उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है। प्रतिदिन रिकॉर्ड मरीजों के बाद मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी के कार्यालय में भी कोरोना ने हमला कर दिया है। जानकारी के मुताबिक अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, मुख्यमंत्री के ओएसडी  अभिषेक कौशिक, निजी सचिव जय शंकर, निजी सहायक प्रताप और विशेष सचिव अमित कुमार सिंह कोरोना संक्रमित हो गए हैं।अधिकारियों में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद मुख्यमंत्री योगी ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने लिखा कि मेरे कार्यालय के कुछ अधिकारी कोरोना से संक्रमित हुए हैं। यह अधिकारी मेरे संपर्क में रहे हैं, इसलिए मैंने एहतियातन अपने को आइसोलेट कर लिया है और सभी कार्य वर्चुअली प्रारंभ कर रहा हूं।

 

यूपी सरकार को पूर्ण लाकडाउन लगाने पर विचार करे:इलाहाबाद हाईकोर्ट
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) इलाहाबाद हाईकोर्ट ने राज्य सरकार को पूर्ण लाकडाउन लगाने पर विचार करने का निर्देश दिया है।जस्टिस सिद्धार्थ वर्मा और जस्टिस अजित कुमार की खंडपीठ ने आदेश देते हुए कहा है की प्रभावित नगरों मे राज्य सरकार को दो या तीन हफ्ते के लिए पूर्ण लाकडाउन लगाने पर विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ट्रैकिंग, टेस्टिंग, व ट्रीटमेंट योजना में तेजी लाये खुले मैदानों में अस्थायी अस्पताल बनाकर कोरोना पीड़ितों के इलाज की व्यवस्था का निर्देश भी दिया है बताते चले की उत्तर प्रदेश मे नाईट कर्फ्यू लगाने पर विचार करने को भी हाई कोर्ट ने ही कहा था।उसके बाद ही उत्तर प्रदेश सरकार ने नाईट कर्फ्यू लगा दिया था।अदालत ने कहा कि कहा जरूरी हो तो संविदा पर स्टाफ तैनात किये जायें ,हाईकोर्ट ने सुनवाई की अगली तारीख 19 अप्रैल को सचिव से हलफनामा मांगा है,कोर्ट ने कहा सड़क पर कोई भी व्यक्ति बिना मास्क के दिखायी न दे,अन्यथा कोर्ट पुलिस के खिलाफ अवमानना कार्यवाही करेगी,कोर्ट ने कहा सामाजिक धार्मिक आयोजनों मे 50आदमी से अधिक न इकट्ठा हों,कोरोना मामले को लेकर कायम जनहित याचिका पर दिया आदेश कोर्ट ने कहा नाइट कर्फ्यू या कोरोना कर्फ्यू संक्रमण फैलाव रोकने के छोटे कदम हैं ये नाइट पार्टी एवं नवरात्रि या रमजान में धार्मिक भीड़ तक सीमित है कोर्ट ने कहा कि नदी में जब तूफान आता है तो बांध उसे रोक नहीं पाते,फिर भी हमे कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रयास करने चाहिए,कोर्ट ने कहा दिन मे भी गैर जरूरी यातायात को नियंत्रित किया जाये,कोर्ट ने कहा कि जीवन रहेगा तो दोबारा स्वास्थ्य ले सकेंगे अर्थ व्यवस्था भी दुरूस्त हो जायेगी,कोर्ट ने कहा कि विकास व्यक्तियों के लिए है, जब आदमी ही नहीं रहेंगे तो विकास का क्या अर्थ, रह जायेगा,कोरोना से अत्यधिक प्रभावित शहरो में लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी ,गोरखपुर शामिल है,कोर्ट ने कहा कि संक्रमण फैले एक साल बीत रहे है लेकिन इलाज की सुविधाओं को बढ़ाया नहीं जा सका,कोर्ट ने राज्य सरकार की 11अप्रैल की गाइडलाइंस का सभी जिला प्रशासन को कड़ाई से अमल में लाने का निर्देश दिया,कोर्ट ने 19 अप्रैल को डीएम व सीएमओ प्रयागराज को कोर्ट में हाजिर रहने का दिया निर्देश,कोर्ट ने कैन्टोनमेन्ट जोन को अपडेट करने तथा रैपिड फोर्स को चौकन्ना रहने का दिया निर्देश कोर्ट ने कहा हर 48 घंटे में जोन का सेनेटाइजेशन किया जाये,यू पी बोर्ड की आनलाइन परीक्षा दे रहे छात्रों की जांच करने पर बल दिया जाये,कोर्ट ने एस पी जी आई लखनऊ की तरह स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में कोरोना आई सी यू बढाने व सुविधाए उपलब्ध कराने का दिया निर्देश,कोर्ट ने राज्य व केन्द्र सरकार को ऐन्टी वायरल दवाओं के उत्पाद व आपूर्ति बढाने का दिया निर्देश,जरुरी दवाओं की जमाखोरी करने या ब्लैक मार्केटिंग करने वालों पर सख्ती करने का भी निर्देश है।

यूपी में एक दिन की राहत के बाद कोरोना का फिर से कहर, 24 घंटे में मिले 18 हजार से ज्यादा नए मरीज,85 लोगों की मौत,लखनऊ में 5382, मुख्यमंत्री योगी के कार्यालय के कई अधिकारी संक्रमित, सीएम ने खुद को किया आइसोलेट

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) कोरोना की दूसरी लहर की स्थिति महाराष्ट्र और दिल्ली की तरह यूपी में बेहद भयावह हो चुकी है। एक दिन की राहत के बाद संक्रमितों की संख्या में जबदरस्त इजाफा हुआ है। 24 घंटे में 18021 नए संक्रमित मिले हैं। इस दौरान रिकॉर्ड 85 लोगों की मौत हो गई है।लखनऊ में 5382 कोरोना के नए मरीज़ प्रयागराज में 1856 कोरोना के नए मरीज़,कानपुर में 1271 कोरोना के नए मरीज़,वाराणसी में 1404कोरोना के नए मरीज़ मिले हैं ।सोमवार को 13685 नए संक्रमित मिले थे। इस तरह एक ही दिन में इनकी संख्या में 4336 का इजाफा हो गया। अप्रैल माह में कोरोना का रौद्र रूप देखने को मिल रहा है। इस महीने में अभी 13 दिन ही हुए हैं और संक्रमण सात गुना बढ़ गया है। अब तक यूपी के 20 से ज्यादा जिलों में नाइट कर्फ्यू लगाया जा चुका है, इसके बाद भी कोरोना के बढ़ते मामले डरा रहे हैं।यूपी में रविवार को 15 हजार से ज्यादा नए केस आने के बाद सोमवार को 13 हजार के करीब केस आने से थोड़ी राहत मिली थी। लेकिन मंगलवार को 18,021 नए केस आने से संकट फिर बढ़ गया है। मुख्य सचिव (स्‍वास्‍थ्‍य) अमित मोहन प्रसाद ने मंगलवार को पत्रकारों को बताया कि राज्य में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 18,021 नये मामले सामने आये हैं जबकि संक्रमण से और 85 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक संक्रमण से 9,309 लोगों की मौत हुई है।प्रसाद के मुताबिक राज्य में अब तक कुल 7,23,582 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं और फिलहाल उपचाराधीन मरीजों की संख्या 95,980 है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में प्रदेश में 3,474 मरीजों को छुट्टी दे दी गई। अब तक उपचार के बाद 6,18,293 संक्रमित स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। राज्‍य में इससे पहले 11 अप्रैल को एक दिन में कोविड-19 संक्रमण के सर्वाधिक 15,353 मामले दर्ज किये गये थे जबकि 12 अप्रैल को एक दिन में सर्वाधिक 72 संक्रमितों की मौत की सूचना थी। प्रसाद ने बताया कि राज्य में अब तक 93 लाख से ज्यादा कोविड-19 टीका की खुराक दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि सोमवार को 2.18 लाख नमूनों का परीक्षण किया गया जबकि अब तक 3.71 करोड़ से अधिक परीक्षण किये जा चुके हैं। प्रसाद ने कहा कि नमूनों के परीक्षण के लिए राज्य में 12 नई आरटी-पीसीआर प्रयोगशाला खोली जा रही हैं। कोरोना का संक्रमण कहर मुख्यमंत्री कार्यालय पर भी बरपा है। मुख्यमंत्री के ओएसडी अभिषेक कौशिक भी कोरोना से संक्रमित हो गए हैं। इसके अलावा मुख्यमंत्री कार्यालय के एक निजी सचिव कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इससे पहले अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी और अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला भी कोरोना संक्रमित हो चुकी हैं। उनका इलाज संजय गांधी पीजीआई में चल रहा है।बुलंदशहर के एसएसपी संतोष कुमार सिंह के कोरोना संक्रमित होने के चलते शासन ने भारती सिंह को बुलंदशहर का कार्यवाहक एसएसपी बनाया है। 41वीं वाहिनी पीएसी गाजियाबाद की कमांडेंट भारती सिंह अगले आदेशों तक एसएसपी बुलंदशहर का कार्यभार संभालेंगी। वहीं, लखनऊ के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में 11 डॉक्टर्स की रिपोर्ट पॉजिटिव है। इनके साथ ही तीन मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हैं। यह सभी सिविल अस्पताल में कोरोना की जांच करते समय संक्रमित हुए हैं।गौतमबुद्धनगर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिला प्रशासन हाई अलर्ट पर है। डीएम ने यहां के ग्रेटर नोएडा के सभी स्विमिंग पूल बंद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने तत्काल सभी स्विमिंग पूल बंद करने के निर्देश दिया। अब भी अगर कोई स्विमिंग पूल चालू पाए जाने पर सख्त कार्रवाई का निर्देश है।

 

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