लखनऊ में कोरोना -2369 मरीज़ो के कारण हालात भयावह, संक्रमितों का रिकॉर्ड टूटा,
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) राजधानी लखनऊ मे आज कोरोना मरीज़ो की संख्या अति गंभीर मरहले मे दाखिल हो गई कोरोना मरीज़ो की जो तादाद आज सामने आई वह दिल दहला देने वाली है।लखनऊ का बुरा हाल है आज-2369 कोरोना के नए मरीज़ मिले हैं।वही उत्तरप्रदेश में कोरोना भयंकर रफ़्तार से बढ़ रहा है। उत्तरप्रदेश में आज 8490मामले आये हैं।प्रयागराज में भी मामला हज़ार पार है। ICU, वेंटिलेटर कम पड़ गये हैं,सावधानी ही बचाव है,सतर्क रहें! स बीचलखनऊ समेत 8 जिलों में नाइट कर्फ्यू,लखनऊ, मेरठ, गाजियाबाद में नाइट कर्फ्यू नोएडा, वाराणसी, कानपुर में नाइट कर्फ्यू,प्रयागराज, बरेली में भी नाइट कर्फ्यू लगा,लखनऊ में 16 अप्रैल तक रहेगा नाइट कर्फ्यू,गाजियाबाद, नोएडा में 17 अप्रैल तक कर्फ्यू,मेरठ में 18 अप्रैल तक रहेगा नाइट कर्फ्यू।उधर देश में कोरोना की बढ़ती रफ्तार को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्रियों के बीच बैठक जारी है। इस दौरान कोरोना महामारी और टीकाकरण को लेकर चर्चा हो रही है। इस बैठक में पीएम मोदी ने कहा कि देश में इस बार कोरोना संक्रमण की बढ़ोतरी पहले से भी तेज है। हम सब के लिए यह चिंता का विषय है। इस बार लोग पहले की अपेक्षा बहुत लापरवाह हो गए हैं।राजधानी लखनऊ में कोरोना संक्रमण के बेकाबू होने से हालात भयावह हो गए हैं। बुधवार को 1333 नए मामले मिले। एक दिन में इतने केस मिलने का यह नया रिकॉर्ड है। इससे पहले 18 सितंबर 2020 को 1244 मामले मिले थे। साथ ही 24 घंटे में छह लोगों की मौत हो गई। वहीं, सक्रिय केसों की संख्या बढ़कर 8852 पहुंच गई है। इस दौरान 469 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज भी किया गया। लखनऊ ने संक्रमण के मामले में नया कीर्तिमान तो बनाया ही है इसके साथ ही मौतों का ग्राफ भी लगातार बढ़ा जा रहा है। लखनऊ में अब तक संक्रमण से कुल 1244 मौतें हो चुकी हैं। पूरे प्रदेश में सिर्फ लखनऊ ही है जहां मौतों का आंकड़ा चार अंकों में पहुंचा है। हालांकि, अभी लापरवाही जारी है। सार्वजनिक स्थानों पर कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुए नहीं देखे जा रहे हैं।सिविल कोर्ट परिसर में दो कर्मचारियों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद प्रभारी जिला जज ने सिविल कोर्ट एवं पुराना हाईकोर्ट परिसर को दो दिनों के लिए बंद किए जाने का आदेश दिया है। 8 और 9 अप्रैल को अदालतें बंद रहेंगी। इस दौरान प्रत्येक आठ घंटे पर परिसर को सैनिटाइज किया जाएगा।8 अप्रैल को नियत जमानत अर्जियों की सुनवाई 13 और 9 को नियत जमानत अर्जियों की सुनवाई 14 को होगी। वही, 8 व 9 अप्रैल को लगे फौजदारी वादों की सुनवाई क्रमश: 19 व 20 अप्रैल को होगी। 8 व नौ अप्रैल को नियत सिविल वादों की सुनवाई क्रमश: 22 व 23 अप्रैल को होगी।

हर दिन रिकॉर्ड ध्वस्त कर रहा कोरोना, देश में पहली बार एक दिन में 1.26 लाख से अधिक नए केस, जानें कहां-कैसी पाबंदियां
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) भारत में कोरोना वायरस की दूसरी लहर का कहर काफी विकराल होता दिख रहा है। बुधवार को एक दिन में कोरोना वायरस के मामलों ने सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए और सबसे अधिक 1.25 लाख का आंकड़ा पार कर लिया। महामारी की शुरुआत से ही अब तक ऐसा पहली बार है, जब एक दिन में 1 लाख 26 हजार से अधिक नए केस सामने आए हैं। बुधवार को लगातार दूसरे दिन कोरोना वायरस के सबसे अधिक मामले दर्ज किए गए। मंगलवार को जहां 1 लाख 15 हजार से अधिक केस सामने आए थे, वहीं बुधवार को यह आंकड़ा करीब 1 लाख 26 हजार से अधिक हो गया। कोरोना के बढ़ते इस कहर को देखते हुए अब पाबंदियां लौट आई हैं। कहीं लॉकडाउन तो कहीं नाइट कर्फ्यू का ऐलान हो गया है।
मंगलवार को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नौ अप्रैल से 19 अप्रैल तक पूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया गया। वहीं पंजाब सरकार ने राज्यव्यापी नाइट कर्फ्यू को 30 अप्रैल तक बढ़ा दिया। यहां तक कि बेंगलुरु ने भी शहर में स्वीमिंग पूल और जिम सेंटरों को बैन कर दिया है। इसके अलावा, आज यानी गुरुवार से यूपी की राजधानी लखनऊ, कानपुर समेत कई शहरों में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया है। देश में कोरोना की दूसरी लहर ने कोरोना की पहली लहर के पीक को पार कर लिया है, जहां सितंबर 2020 में 93 हजार के आसपास केस आते थे, वहीं अभी देश में औसतन 100761 नए दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। इसका मतलब है कि दूसरी लहर अपने पीक की ओर बढ़ रही है। देश में कोरोना के एक्टिव केसों की संख्या भी 9 लाख के आंकड़े को पार कर गई है। मंगलवार को यह आंकड़ा 8 लाख पार था। इस तरह से हर दिन कोरोना एक नया रिकॉर्ड बना रहा है।मुंबई, चंडीगढ़ के बाद मंगलवार को दिल्ली में नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया गया। दिल्ली में 30 अप्रैल तक पाबंदियां लागू की गई हैं। कोरोना की वजह से सबसे अधिक हालत खराब महाराष्ट्र की है, जहां भारत के कुल कोरोना केसों में आधा का योगदान इसी राज्य का है। यही वजह है कि महाराष्ट्र के कई शहरों में प्रशासन ने नाइट कर्फ्यू से लेकर वीकेंड लॉकडाउन तक को लगाया है। इसके अलावा, राजस्थान और गुजरात में भी सरकार ने नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है। महाराष्ट्र के बाद छत्तीसगढ़ भारत का दूसरा सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बनकर उभरा है, जहां कोरोना वायरस के लगातार केस सामने आ रहे हैं। यही वजह है कि रायपुर जिले में 11 दिनों का पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है। रायपुर में मंगलवार तक 76 हजार से अधिक केस दर्ज किए गए हैं और 1000 से अधिक लोगों की मौतें हो चुकी हैं। बीते 6 दिनों में रायपुर में दस हजार से अधिक केस आए हैं और 93 लोगों की मौत हुई है।भारत में बढ़ते कोरोना केसों के बीच केंद्र सरकार ने आगाह किया कि अगले चार सप्ताह बेहद महत्वपूर्ण हैं और लोगों को महामारी की दूसरी लहर का मुकाबला करने में सहयोग करना चाहिए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्ष वर्धन ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि लोगों ने मास्क लगाने जैसे एहतियात को तिलांजलि दे दी है।

 मेरठ-बरेली में भी लगा नाइट कर्फ्यू, अब तक 8 बड़े शहरों में पाबंदियां लागू
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) जैसे-जैसे कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं वैसे वैसे यूपी के बड़े शहरों में भी नाइट कर्फ्यू का ऐलान हो रहा है। बरेली और मेरठ में भी नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषण कर दी गई। बरेली में शुक्रवार रात से कर्फ्यू लगाया जाएगा। अब तक यूपी के आठ बड़े शहरों में नाइट कर्फ्यू का ऐलान हो चुका है। बरेली-मेरठ से पहले लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, प्रयागराज, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा) और गाजियाबाद में नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषणा हो चुकी है।बुधवार को सीएम योगी ने सभी जिलाधिकारियों को खुद नाइट कर्फ्यू और पाबंदियों पर निर्णय लेने के लिए अधिकृत कर दिया था। सीएम योगी ने 100 से ज्यादा एक्टिव केस वाले जिलों में रात में सख्ती बरतने और 500 से ज्यादा एक्टिव केस वाले शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाने का निर्देश दिया था। इसी के बाद सबसे पहले लखनऊ और वाराणसी में नाइट कर्फ्यू का ऐलान हुआ।बरेली जिलाधिकारी के अनुसार शुक्रवार से नाइट कर्फ्यू लगाया जाएगा। रात 9 बजे से सुबह छह बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी तरह की पाबंदियां रहेंगी। इसके साथ ही 12वीं तक के स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश भी दिया गया है। जिन स्कूलों में प्रैक्टिकल और परीक्षाएं हो रही हैं, वह होती रहेंगी। फैक्ट्रियां पहले की तरह चलती रहेंगी। कर्मचारी परिचय पत्र दिखाकर आवागमन कर सकते हैं। जरूरी सामानों की आपूर्ति और चिकित्सा तथा अन्य जरूरी सेवाओं को पाबंदियों से छूट रहेगी। मेरठ में 18 अप्रैल तक नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया गया है। रात दस बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा। इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सबकुछ बंद रहेगा। अतिआवश्यक कार्यों को छोड़कर सभी गतिविधिया बंद रहेंगी। वहीं स्कूल, कॉलेज और कोचिंग सेंटर भी 18 अप्रैल तक बन्द रहेंगे। स्कूल और कॉलेज में चल रही परीक्षा यथावत जारी रहेगी। इसके अलावा स्कूल और कॉलेज में अध्यापकों और अन्य स्टाफ को बुलाने के लिए बीएसए, डीआओएस और उच्च शिक्षा अधिकारी से अनुमति लेनी होगी।रात्रि कर्फ्यू निर्णय के लिए गुरुवार को पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक बुलाई गई थी। कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने बताया था कि पूरे जिले में तो रात्रि कर्फ्यू नहीं लगाया जाएगा लेकिन तेजी से फैल रहे संक्रमण वाले इलाकों में निर्णय लिया जा सकता है।

 

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