लखनऊ में धर्मस्थलों में एक साथ 5 लोग से ज्यादा नहीं रह सकेंगे, CM ने दिये आदेश !!
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता)यूपी में हर रोज कोरोना संक्रमित मिलने का रिकॉर्ड टूट रहा है। शनिवार को प्रदेश में 12,787 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं जबकि बीते 24 घंटे में 48 लोगों की मौत हुई है। इसके पहले शुक्रवार को 9695, आठ अप्रैल को 8490 और 11 सितंबर को 7103 मरीज पाए गए थे। इसके साथ ही प्रदेश में अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 6,76,739 हो चुकी है। इसके साथ ही अलग-अलग शहरों के अस्पतालों में लोगों को बेड न मिलने की भी शिकायतें आ रही हैं।लखनऊ। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर ने भयानक रूप लिया है। सूबे में लगभग रोज 8 से 10 हजार नए संक्रमित मरीज सामने आ रहे हैं। जानकारी मिली है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति गोविंद माथुर भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं। उत्तर प्रदेश में 12,787 कोरोना के नए मरीज आए, 2207 डिस्चार्ज, 48 मौत की मौत हुई है।लखनऊ मे 4059 नए मरीज मिले हैं जबकि 23 लोगों की मौत हुई है।प्रयागराज मे 1460नए मरीज,वाराणसी 983नए मरीज,कानपुर नगर 706नए मरीज,गोरखपुर 422नए मरीज मिले हैं।इलाहाबाद के पूर्व सांसद और महापौर रहे श्यामा चरण गुप्ता का शुक्रवार की रात निधन हो गया। उनकी निधन की खबर मिलते ही जिले में शोक की लहर दौड़ गई। उनके निधन की अफवाह शुक्रवार की शाम को ही उड़ी थी, लेकिन उनके
आधिकारिक फेसबुक पेज से इसका खंडन किया गया था और बताया गया था कि पूर्व सांसद की हालत स्थिर है और उनका उपचार चल रहा है। लेकिन देर रात उनके मौत की पुष्टि उनके भतीजे अनिल अग्रहरि ने की। कोरोना संक्रमण के चलते उन्हें होली के दिन दिल्ली के मैक्स हास्पीटल में भर्ती कराया गया था। उनकी पत्नी जमुनोत्री गुप्ता और पुत्र विदुप अग्रहरि की भी रिपोर्ट पाजिटिव आई है।
कोरोना का यूपी में नया रिकॉर्ड,अब तक 13 शहरों में नाइट कर्फ्यू, शादी-विवाह की नई गाइडलाइन
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता)उत्तर प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर का भयावह रूप दिखाई देने लगा है। पिछले 24 घंटे में रिकार्ड 12,787 नए कोरोना मरीज पाए गए हैं जबकि 48 मरीजों की मौत हो गई है। कोरोना के बढ़ते कहर को रोकने के लिए सीएम योगी ने सख्त रुख अपनाते हुए शनिवार को गोरखपुर में अधिकारियों को कई निर्देश दिए। सीएम ने कहा कि जिलों में कोविड केसों की संख्या का आंकलन कर नाइट कर्फ्यू का निर्णय डीएम लें। जिला प्रशासन ऐसी व्यवस्था बनाए जिससे कोई भी सार्वजनिक आयोजन, बर्थ-डे, विवाह समारोह या अन्य कार्यक्रम रात नौ बजे के पहले ही सम्पन्न हो जाएं।उन्होंने कहा कि लोगों को इसके लिए जागरूक करें और कोरोना गाइडलाइन के पालन के लिए प्रेरित करें। सीएम ने ये निर्देश शनिवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में कोरोना नियंत्रण, कोविड टीकाकरण और इंसेफेलाइटिस उन्मूलन की समीक्षा बैठक में दिए। सीएम ने कहा कि कोरोना का यह दूसरा फेज भी पहले चरण की तरह ही चुनौतीपूर्ण है। फिर भी सामूहिक प्रयासों से इस पर काबू पाने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। प्रदेश में कोरोना जांच और टीकाकरण के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध हैं। कोविड अस्पतालों में बेड की संख्या में कोई कमी नहीं आनी चाहिए। भर्ती मरीजों को सभी सुविधाएं मिलनी सुनिश्चित होनी चाहिए। सीएम ने कहा कि सरकारी अस्पतालों में एंटीजन एवं आरटीपीसीआर की जांच फ्री में होती है। इसमें अगर कही भी कोई शिकायत मिलती है तो सम्बंधित के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जांच व इलाज में प्राइवेट अस्पताल निर्धारित रेट से अधिक धनराशि ले तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। अस्पतालों में उपलब्ध 108 एम्बुलेंस की संख्या में से आधे को कोविड के लिए लगाया जाए।सीएम ने कहा कि महाराष्ट्र, पंजाब, दिल्ली, मध्य प्रदेश, केरल, कर्नाटक में कोरोना संक्रमण की स्थिति गंभीर है। वहां से आने वालों का रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर कोविड टेस्टिंग कराया जाए। हर ग्राम पंचायत, वार्डो, नगर निकायों में निगरानी समितियां गठित कर उसे क्रियाशील किया जाए।
क्या पूरे महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगाने को तैयार है उद्धव सरकार?
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) महाराष्ट्र में लॉकडाउन लगना लगभग तय हो गया है। उद्धव सरकार का कहना है कि कोरोना महामारी को रोकने के लिए राज्य में पूर्ण पाबंदी जरूरी है। रविवार को कोविड-19 टास्क फोर्स से बैठक के बाद इस पर अंतिम मुहर लगाई जाएगी। लॉकडाउन कितने दिनों के लिए लगाया जाएगा और इस दौरान किस तरह की गतिविधियां की छूट होगी और किन गतिविधियों पर पूरी तरह रोक होगी, यह भी टास्क फोर्स की बैठक में तय हो सकता है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शनिवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। सूत्रों के मुताबिक, उद्धव ठाकरे ने बैठक में यह साफ कर दिया कि कोरोना को रोकने के लिए अब कोई और चारा नहीं बचा है और लॉकडाउन लगाना ही होगा। हालांकि, विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे ने इसका विरोध किया। इसके बाद तय किया गया कि रविवार को टास्क फोर्स की बैठक में लॉकडाउन पर आखिरी फैसला लिया जाएगा। बैठक के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने संवाददाताओं को बताया कि कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए लॉकडाउन लगाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि रविवार को टास्क फोर्स की बैठक होगी जिसमें लॉकडाउन लगाने पर फैसला लिया जाएगा। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और एनसीपी नेता नवाब मलिक ने बैठक के बाद कहा, ”सख्त प्रोटोकॉल के बावजूद कोविड-19 के केस बढ़ रहे हैं, आने वाले दिनों में स्वास्थ्य ढांचे पर और दबाव बढ़ सकता है। मुख्यमंत्री कल टास्क फोर्स के साथ बैठक करेंगे, जिसके बाद आगे का फैसला लिया जाएगा।” कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री असलम शेख ने कहा, ”सरकार लॉकडाउन से बचना चाहती है इसलिए सख्त पाबंदियां और वीकेंड लॉकडाउन लगाना पड़ा। लेकिन इनका कोरोना केसों पर कोई असर नहीं दिख रहा है।