यूपी:अब शादियों में सिर्फ 25 मेहमानों को दे सकेंगे न्यौता, कोरोना के चलते नई गाइडलाइन जारी


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) गृह विभाग ने नई गाइडलाइन जारी करते हुए निर्देश दिया है कि कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए शादी व अन्य समारोह में अब एक समय में अधिकतम 25 लोग ही मौजूद रहेंगे।प्रदेश सरकार ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए शादी ब्याह में शामिल होने वाले अतिथियों की संख्या को और सीमित कर दिया है। अब एक समय में अधिकतम 25 मेहमान ही किसी भी शादी में शामिल हो सकेंगे। मंगलवार को गृह विभाग ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि पहले के आदेश में शादी में खुले स्थानों पर 100 लोगों की और बंद एरिया में 50 लोगों की अनुमति थी। इसे अब घटाकर खुले या बंद एरिया में एक समय में अधिकतम 25 कर दिया गया है। उसमें भी लोगों को कोविड प्रोटोकाल का पूरा पालन करना होगा। इसमें सैनिटाइज, मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग शामिल है।वहीं सूत्रों की मानें तो ग्रामीण इलाकों में शादी ब्याह में इकट्ठा हो रही भीड़ को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। ग्रामीण अंचलों में पिछले दिनों कोरोना संक्रमण के मामले बढ़े थे। पंचायत चुनाव के साथ-साथ एक वजह शादी ब्याह में इकट्ठा हो रही भीड़ को भी माना जा रहा था। इसे देखते हुए अब शादी में शामिल होने वाले मेहमानों की संख्या को और सीमित कर दिया गया है।

यूपी:8737 नए मामले,255 की मौत,लखनऊ में 502
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) प्रदेश में कोरोना से संक्रमित कुल 8737 नए मरीज मिले हैं। इसमें 255 लोगों की मौत 24 घंटे के अंदर हुई है। विभिन्न अस्पतालों में दम तोड़ने वाले मरीजों में लखनऊ में 19 कानपुर में 12 वाराणसी में 7 प्रयागराज में 5 मेरठ में 20 गौतम बुध नगर में 5 गोरखपुर में 6, गाजियाबाद में 2, बरेली में 4 ,झांसी में 9 ,सहारनपुर में 11 मुजफ्फरनगर में 4 आगरा में 10 गाजीपुर में 6, मथुरा में 5, शाहजहांपुर में 4, देवरिया में 1, आजमगढ़ में 9, चंदौली में 8, सोनभद्र में 3, अमरोहा में 7, प्रतापगढ़ में 3, हरदोई में 5, गोंडा में 3, बहराइच में 5, सिद्धार्थनगर में 4, बागपत में चार, मऊ में चार लोगों की मौत हुई है।
कहां कितने मिले पॉजिटिव
मंगलवार को कुल 8737 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इसमें लखनऊ में 502, वाराणसी में 322, कानपुर नगर में 154, प्रयागराज में 158, मेरठ में 453, गौतम बुध नगर में 345, गोरखपुर में 295, गाजियाबाद में 289, बरेली में 150, मुरादाबाद में 176, झांसी में 42, सहारनपुर में 374, मुजफ्फरनगर में 337, आगरा में 113, जौनपुर में 165, मथुरा में 223, शाहजहांपुर में 200, बाराबंकी में 141, देवरिया में 263, बुलंदशहर में 250, रायबरेली में 133, अयोध्या में 171, कुशीनगर में 137, बदायूं में 112, महाराजगंज में 153, हापुड़ में 162, बहराइच में 132, फर्रुखाबाद में 129, बागपत में 238, बलरामपुर में 108 मरीज मिले हैं। अन्य जिलों में सबसे कम पॉजिटिव पाए गए हैं।
कहां कितनी हुई मौत
मंगलवार को प्रदेश भर में 255 लोगों की मौत हुई है। इसमें लखनऊ में 19, वाराणसी में सात, कानपुर नगर में 12, प्रयागराज में पांच, मेरठ में 20, गौतम बुद्ध नगर में पांच, गोरखपुर में छह, गाजियाबाद में दो, बरेली में चार, मुरादाबाद में दो, झांसी में नौ, सहारनपुर में 11, मुजफ्फरनगर में चार, आगरा में 10, लखीमपुर खीरी में पांच, जौनपुर में दो, गाजीपुर में 6, मथुरा में 5, शाहजहांपुर में चार, रायबरेली में पांच, अयोध्या में तीन, सोनभद्र में तीन, चंदौली मे 8, अमरोहा में सात, प्रतापगढ़ में तीन, इटावा में तीन, हरदोई में पांच, ललितपुर में तीन, महाराजगंज में दो, गोंडा में तीन, हापुड़ में दो, रामपुर में तीन, बस्ती में छह, बहराइच में पांच, औरैया में पांच, मैनपुरी में दो, अमेठी में तीन, सिद्धार्थ नगर में दो, फिरोजाबाद में दो, बागपत में पांच, भदोही में पांच, अंबेडकर नगर में दो, श्रावस्ती में दो, महोबा में पांच, कासगंज में दो लोगों की मौत हुई है। अन्य जिलों में एक एकलोगों की मौत हुई है। उसी तरह 16 जिलों में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई है। 

अब ब्लैक फंगस से मौते
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) लखनऊ में ब्लैक फंगस से मरने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। केजीएमयू में ही इसके 34 मरीज हैं। राहत की खबर यह है कि एक मरीज का सफलतापूर्वक इलाज कर उसे डिस्चार्ज कर दिया गया है।लखनऊ में ब्लैक फंगस का कहर बढ़ता जा रहा है। नए मामलों के साथ ही मौत की संख्या भी अब बढ़ती जा रही है। केजीएमयू में ही इसके 34 मरीज आ चुके हैं। इसमें से चार की मौत हो गई। संस्थान में अब तक छह मरीज की सर्जरी हो चुकी है। अच्छी खबर यह है कि इनमें से एक मरीज का सफलतापूर्वक इलाज किया जा चुका है। इसको डिस्चार्ज कर दिया गया है।ब्लैक फंगस अब भयानक रूप से फैलता जा रहा है। दो दिन पहले तक जहां पूरे लखनऊ में इसके 20 मरीज थे अब अकेले केजीएमयू में ही इसके 34 मरीज भर्ती किये जा चुके हैं। ब्लैक फंगस के मरीजों के इलाज में सर्जरी ही सबसे ज्यादा कारगर है। अब तक संस्थान ने 6 मरीजों की सर्जरी की है लेकिन उसमें से चार मरीजों को बचाया नहीं जा सका।मरने वाले सभी मरीज अन्य जनपदों के थे। इनमें रायबरेली निवासी 40 वर्षीय महिला, हरदोई निवासी 37 वर्षीय पुरुष, अयोध्या निवासी 52 वर्षीय महिला और लखीमपुर निवासी 50 वर्षीय महिला शामिल हैं। इन सभी की हालत खराब थी। केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ सुधीर सिंह के अनुसार मरीजों को जब भर्ती किया गया तो फंगस बहुत ज्यादा फैल चुका था। इसलिए तत्काल उनका ऑपरेशन करके फंगस को निकालने का प्रयास किया गया। पर दुर्भाग्यपूर्ण है कि उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। 

प्रियंका का यूपी सरकार पर मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार पर कोरोना वायरस संक्रमण से होने वाली मौत के आंकड़े छिपाने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि प्रदेशवासियों के जीवन की रक्षा में विफल रहने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस्तीफा देना चाहिए और अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तो राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को उन्हें तत्काल बर्खास्त करना चाहिए।पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में आरटीपीसीआर जांच की संख्या में कथित कमी का मुद्दा उठाया और सवाल किया कि क्या प्रदेश सरकार तीसरी लहर के लिए रास्ता बनाकर फिर उससे लड़ने की तैयारी कर रही है?उन्होंने ट्वीट किया कि बिजनौर की 32 लाख आबादी पर रोज मात्र 800-1000 आरटीपीसीआर टेस्ट होते हैं। माननीय उच्च न्यायालय ने कहा कि बिजनौर जैसे जिले में प्रतिदिन 4-5 हजार आरटीपीसीआर टेस्ट होने चाहिए, अन्यथा हम तीसरी लहर को आमंत्रण दे रहे हैं। क्या उप्र सरकार तीसरी लहर के लिए रास्ता बनाकर फिर उससे लड़ने की तैयारी कर रही है? कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि केंद्र सरकार कुछ राज्य सरकारों से साथ मिलकर मौत के आंकड़ों को छिपाने का कुत्सित प्रयास कर रही है। उत्तर प्रदेश में भी यही हो रहा है।उन्होंने दावा किया कि लखनऊ में एक अप्रैल से 15 मई के बीच डेढ़ महीने में इसके पहले के डेढ़ महीनों की तुलना में दो हजार अतिरिक्त मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए गए। यह साफ है कि कोरोना संक्रमण बढ़ने के साथ ही मौत के आंकड़ों में बढ़ोतरी हुई है।उत्तर प्रदेश में कांग्रेस विधायक दल की नेता अराधना मिश्रा ने आरोप लगाया कि ऑक्सीजन की कमी और अस्पताल में जगह नहीं मिलने से होने वाली मौतों के आंकड़े सरकार के आंकड़ों में नहीं जुड़े हैं।उन्होंने कहा कि यह सरकार लोगों के जीवन की रक्षा नहीं कर सकी और लोगों को सम्मानजनक अंतिम संस्कार के अधिकार से भी वंचित किया। यह सरकार पूरी तरह से विफल और असंवेदनशील हो चुकी है।अराधना ने कहा कि उत्तर प्रदेश में ऐसी सरकार के बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। अगर मुख्यमंत्री में नैतिकता है तो उन्हें इस्तीफा देना चाहिए और अगर वह इस्तीफा नहीं देते हैं तो राज्यपाल को उन्हें तत्काल बर्खास्त करना चाहिए।

तौक्ते तूफ़ान: अरब सागर में फंसे 314 लोग सुरक्षित बचाए गए, 90 अब भी लापता


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) अरब सागर में आए तौक्ते तूफ़ान के कारण मुंबई के सागर तट के पास एक छोटे जहाज P305 के डूब जाने बाद 90 से ज़्यादा लोग अब भी लापता हैं। भारतीय नौसेना ने बताया कि जहाज पर सवार 270 लोगों में से 177 लोगों को बचा लिया गया है जबकि बाक़ी लोगों की तलाश जारी है। तीन अन्य व्यापारिक जहाज़, जिनमें 700 लोग सवार हैं, वो अरब सागर में खड़े हैं। तटरक्षक बल के चेतक हेलिकॉप्टर्स ने गैल कंस्ट्रक्टर जहाज़ के चालक दल के सभी 137 लोगों को बचा लिया गया है। अरब सागर में फंसे अन्य दो जहाजों को खोज लिया गया है और वहां बचाव कार्य जारी है। तटीय इलाकों से टकराने के बाद तौक्ते तूफ़ान अब कमज़ोर पड़ गया है लेकिन कम से कम 12 लोगों के मारे जाने की रिपोर्ट हैं। नेवी के प्रवक्ता ने बताया कि अरब सागर में फँसे जहाज़ों से लोगों को बचाने के लिए तीन जहाज़ भेजे गए थे।नेवी के डिप्टी चीफ़ ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया, “पिछले चार दशकों में मैंने ये सबसे चुनौतीपूर्ण खोज और बचाव अभियान देखा है। नेवी के चार जहाज़ इस काम में लगे हुए हैं।

मुंबई के सागर तट से 60 किलोमीटर की दूरी पर डूबे एफकॉन्स बार्ज P305 जहाज़ के 261 लोगों की तलाश और बचाव पर हमारा मुख्य मिशन है।”इस बीच गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने मंगलवार को बताया कि तौक्ते तूफ़ान के कारण राज्य में तीन लोगों की मौत हो गई. वापी में एक व्यक्ति की मौत हुई जबकि राजकोट में दीवार गिरने से एक बच्चे की मौत हो गई. गरियाधर में एक बुजुर्ग महिला की भी मौत हुई है। तौक्ते तूफ़ान के कारण राज्य के 1400 कोविड अस्पतालों में 16 की बिजली आपूर्ति बाधित हुई है। हालाँकि इनमें से 12 अस्पतालों में बाद में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी गई।चार अस्पतालों में फ़िलहाल जेनरेटर से काम चलाया जा रहा है. राज्य के 2437 गाँवों में भी बिजली सेवाओं पर असर पड़ा है. हालाँकि इनमें से 485 गाँवों में मरम्मती का काम पूरा कर लिया गया है और आपूर्ति शुरू कर दी गई है।गुजरात सरकार ने बताया कि तौक्ते तूफ़ान के कारण 1081 खंभे नष्ट हो गए, 159 सड़कें टूट गईं और 196 सड़कों पर यातायात बंद है. 40 हज़ार से ज्यादा पेड़ गिर गए हैं. तूफ़ान के कारण लगभग 16 हज़ार कच्चे-पक्के घरों को नुकसान पहुँचा है।

 

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