मुंबई में तबाही के बाद गुजरात पहुंचा चक्रवाती तूफान ताउते,अहमदाबाद में भारी बारिश


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) चक्रवाती तूफान ताउते (Cyclone Tauktae Live Updates) ने मुंबई में भारी तबाही मचाई और फिर बेहद तेज रफ्तार से गुजरात की ओर बढ़ चला। सोमवार को मुंबई और उसके आस-पास के इलाकों में बहुत तेज हवाएं और भारी बारिश हुई। तूफान के सामने जो कुछ भी आया, वह उसे अपनी चपेट में लेता गया। चक्रवाती तूफान की वजह से कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, जबकि लोकल ट्रेनों की सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं।

इससे पहले, रविवार को केरल, कर्नाटक और गोवा में भी ताउते ने अच्छी-खासी तबाही मचाई थी और छह लोगों की जान भी चली गई थी। हालांकि, ताउते से निपटने के लिए राज्यों की पुलिस, एनडीआरएफ, सरकार पूरी तरह से तैयार है। कोरोनाकाल होने के चलते इस बार केंद्रीय गृह मंत्रालय ने कई दिशा-निर्देश भी जारी किए हैं। मंत्रालय ने कोविड अस्पतालों और ऑक्सीजन प्लांट्स पर विशेष नजर रखने के लिए कहा है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चक्रवात ताउते के कारण तटीय राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में उत्पन्न स्थिति के मद्देनजर महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के मुख्यमंत्रियों के अलावा दमन और दीव के उपराज्यपाल से चर्चा की और ताजा स्थिति की जानकारी ली।

महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में चक्रवाती तूफान ‘ताउते’ का असर देखने को मिला महानगर में सोमवार सुबह से ही तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने से कई जगह बड़े-बड़े पेड़ उखड़ गए तो कई जगह वाहनों को नुकसान पहुंचा है। वहीं चक्रवात की बढ़ती रफ्तार को देखते हुए मुंबई एयरपोर्ट शाम 6 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया है वहीं कई जगहों पर लोकल ट्रेनों की सेवा भी ठप्प हो गई है। सोमवार की सुबह चक्रवात के महाराष्ट्र के तट पर पहुंचने और मुंबई के करीब पहुंचने पर छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा ने पूर्वाह्न 11 बजे से दिन में दो बजे तक संचालन स्थगित करने की घोषणा की। पास के रायगढ़ जिला में ‘रेड अलर्ट’ और मुंबई में ‘ऑरेंज अलर्ट’ जारी किया गया है।देश के दक्षिण पश्चिम राज्यों में चक्रवाती तूफान ताउते का खतरा मंडरा रहा है। अब ये तूफान गुजरात की ओर से बढ़ रहा है। मौसम विभाग की माने तो 17 और 18 मई को गुजरात में भारी बारिश की संभावना है। अबतक इस तूफान की वजह से प्रभावित इलाकों में आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि सैकड़ों पेड़ गिर चुके हैं और कई गांव तक प्रभावित हुए हैं। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार आज शाम तक ताउते गुजरात के तट से टकराएगा और इसी बीच मुंबई में बांद्रा-वर्ली सी लिंक को बंद करने का फैसला लिया गया है। वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को चक्रवात के कारण महाराष्ट्र, गुजरात और गोवा के मुख्यमंत्रियों से चर्चा की और ताजा स्थिति की जानकारी ली। ताउते तूफान के कारण एक जहाज मुंबई हीरा आयल फील्ड्स के पास समुद्र में फंस गया है। जहाज में 273 लोग सवार हैं। जहाज व उसमें फंसे लोगों के बचाव के लिए नौसेना ने अपना पोत आईएनएस कोच्चि व तलवार को मौके पर भेज दिया है। ताउते की वजह से महाराष्ट्र और मुंबई के तटीय इलाकों में मौसम बेहद खराब है। मुंबई से करीब 175 किलोमीटर दूर हीरा ऑयल फील्ड्स के पास यह जहाज फंसा है। इस पर सवार कम से कम 273 लोगों की जान पर संकट है।  सूचना मिलते ही नौसेना ने अपने दो पोत आईएनएस कोच्चि और आईएनएस तलवार को मौके पर भेजा है। अन्य बचाव दल भी रवाना हो गए हैं। विमानों व हेलिकॉप्टरों को भी वहां रवाना किया जा रहा है। 
यूपी:चक्रवाती तूफान ताउते की दस्तक,
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) चक्रवाती तूफान ताउते ने कानपुर सहित आसपास के 14 जिलों में भी दस्तक दे दी है। जिसकी वजह से सुबह से ही कानपुर सहित आसपास के जिले उन्नाव, इटावा, कानपुर देहात, हरदोई, फतेहपुर, चित्रकूट, हमीरपुर, फर्रूखाबाद, बांदा, जालौन में घने बादल छाए हुए हैं। तेज हवाएं चल रही हैं। बता दें कि देश के दक्षिण पश्चिम राज्यों में चक्रवाती तूफान ताउते का खतरा मंडरा रहा है। अब ये तूफान गुजरात की ओर से बढ़ रहा है। मंगलवार से तीन दिन तक आंधी-पानी के संकेत मिल रहे हैं। सीएसए के मौसम विभाग ने किसानों को अलर्ट जारी कर दिया है, कि कटी फसल को इकट्ठा कर लें। वहीं तेज बारिश में पेड़ों के नीचे खड़े होने से मना किया है। मंगलवार, बुुधवार और गुरुवार को 15-20 मिमी तक बारिश हो सकती है। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, चक्रवाती तूफान ताउते सोमवार रात तक गुजरात के तट पर पहुंचेगा। इसके असर से विभिन्न राज्यों में तेज बारिश होगी।कानपुर परिक्षेत्र में सोमवार सुबह से इसका असर दिखाई देने लगा। मौसम विभाग के अनुसार, हवाओं की रफ्तार अलग-अलग क्षेत्रों में 30 से 35 किमी के बीच है। सीएसए के मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी कटी और खुली पड़ी फसलों का भंडारण कर लें। सोलर सिस्टम को भी तेज हवाओं से सुरक्षित कर लें।मौसम विभाग के प्रभारी डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि तूफान से पेड़ों के उखड़ने, तार गिरने, संचार व्यवस्था में व्यवधान होने की आशंका है। चक्रवात के आंतरिक रिंग मेें हवा की रफ्तार दो सौ किमी प्रति घंटा तक पहुंच सकती है। ऐसे में वाहन चालक तूफान के दौरान खास सावधानी बरतें।हमीरपुर में कई दिनों से लगातार आसमान में बादल छाए रहे। जिससे गर्मी से राहत रही। वहीं सोमवार को दोपहर में अचानक बारिश होने से मौसम खुशनुमा हो गया। बारिश से लोग बचते नजर आए। लोगों को गर्मी से राहत मिली। इधर कई दिनों से मौसम में उतार चढ़ाव था। वहीं फर्रूखाबाद में भी मंगलवार को आसमान में सुबह से घने बादल छाए रहने के साथ बारिश की संभावना है। दिन में धूप से गर्मी व शाम को मौसम ठंडा रहने का अनुमान है। सीएसए के मौसम विभाग प्रभारी डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि ताउते का मतलब तेज आवाज निकालने वाली छिपकली होता है। चक्रवाती तूफान को यह नाम म्यांमार ने दिया है। बर्मी भाषा में इसे गैको भी कहते हैं। विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएमओ) के मौसम चेतावनी केंद्र चक्रवात का नामकरण करते हैं। संगठन के एशिया और प्रशांत पैनल ऑन ट्रॉपिकल साइक्लोन (पीटीसी) के 13 सदस्य में भारत भी है।
सीबीआई की विशेष अदालत ने गिरफ़्तार तृणमूल नेताओं को दी ज़मानत


जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली(संवाददाता) नारदा स्टिंग मामले की जाँच कर रही सीबीआई ने सोमवार सुबह तृणमूल कांग्रेस के तीन नेताओं समेत चार लोगों को गिरफ़्तार किया था।इनमें दो मंत्री भी थे।इन नेताओं में दो मंत्रियों फ़िरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी के अलावा पूर्व मंत्री शोभन चटर्जी और टीएमसी विधायक मदन मित्रा भी शामिल थे। नारदा स्टिंग मामले की जाँच कर रही सीबीआई ने सोमवार सुबह तृणमूल कांग्रेस के तीन नेताओं समेत चार लोगों को गिरफ़्तार कर लिया. इनमें दो मंत्री भी शामिल हैं। इन सभी को उनके घर से निजाम पैलेस स्थित सीबीआई दफ़्तर ले आया गया और वहाँ उनकी गिरफ़्तारी की गई।इन नेताओं में दो मंत्रियों फिरहाद हकीम और सुब्रत मुखर्जी के अलावा पूर्व मंत्री और अब बीजेपी नेता शोभन चटर्जी और टीएमसी विधायक मदन मंत्री भी शामिल हैं।राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने हाल ही में सीबीआई को इन नेताओं के ख़िलाफ़ चार्जशीट दायर करने की अनुमति दी थी। नेताओं की गिरफ़्तारी की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सीबीआई के दफ़्तर पहुँच गई हैं।सत्ताधारी टीएमसी ने इन गिरफ़्तारियों को ग़ैररकानूनी बताया है। पार्टी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि बिना किसी नोटिस के नेताओं की गिरफ़्तारी ग़ैरकानूनी है।उन्होंने पूछा, “इसी मामले में अभियुक्त बीजेपी नेता मुकुल रॉय और शुभेंदु अधिकारी को गिरफ़्तार क्यों नहीं किया गया?विधानसभा अध्यक्ष विमान बनर्जी ने भी गिरफ़्तारियों को अवैध बताते हुए कहा है कि उनसे इसकी अनुमति नहीं ली गई है।बनर्जी ने कहा कि राज्यपाल को इन नेताओं की गिरफ़्तारी को हरी झंडी देने का अधिकार नहीं है।

तेज़ी से काम हुए कोरोना संक्रमण के मामले,प्रदेश में 9,391,लखनऊ में 517
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) प्रदेश में कोरोना संक्रमण कम होते-होते 37 दिन पहले की स्थिति में पहुंच गया है। सोमवार को 9,391 नए मरीज मिले। इससे पहले 9 अप्रैल को 10 हजार से कम 9695 मरीज मिले थे। इसके बाद आंकड़ा 10 हजार के पार ही रहा। 30 अप्रैल को सर्वाधिक 38,055 मरीज मिले थे। प्रदेश में कुल 285 मरीजों की मौत हुई।एसीएस सूचना नवनीत सहगल के अनुसार प्रदेश में अब तक 14,62,141 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। 30 अप्रैल को 3,10,783 सक्रिय केस थे, जो घटकर 1,49,032 रह गए हैं। यानी बीते 17 दिन में कोरोना के मामलों में 1.60 लाख से अधिक की कमी आई है। इस तरह प्रदेश में ठीक होने की दर 90 प्रतिशत हो गई है, जबकि मृत्युदर 1.1 प्रतिशत रह गई है। सोमवार को प्रदेश में 9391 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले थे। इससे पहले यह स्थिति 09 अप्रैल 2021 को थी, जब प्रदेश में एक दिन में 9695 मरीज मिले थे। इसके बाद से लगातार मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हुई थी और 30 अप्रैल  को एक दिन में अधिकतम 38055 मरीज का रिकार्ड बना था।एसीएस सूचना नवनीत सहगल के अनुसार प्रदेश में 1628990 अब तक कोरोना संक्रमण के मामले सामने आए हैं। इनमें से अब तक 1462141 लोग अब तक स्वस्थ हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 30 अप्रैल को कुल 310783 एक्टिव मामले थे। जो अब घटकर 149032 रह गए हैं। यानी कि पिछले 17 दिन में 1.60 लाख से अधिक कोरोना मामलों में कमी आई है।  कुल एक्टिव मरीजों में से 1.10 लाख होम आईसोलेशन में हैं। इस तरह प्रदेश में मरीजों के ठीक होने की दर 90 प्रतिशत हो गई है। जबकि मृत्युदर 1.1 प्रतिशत रह गई है। रविवार को 255110 कुल टेस्ट किए गए। इनमें से 1.07 लाख टेस्ट आरटीपीसीआर तकनीक से किए गए हैं। सोमवार को गोरखपुर में सबसे 542 मरीज मिले हैं। इसके अलावा लखनऊ में 517, सहारनपुर में 458, गौतमबुद्ध नगर में 457, मेरठ में 452, मुजफ्फर नगर में 362, मुरादाबाद में 342, मथुरा में 323, वाराणसी में 284, बलिया में 265, देवरिया में 252, गाजियाबाद में 243, बुलंदशहर में 233, लखीमपुर खीरी में 194, पीलीभीत 183, प्रयागराज में 166, बागपत में 158, एटा में 152, शामली में 149, गाजीपुर में 149, बिजनौर में 148, बरेली में 146, कानपुर नगर में 135, शाहजहांपुर में 131, बदायूं में 130, अलीगढ़ 114, बाराबंकी 110, जौनपुर में 107, अमरोहा में 104, बस्ती में 100 मरीज मिले हैं। प्रदेश में सोमवार को कुल 285 मरीजों  की संक्रमण से मौत हुई है। अब तक 17817 मरीजों की मौत हो चुकी है।

ईरान:राष्ट्रपति पद की दौड़ में प्रधान न्यायाधीश रईसी और अहमदीनेजाद ने किया नामांकन


रईसी ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामनेई (82) के संभावित उत्तराधिकारी के तौर पर खुद का नामांकन कराया है। हालांकि कुछ प्रमुख लोगों का कहना है कि वह इस दौड़ में आगे नहीं बढ़ पाएंगे। साल 2017 में भी उन्होंने इस पद को लेकर रुचि दिखाई थी, लेकिन असफल रहे थे।ईरान के प्रधान न्यायाधीश इब्राहिम रईसी ने शनिवार को देश के राष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन कराया। कट्टरपंथी मौलाना रईसी 1988 में हजारों कैदियों को सामूहिक फांसी से संबंधित एक समिति का हिस्सा थे।नामांकन से पहले एक बयान में रईसी ने राष्ट्रपति बनने पर ‘गरीबी, भ्रष्टाचार और भेदभाव’ के खिलाफ लड़ाई लड़ने का वादा किया। 2017 के चुनाव में रईसी को 1.16 करोड़ वोट मिले थे। खामनेई ने 2019 में उन्हें प्रधान न्यायाधीश नियुक्त किया था।खामनेई से उनकी करीबी और भ्रष्टाचार रोधी मुहिम में हिस्सा लेने पर हासिल हुई लोकप्रियता चुनाव में उन्हें फायदा पहुंचा सकती है। विशेषज्ञों पहले ही कह चुके हैं कि कट्टरपंथियों को चुनाव में थोड़ा लाभ मिलता है।

ईरान के पूर्व राष्ट्रपति महमूद अहमदीनेजाद भी जून में होने वाले इस पद के चुनाव में फिर से किस्मत आजमा रहे हैं। बीते बुधवार को उन्होंने अपने समर्थकों के साथ गृह मंत्रालय में राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपना पंजीकरण फॉर्म भरा। अहमदीनेजाद ने हाल के वर्षों में अपनी कट्टरपंथी छवि को अधिक मध्यमार्गी उम्मीदवार के रूप में चमकाने की कोशिश की है तथा कुप्रबंधन के लिए सरकार की आलोचना की है। उनपर 2017 में सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामनेई ने राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी थी। हालांकि उन्होंने तब नामांकन दायर कर दिया था, मगर संवैधानिक निगरानी संस्था ‘गार्जियन काउंसिल’ ने उन्हें तब अयोग्य ठहरा दिया था। बता दें कि राष्ट्रपति खामनेई ने कहा है कि वह किसी भी उम्मीदवार का विरोध नहीं करेंगे। हालांकि, फिर भी चुनाव परिषद अहमदीनेजाद की उम्मीदवारी रोक सकती है। खामनेई ने मंगलवार को ईरानी विश्वविद्यालय के छात्रों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए कहा था कि पहले चुनावों में जो उम्मीदवार बनना चाहता था उसने मुझसे पूछा था कि क्या मैं सहमत हूं? उन्होंने कहा, ‘इस साल मैंने कहा कि मैं इस बारे में कुछ नहीं कहूंगा।’ उल्लेखनीय है कि ईरान अमेरिका के साथ तनाव के बीच परमाणु समझौते को लेकर विश्व शक्तियों के साथ बातचीत कर रहा है।इस बीच अहमदीनेजाद का प्रवेश चुनाव में जान फूंक सकता है जो कोरोना वायरस और पाबंदियों की वजह से ठंडा पड़ा था। अगर राजनीतिक परिदृश्य में उनकी वापसी होती है तो यह कट्टपंथियों में उन असंतुष्टों के लिए खुशी की बात हो सकती है जो पश्चिम, खासकर इस्राइल और अमेरिका के खिलाफ कड़ा रुख चाहते हैं। तेहरान, 12 मई (एपी) ईरान के सरकारी टीवी ने बुधवार को खबर दी है कि देश के पूर्व राष्ट्रपति जून में होने वाले इस पद के चुनाव में फिर से किस्मत आज़मा रहे हैं। टीवी पर प्रसारित फुटेज में दिख रहा है कि महमूद अहमदीनेजाद अपने समर्थकों के साथ गृह मंत्रालय में स्थित पंजीकरण केंद्र की ओर बढ़ रहे हैं जहां उन्होंने राष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपना पंजीकरण फॉर्म भरा।  

 

 

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