जायज़ा डेली लखनऊ ,भारत ने चीन से सीमा विवाद सुलझाने के लिए अब रक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को कमान सौपी है| अजीत डोभाल हर मामले मे प्रधान मंत्री के संकट मोचन रहे हैं भारत और चीन के बीच गलवानी घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद दोनों तरफ से शांति बहाल करने की कोशिशों के बीच भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीन के विदेश मंत्री वांग यी के बीच रविवार को टेलिफ़ोन पर बातचीत हुई.भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि भारत और चीन के बीच वेस्टर्न सेक्टर की सीमा पर हाल की गतिविधियों को लेकर डोभाल और वांग यी के बीच स्पष्ट और विस्तार से बात हुई.दोनों पक्षों में इस बात पर सहमति जताई गई है कि द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के लिए दोनों देशों को सीमा पर शांति बहाल करनी होगी और मतभेदों को विवाद का रूप लेने से रोकना होगा.बयान में ये भी कहा गया है कि दोनों विशेष प्रतिनिधियों की इस बातचीत में दोनों देशों के सैन्य और राजनयिक अधिकारियों के बीच भी बातचीत जारी रखने पर सहमति जताई गई है.इसके अलावा डोभाल और वांग यी के बीच आपसी बातचीत को नियमित रखने पर भी सहमति बनी है.वहीं समाचार एजेंसी एएफ़पी के मुताबिक चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने सोमवार को बीजिंग में पत्रकारों से कहा “दोनों पक्षों में सीमा पर तनातनी कम करने को लेकर साकारात्मक प्रगति हुई है दिलचस्प बात ये है के इस पुरे मामले मे प्रधान मंत्री या तो खुद पेश पेश रहे हैं या फिर अब अपने सबसे क़रीबी अजीत डोभाल को सामने लाये हैं देश के रक्षा मंत्री को पीछे रखा गया है