किसान आंदोलन के समर्थन में आईं महात्मा गांधी की पोती, बोलीं- अन्नदाताओं की भलाई में ही देश का हित

जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) महात्मा गांधी की पोती तारा गांधी भट्टाचार्यजी ने अंग्रेजों के शासन से मुक्ति के लिए 1857 में हुए प्रथम स्वतंत्रता संग्राम को याद करते हुए कहा कि वह भी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मेरठ से ही शुरू हुआ था। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पोती और राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय की अध्यक्ष वयोवृद्घ तारा गांधी भट्टाचार्य शनिवार को किसान आंदोलन को समर्थन देने यूपी गेट (गाजीपुर बार्डर) पहुंचीं। आंदोलन स्थल पहुंचकर तारा गांधी बहुत उर्जावान और संतुष्ट नजर आ रही थीं। तारा गांधी ने किसानों से यह आंदोलन शांतिपूर्वक चलाने की अपील करते हुए कहां कि मैं यहां तुम्हारे लिए प्रार्थना करने आई हूं।

तारा गांधी ने कहा कि हम गांधी संस्थान से जुड़े हैं। हम गाजीपुर बार्डर पर किसी राजनैतिक दल के लिए कतई नहीं आए। हम आज यहां उस किसान के लिए आए हैं जिसने जिंदगी भर खिलाया। उन्होंने सीधे किसानों से कहा कि आपकी वजह से हम जिंदा हैं। किसान के हित में ही देश का हित है, और हमारा हित है। तारा गांधी ने कहा कि यह क्रांति की धरती है। बता दें कि देश की आजादी के लिए पहली क्रांति 1857 में मेरठ से ही हुई थी। बापू की पोती ने कहा कि इतने दिनों से चल रहा किसानों का आंदोलन अदभुत है। वयोवृद्ध अवस्था में यहां आपके (किसानों) लिए प्रार्थना करने आई हूं। मैं चाहती हूं कि जो भी हो, जैसे भी हो, किसानों का भला होना चाहिए। किसानों की तपस्या किसी से छिपी नहीं है और यह बात भी किसी को बताने की जरूरत नहीं है कि किसान हित में ही देश का हित है और देश का हित, हम सबका हित है। इसलिए सरकार किसानों के हितों का ध्यान रखे और इतने दिनों से दिल्ली की दहलीज पर पड़े अन्नदाताओं की सुध लें। उन्होंने जोर देकर कहा कि किसानों को हिंसा की भाषा की आवश्यकता नहीं है। सत्य शांत रहकर भी खुद ही बोलता है। तारा गांधी ने कहा कि आज गाजीपुर बार्डर आकर मेरा जीवन सफल हो गया। उन्होंने अन्ना हजारे से भी किसान आंदोलन में आने को कहा। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर चल रहे मंच से आंदोलनकारियों ने तारा गांधी को बड़े ध्यान से सुना। इस मौके पर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने तारा गांधी को शॉल ओढाकर सम्मानित किया।

‘हम दो हमारे दो, अच्छी तरह सुन लें सीएए कभी लागू नहीं होगा’ असम मे बोले राहुल

जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता )कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को असम में विधानसभा चुनावों के लिए पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत की। उन्होंने शिवसागर जिले के शिवनगर बोर्डिंग फील्ड में एक रैली को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने असम के पूर्व मुख्यमंत्री और दिवंगत कांग्रेस नेता तरुण गोगोई की काफी तारीफ की। राहुल ने कहा कि अवैध इमिग्रेशन एक मुद्दा है, लेकिन असम के लोगों में वो क्षमता है कि इस मुद्दे को वे खुद सुलझा सकते हैं। राहुल सहित कांग्रेस के नेता ‘नो सीएए’ (सीएए नहीं) का गमछा पहने नजर आए। राहुल ने कहा, ‘असम ने लोगों को एकजुट किया, इससे पहले हिंसा के चलते इस बात की कोई गारंटी नहीं हुआ करती थी कि कोई व्यक्ति जनसभा से घर वापस लौट पाएगा कि नहीं।’ असम के लोगों से कांग्रेस नेता ने कहा कि असम को नुकसान होगा तो देश को नुकसान होगा। चाहे कुछ भी हो जाए सीएए कभी लागू नहीं होगा। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हम दो हमारे दो वाली सरकार सुन लो सीएए कभी लागू नहीं होगा।कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘हम दो, हमारे दो असम को चला रहे हैं। असम से जाओ, आग लगाओ और जो कुछ भी असम में है उसे लूट लो। दुनिया की कोई भी ताकत असम को नहीं तोड़ सकती। जो भी असम समझौते को छूने या नफरत फैलाने की कोशिश करेगा, कांग्रेस पार्टी और असम के लोग उन्हें एक साथ सबक सिखाएंगे। मैं और कांग्रेस के सभी कार्यकर्ता असम समझौते के सिद्धांतों की रक्षा करेंगे, हम इससे एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे। भाजपा, आरएसएस असम को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, नरेंद्र मोदी और अमित शाह इससे प्रभावित नहीं होंगे लेकिन असम और पूरा देश इससे प्रभावित होगा।’ राहुल ने कहा, ‘कांग्रेस कमजोर लोगों, छोटे व्यापारियों, मजदूरों की पार्टी है। जब हम सत्ता में आएंगे तो एक चीज खत्म हो जाएगी। आपने जो नफरत फैलाई है वो खत्म हो जाएगी। हम सब धर्म और जाति के लोगों की रक्षा करेंगे। 2004 से 2014 तक हिंदुस्तान में तेज आर्थिक विकास हुआ। हमने करोड़ों लोगों को गरीबी से निकाला। हम युवाओं की घबराहट को मिटाएंगे। हम असम में बेरोजगारी को खत्म करेंगे। उन्होंने आगे कहा, ‘रिमोट कंट्रोल से टीवी चल सकता है, मुख्यमंत्री नहीं, आपको अपना मुख्यमंत्री चाहिए जो आपकी परेशानियों को सुने, लेकिन असम के मौजूद मुख्यमंत्री केवल नागपुर और दिल्ली की सुनते हैं। इसी वजह से हमें इस सरकार को हटाना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड-19 महामारी के दौरान लोगों का पैसा लूटा और अपने दो दोस्तों का कर्ज माफ कर दिया।

महाभियोग मामले में जीत के बाद बोले डोनाल्ड ट्रंप- अभी तो आंदोलन शुरू ही हुआ है
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता ) कैपिटल हिल हिंसा को लेकर महाभियोग का सामना करने वाले डोनाल्ड ट्रंप की बड़ी जीत हुई है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को सीनेट ने 6 जनवरी को कैपिटल हिल में हिंसा के लिए लोगों को भड़काने के आरोप से बरी कर दिया है। इस तरह से डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार महाभियोग मामले में बरी हो गए हैं। बरी होने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने इस फैसले का स्वागत किया और कहा कि उनका राजनीतिक आंदोलन तो अभी शुरू ही हुआ है। महाभियोग मामले में सीनेट के वोटिंग के कुछ ही समय बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने बयान में कहा, ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन के लिए हमारा ऐतिहासिक, देशभक्ति और सुंदर आंदोलन अभी शुरू ही हुआ है। उन्होंने कहा, ‘आने वाले महीनों में मेरे पास आपके साथ साझा करने के लिए बहुत कुछ है और हम अपने सभी लोगों के लिए अमेरिकी महानता हासिल करने के लिए अपनी अविश्वसनीय यात्रा को जारी रखने के लिए तत्पर हैं।’ डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘हमारे पास आगे बहुत काम है और जल्द ही हम एक उज्ज्वल और असीम अमेरिकी भविष्य के लिए एक दृष्टिकोण के साथ उभरेंगे।’ बरी होने के तुरंत बाद डोनाल्ड ट्रंप ने अपना बयान जारी किया और सबसे पहले अपने लीगल टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा ‘अमेरिका का कोई भी राष्ट्रपति कभी भी इस तरह से नहीं गुजरा है’। दरअसल, 6 जनवरी को कैपिटल हिल में हुई हिंसा को लेकर महाभियोग की प्रक्रिया में सीनेट में वोटिंग हुई, जिसमें 57 सीनेटरों ने उन्हें दोषी पाया जबकि 43 सीनेटरों ने उन्हें दोषी नहीं पाया है। ट्रंप को दोषी साबित करने के लिए 67 वोटों यानी दो तिहाई बहुमत की जरूरत थी, ऐसे में दस वोटों कम रहने की वजह से ट्रंप बरी हो गए। बता दें कि 6 जनवरी को हुई कैपिटल हिल हिंसा में पांच लोगों की मौत हो गई थी और कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। डोनाल्ड ट्रंप पर आरोप लगे थे कि उन्होंने ही अपने समर्थकों को उकसाया था, जिसके बाद कैपिटल हिल पर हमला हुआ था और लोगों की जानें गई थीं। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के इतिहास में ऐसे पहले राष्ट्रपति रह चुके हैं जिन्होंने दो बार महाभियोग का सामना किया। इतना ही नहीं, वह पद से हटने के बाद महाभियोग ट्रायल का सामना करने वाले भी अमेरिका के पहले राष्ट्रपति का तमगा हासिल कर चुके हैं। बिल कैसिडी, रिचर्ड बर्र, मिट रोमनी और सुसान कोलिन्स सहित सात रिपब्लिकन सीनेटरों ने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग चलाने के पक्ष में मतदान किया।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here