यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव: सपा-भाजपा कार्यकर्ता आमने-सामने पथराव और फायरिंग की घटनाएं,
जायज़ा डली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) यूपी ब्लॉक प्रमुख चुनाव 2021:आज उत्तर प्रदेश में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए नामांकन चल रहा है। हालांकि सबकुछ शांतिपूर्ण होने के बजाय लोगों ने सड़क पर जमकर हल्ला काटा। कई जगह तो पुलिस आम इंसानों की तहर खड़े होकर तमाशबीन बनी रही। इतना ही नहीं कई बार पुलिस को जान बचा कर भगते भी देखा गया कई जिलों में पुलिस से धक्का-मुक्की की भी खबर आ रही है। यूपी के कन्नौज, इटावा, बांदा, फर्रुखाबाद, जालौन, हमीरपुर, उन्नाव आदि जगहों से हंगामे की खबर आ रही है।
सीतापुर जिले के थाना कमलापुर इलाके में गुरुवार को कसमंडा ब्लॉक में नामांकन के दौरान जमकर बवाल हो गया। नामांकन करने जा रही भाजपा से बागी उम्मीदवार को रोकने को लेकर हुए बवाल के दौरान हथगोले चले और कई राउंड फायरिंग भी हुई। घटना के बाद भगदड़ मच गई। पुलिस ने लोगों पर लाठियां भांजी। घटना के बाद तनाव है। फिलहाल पुलिस पूरे हालात को काबू में करने का दावा कर रही है। घटना में तीन लोग घायल हो गए।उन्नाव जिले में ब्लॉक प्रमुख पद के नामांकन के दौरान नवाबगंज और असोहा में बवाल हो गया। नवाबगंज में भाजपा समर्थित प्रत्याशी के समर्थकों ने निर्दलीय उम्मीदवार का पर्चा फाड़ दिया। इस पर पुलिस ने लाठियां पटक कर समर्थकों को खदेड़ा। सूचना मिलने पर डीएम और एसपी भी पहुंचे। उन्होंने पर्चा फाड़ने वालों पर कार्रवाई करने की बात कही। वहीं असोहा में सपा समर्थित प्रत्याशी को नामांकन कराने से रोका गया। जिस पर एमएलसी सुनील साजन समेत अन्य सपा पदाधिकारी मौके पर पहुंचे और इसका विरोध जताया।कन्नौज जिले के ब्लॉक तालग्राम में सपा और भाजपा प्रत्याशियों के समर्थकों में नामांकन करने को लेकर हुए विवाद के बाद पथराव हो गया। पुलिस ने लाठियां भांज कर लोगों को खदेड़ा।फर्रुखाबाद में राजेपुर ब्लॉक प्रमुख के नामांकन करने आए भाजपा प्रत्याशी पल्लव सिंह सोमवंशी के काफिले को राजेपुर तिराहे पर बैरियर पर लगे पुलिसकर्मियों ने रोक लिया। सबसे आगे विधायक सुशील शाक्य की गाड़ी निकाली गई। फिर पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष सत्यपाल सिंह की गाड़ी भी निकल गई थी। प्रत्याशी की गाड़ी रोके जाने की जानकारी पर पूर्व जिला अध्यक्ष वापस आए और बैरियर पर तैनात दरोगा से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए भिड़ गए। स्वयं बैरिकेडिंग हटा दी जिससे लगभग दो दर्जन गाड़ियां अंदर चली गईं। पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इटावा के चकरनगर में ब्लॉक प्रमुख के नामांकन के दौरान सपा प्रत्याशी सुनीता देवी के पति शिव किशोर यादव ने फायरिंग की। जिससे भाजपा प्रत्याशी राधा देवी के पति राकेश यादव घायल हो गए। मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा। इस दौरान पुलिस से धक्का-मुक्की हुई। नामांकन स्थल पर एएसपी ग्रामीण ओमवीर सिंह मौजूद हैं।चित्रकूट जिले के सभी 5 ब्लॉकों में नामांकन जारी है। मानिकपुर में सपाइयों ने भाजपाइयों पर आरोप लगाया कि उनके प्रत्याशी और समर्थकों को नामांकन करने से रोका जा रहा है। समर्थकों ने पहले सड़क पर जाम लगाया और अब नामांकन कक्ष के अंदर भी लोगों को नहीं घुसने दिया जा रहा है।बांदा के नरैनी ब्लॉक कार्यालय में नामांकन को आए सपा प्रत्याशी के समर्थकों को पुलिस ने रोक दिया। जिसके बाद यहां विवाद शुरू हो गया। जालौन जिले के माधोगढ़ ब्लॉक में पुलिस से भाजपाइयों की झड़प हो गई। भाजपाइयों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।एटा जिले के मारहरा ब्लॉक में नामांकन के दौरान गुरुवार दोपहर को बवाल हो गया। नामांकन पत्र जमा करने आई समाजवादी पार्टी (सपा) से प्रत्याशी गुड्डी देवी के हाथों से नामांकन पत्र छीन लिया गया। पुलिस ने अराजक तत्वों को रोकने की कोशिश की तो पुलिस पर लोगों ने पथराव कर दिया। पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। घटना के बाद आधे घंटे तक ब्लॉक में अफरातफरी का माहौल बना रहा। जान बचाने के लिए अफसर और कर्मचारी सुरक्षित स्थानों पर छिप गए। मुश्किल से भीड़ पर नियंत्रण पाया जा सका। सपा ने भाजपा पर पर्चा छीनने और उपद्रव करने का आरोप लगाया है।मैनपुरी जिले के विकास खंड जागीर में नामांकन के दौरान भाजपा और सपा समर्थकों के बीच मारपीट हो गई। भाजपा समर्थकों ने सपा विधायक बृजेश कठेरिया की गाड़ी को घेर लिया। सपा नेता की एक गाड़ी का शीशा तोड़ दिया गया। सूचना मिलने के बाद डीएम महेंद्र बहादुर सिंह और एसपी अशोक कुमार राय पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। इससे पहले ही आरोपी भाग गए। बागपत जनपद में छपरौली ब्लॉक पद के लिए राष्ट्रीय लोकदल की उम्मीदवार अंशु ने नामांकन किया। अंशु इससे पहले भी ब्लॉक प्रमुख रही हैं। पुलिस पर नामांकन करने से रोकने के प्रयास का आरोप लगाते हुए रालोद कार्यकर्ताओं ने पुलिस के सामने जमकर हंगामा किया। पुलिस से उनकी जमकर नोकझोंक भी हुई।बिजनौर के धामपुर में निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. कुसुम रघुवंशी और उनके समर्थकों को सत्ता पक्ष के कार्यकर्ताओं ने ब्लॉक परिसर के बाहर रोक लिया। बताया गया कि निर्दलीय प्रत्याशी कुसुम व समर्थकों के साथ मारपीट की गई। इस दौरान प्रत्याशी डॉ. कुसुम ने महिला समर्थकों के साथ बैंक में घुसकर जान बचाई। उनको काफी चोट आई हैं। इसके बाद पुलिस और क्षेत्राधिकारी ने सुरक्षा घेरे में लेकर उनका नामांकन कराया। वहीं अधिकारियों की मौजूदगी में एक युवक उनका नामांकन पत्र लेकर फरार हो गया। अब दूसरा नामांकन पत्र लेकर भरने की तैयारी चल रही है।आजमगढ़ जिले के पवई ब्लॉक पर भाजपाइयों ने जमकर तांडव मचाया। दो बजे तक सपा प्रत्याशी को नामांकन नहीं दाखिल करने दिया। इतना ही नहीं भाजपा विधायक अरूणकांत यादव ने स्वयं लाठी से सपा प्रत्याशी पर हमला कर दिया। जिससे उसका सिर फट गया। पुलिस ने लाठियां भांज कर भाजपाइयों को किसी तरह हटाया और सपा प्रत्याशी को अंदर पहुंचाया लेकिन प्रस्तावक के डर कर भाग जाने से दो बजे तक सपा प्रत्याशी का नामांकन नहीं हो सका था।ब्लॉक प्रमुख पद की नामांकन प्रक्रिया गुरुवार को सुबह 8 से लेकर दोपहर 3 बजे तक चली। इस दौरान बड़ागांव और चिरगांव ब्लॉक में जमकर हंगामा हुआ। इन ब्लॉकों में सपा और भाजपा के कार्यकर्ता आमने-सामने आ गए। हालात संभालने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं। इस बीच बंगरा और गुरसराय ब्लॉक में भाजपा प्रत्याशियों के निर्विरोध निर्वाचन तय हुआ। यहां केवल भाजपा प्रत्याशियों ने ही पर्चे दाखिल किए। जबकि, जिले के अन्य 6 ब्लॉकों में सपा और भाजपा आमने-सामने हैं।संभल में ब्लॉक प्रमुख पद के लिए नामांकन प्रक्रिया कहीं शांतिपूर्ण तरीके से की गई तो कहीं नोंकझोंक भी हुई। कार्यकर्ताओं की अधिक भीड़ जमा होने पर पुलिस ने लाठी से दौड़ा दिया, जिसके कारण कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया। पुलिस की सख्ती दिखाने पर हालात सामान्य हो पाए। बेलहर ब्लॉक में सपा के पूर्व मंत्री लक्ष्मी कांत उर्फ पप्पू निषाद के साथ प्रमुख प्रत्याशी रिकेश्वर राय जैसे ही गेट पर पहुंचे वैसे ही भाजपा कार्यकर्ताओं से भिड़ंत हो गई। इसी बीच पुलिस ने भी लाठियां भांजी। जिसमें पूर्व मंत्री और प्रत्याशी रिकेश्वर राय को चोटें आईं। दोनो पक्ष ने एक दूसरे के खिलाफ नारेबाजी की। बड़ी मशक्कत के बाद प्रत्याशी रिकेश्वर राय पर्चा दाखिल करने अंदर जा पाए।बलहा ब्लॉक के प्रमुख प्रत्याशी के नामांकन में भाजपा और सपा कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हो गई। जिसमें कई लोग घायल हुए हैं। सपा-भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच झड़प के बाद नामांकन स्थल विकासखंड बलहा में जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चन्द्र और पुलिस अधीक्षक सुजाता सिंह पहुंचे।फतेहपुर जिले में तेलियानी ब्लॉक के नामांकन में भाजपाइयों ने सपा प्रत्याशी का नामांकन पत्र छीना। भाजपाइयों ने प्रस्तावक और समर्थकों को पुलिस के सामने पीटा। सपाइयों की गाड़ी के शीशे भी तोड़े।दुबौलिया में नामांकन के दौरान हुए बवाल के बाद डीएम सौम्या अग्रवाल व एसपी आशीष श्रीवास्तव पहुंचे। काफी देर चले हंगामे के बाद सपा नेता तालेवन यादव की पत्नी गीता देवी ने किया नामांकन।पनियरा में  भाजपा के उम्मीदवार वेद प्रकाश शुक्ला के खिलाफ अभी तक किसी भी उम्मीदवार ने पर्चा दाखिल नहीं किया है। जिससे स्थिति स्पष्ट हो गई की भाजपा प्रत्याशी वेद प्रकाश शुक्ला निर्विरोध निर्वाचित हो जाएंगे।गंगोह ब्लॉक प्रमुख पद को लेकर सपा समर्थित प्रत्याशी बबली का नामांकन हुआ निरस्त। प्रत्याशी बबली मजिस्ट्रेट की कार के आगे लेट गई। वहीं सपा जिलाध्यक्ष चौधरी रुद्रसेन भी वहीं सड़क पर धरना देकर बैठ गए। पुलिस उन्हें समझाने में लगी है।

ओवैसी से मिलने के बाद राजभर बोले-भाजपा एक डूबती हुई नैया


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) यूपी में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां अचानक तेज हो गई हैं। इस बीच गुरुवार को यूपी दौरे पर आए एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्‍यक्ष ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद दोनों नेताओं ने भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि भाजपा की नैया अब डूब रही है। कल केंद्रीय मंत्रिपरिषद के विस्‍तार ने साबित कर दिया कि ये लोग देश में अमन-चैन नहीं कायम कर पाए। उन्‍होंने कहा कि पिछड़ी जाति के नेता कहां थे। अब भाजपा के पास कोई जाति का नेता नहीं जाता है। उन्‍होंने कहा कि संकल्‍प भागीदारी मोर्चा 2022 में सरकार बनाएगा, यह गारंटी है। उन्‍होंने सरकार बनने के बाद यूपी में घरेलू बिजली बिल माफ करने, सामाजिक न्‍याय समिति की रिपोर्ट लागू करने, अनिवार्य मुफ्त शिक्षा और अमन चैन कायम करने की बात कही। उन्‍होंने कहा कि जनता ने सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा सबको देख लिया है।सरकार बनी तो मुख्‍यमंत्री कौन होगा? इस सवाल पर असदुद्दीन ओवैसी ने मजाकिया लहजे में यह कहते हुए टाल दिया कि अभी तो शादी हुई है। जब बच्‍चा होगा तब नाम के बारे में पूछ लेना। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा कि दिग्विजय सिंह जहां जाते हैं वहां कांग्रेस को डुबो देते हैं।ओवैसी ने कहा कि आज मुस्लिम की साक्षरता दर 58 प्रतिशत है। इसका जिम्‍मेदार कौन है। यदि आज यूपी में बच्‍चों का ड्रॉपआउट रेट सबसे ज्‍यादा अल्‍पसंख्‍यकों और दलित बच्‍चों का है तो इसका जिम्‍मेदार कौन है? क्‍यों स्‍नातक स्‍तर पर सिर्फ दो फीसदी अल्‍पसंख्‍यक और दलित बच्‍चे हैं? क्‍या इन समस्‍याओं का जिम्‍मेदार ओवैसी है?ओवैसी ने कहा कि देश और प्रदेश में अब विकास की राजनीति ही चलेगी। इंसानों की जान बचाने की राजनीति चलेगी। यहां कोरोना टीकाकरण की दर काफी गिर गई है। इस पर बात करनी होगी। उन्‍होंने कहा कि यूपी में अब एमवाई (मुस्लिम और यादव) नहीं, ए टू जेड गठबंधन काम करेगा।

आधे हों पेट्रोल-डीजल के रेट: किसानों ने कीमतों में वृद्धि का किया विरोध, हाईवे जाम 

प्रदर्शनकारी किसान
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता)किसान नेता लखबीर सिंह ने कहा कि आज किसानों ने ईंधन की ऊंची कीमतों के खिलाफ दो घंटे तक प्रदर्शन किया। हम चाहते हैं कि इनकी कीमतें तत्काल प्रभाव से आधी की जाएं। प्रदर्शनकारी अपने साथ मोटरसाइकिल, कार, ट्रैक्टर और अन्य वाहन लेकर आए थे और धरने पर बैठे।केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने गुरुवार को पेट्रोल, डीजल और खाद्य तेल की कीमतों में हालिया वृद्धि का विरोध करते हुए तत्काल प्रभाव से इनके दाम आधा करने की मांग की। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर देश के विभिन्न हिस्सों में किसान सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच राष्ट्रीय और राज्य राजमार्गों के किनारे अपने वाहनों के साथ जमा हुए। किसान नेता लखबीर सिंह ने कहा कि आज किसानों ने ईंधन की ऊंची कीमतों के खिलाफ दो घंटे तक प्रदर्शन किया। हम चाहते हैं कि इनकी कीमतें तत्काल प्रभाव से आधी की जाएं। प्रदर्शनकारी अपने साथ मोटरसाइकिल, कार, ट्रैक्टर और अन्य वाहन लेकर आए थे और धरने पर बैठे।उन्होंने बताया कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रहा। पेट्रोल की कीमत बुधवार को दिल्ली और कई अन्य शहरों में 100 रुपये प्रति लीटर के पार हो गई जबकि डीजल की कीमत 89.59 रुपये प्रति लीटर है। एक अन्य किसान नेता अवतार सिंह मेहमा ने बताया कि प्रदर्शन सिर्फ दिल्ली की सीमा पर ही नहीं बल्कि देश के कई राज्यों और राष्ट्रीय राजमार्गों पर हुआ। दिल्ली की सीमा पर नए कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए किसान जमा हैं। गुरुवार को प्रदर्शन के तौर पर किसानों ने ‘हॉर्न बजाओ दिवस’ भी मनाया। इस दौरान उन्होंने पांच मिनट तक अपने वाहनों का हॉर्न बजाया। ऐसा करने के पीछे किसानों का कहना है कि नए कृषि कानूनों का पिछले सात महीने से लगातार विरोध के बाद भी सरकार उनकी नहीं सुन रही है।भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने कहा कि देश के सभी किसानों से आह्वान किया गया था कि वे अपने ट्रैक्टर और वाहनों के साथ मुख्य मार्गों और राजमार्गों पर आएं और हॉर्न बजाएं ताकि सरकार हमारे प्रदर्शन का संज्ञान ले।

 

 

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