुए कहा, ”आप गृह मंत्री हैं। आपको झूठ बोलना शोभा नहीं देता है।” उन्होंने कहा कि बीजेपी एक चीटिंगबाज पार्टी है। राजनीति के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। हम संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) का तब से विरोध कर रहे हैं, जब से उसे कानून बनाया गया है। वे (बीजेपी) नागरिकों के भाग्य का फैसला नहीं कर सकते, उन्हें अपनी किस्मत खुद तय करने दें। हम सीएए, एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ हैं।”उन्होंने आगे कहा कि अमित शाह ने कल (रविवार) झूठ का पुलिंदा बोला है। उन्होंने दावा किया कि हमारा राज्य उद्योग में ‘शून्य’ है, लेकिन हम एमएसएमई क्षेत्र में नंबर एक हैं। उन्होंने दावा किया कि हम ग्रामीण सड़कों का निर्माण नहीं कर सकते, लेकिन हम उसमें नंबर एक हैं। यह जानकारी भारत सरकार की है।मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार चुनाव जीतने के लिए झूठा प्रचार-प्रसार कर रही है। रवींद्र नाथ टैगोर और जनगण मन का अपमान किया जा रहा है, यह टैगोर और जनगण मन का अपमान नहीं है, सीधे पश्चिम बंगाल की जनता का अपमान है। सही समय आने पर जनता ही इसका जवाब देगी। ममता बनर्जी ने कहा कि गलत तथ्य बोलकर अमित शाह बंगाल के लोगों का अपमान न करें।पश्चिम बंगाल के दो दिनों के दौरे के अंतिम दिन केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा था कि संशोधित नागरिकता कानून (CAA) के सिर्फ नियम बनना बाकी हैं। उन्होंने बताया था कि कोरोना वायरस की वैक्सीन बन जाने के बाद सरकार आगे विचार करेगी। संशोधित नागरिकता कानून (CAA) को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा था, ”सीएए के अभी नियम बनना बाकी हैं। कोरोना वायरस महामारी के चलते यह नहीं हो सका है। जैसे ही वैक्सीन आ जाएगी, उसके बाद सरकार विचार करके जानकारी देगी।