अनन्त देव एसटीएफ से हटाए गए, दर्जनों पुलिस वालो के मोबाईल सर्विलांस पर

डेली न्यूज़ लखनऊ कुख्यात अपराधी विकास दुबे को ढूँढने के लिये पुलिस महकमे ने पूरा ज़ोर लगा दिया है दर्जनों पुलिस वालोजायज़ा  के मोबाईल सर्विलांस पर हैं आज शासन ने अनन्त देव को हटा कर ये संदेश दे दिया है के किसी भी स्तर का अधिकारी क्यों ना हो कार्रवाइ की ज़द पर रहेगा याद रहे के अनन्त देव कानपुर के ऐसऐसपी थे इस समय डीआईजी एसटीऐफ हैं शहीद सीओ ने अनन्त देव को पत्र लिख कर विकास दुबे और एस एचओ शिकायत की थी मगर उन्हों ने कार्रवाई नहीं की थी । कानपुर के बिकरु कांड के मुख्य आरोपी और 8 पुलिस कर्मियों का हत्यारा विकास दुबे के साथियों के पोस्टर चस्पा भी चस्पा किये गए हैं कानपुर देहात के जिला पंचायत सदस्य और सपा नेता गुड्डन त्रिवेदी के मकान और दुकान में एसटीएफ ने छापेमारी की है । 40 पुलिस टीमें और एसटीएफ काम कर रही हैं। (विकास दुबे)के साथियों और पारिवारिक सदस्यों के बारे में जानकारी एकत्र कर रहे हैं। उनके पास हथियारों का इतना बड़ा जखीरा कहां से आया? किन हथियारों का इस्तेमाल किया गया? जानकारी मिली थी कि कोई इसे अपने घर पर छिपाकर रखता था। उधर लखनऊ आई जी लक्ष्मी सिंह कानपुर,पहुँची शूटआउट मामले में जांच शुरू की निलंबित किये गए बीट दारोगा के के शर्मा ने पूछताछ में बताया है कि 2 जुलाई को शाम 4 बजे विकास नें फोन पर धमकी दी थी कि थानेदार को समझाने लोअगर बात बढ़ी तो बिकरू गॉव से लाश उठेंगी । बीट दारोगा ने थानेदार को  सूचना देकर और बिकरू गांव की बीट हटाकर दूसरी बीट देने को कहा था मुठभेड़ टीम मे भी दरोगा शामिल नहीं हुए थे ।शिवली रोड के कई गॉवो में विवाद की जांच के लिए पुलिस को विकास दूबे से अनुमति लेनी पड़ती थी तहरीर मिलने के बाद बीट दरोगा और सिपाही विकास को जानकारी देते थे विकास की अनुमति के बाद ही पुलिस जाती थी अधिकतर मामले विकास अपने घर पर ही बुलाकर हल करा देता था। उधर सचिवालय की नीलामी में मिली कार धमका कर लेनें के मामले मे हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे और उसके छोटे भाई दीप प्रकाश का गैर जमानती वारंट पुलिस लेगी। औपचारिकताएँ पूरी की जारही हैं ताकि गैर जमानती वारंट मिलने के बाद लखनऊ में विकास की संपत्ति को कुर्क किया जा सके

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