अफगानिस्तान में तालिबान कैबिनेट का गठन, मोहम्मद हसन अखुंदज़ादा प्रधानमंत्री और अब्दुल गनी बरादर बने उप प्रधानमंत्री
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) आखिरकार अफगानिस्तान में तालिबान सरकार का गठन हो ही गया। तालिबान ने अपनी नई सरकार का ऐलान कर दिया है। तालिबान की नई सरकार में मुल्ला मोहम्मद हसन अखुंद को तालिबानी सरकार का प्रधानमंत्री बनाया गया है। अब्दुल गनी बरादर को अफगानिस्तान का नया उप प्रधानमंत्री बनाया गया है। न्यूज एजेंसी ‘AFP’ ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया है कि तालिबान की सरकार में सिराज हक्कानी को आंतरिक मामलों का मंत्री बनाया गया है। तालिबान के मुख्य प्रवक्ता ज़बीउल्लाह मुजाहिद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बताया कि मुल्ला मोहम्मद हसन को अहम जिम्मेदारी दी गई है। तालिबान के को-फाउंडर रहे अब्दुल गनी बरादर को उप प्रधानमंत्री की जिम्मेदारी दी गई है। तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला याकूब को रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है।अखुंदज़ादा की अगुवाई में गठित होने वाली सरकार में मुल्ला याकूब रक्षा मंत्री होंगे और सिराज हक्कानी गृह मंत्री होंगे। इसके अलावा सिराजुद्दीन हक्कानी को तालिबान के उपनेता की जिम्मेदारी भी दी गई है।तालिबान के प्रवक्ता ज़बीहुल्लाह मुजाहिद ने बताया है कि ये एक अस्थाई व्यवस्था है।तालिबान ने नई सरकार के गठन के तहत कुछ अहम सदस्यों के नाम का ऐलान किया है। उन्होंने कहा, ‘आगे पूरी सरकार गठन की योजना पर काम होगा। उन्होंने कहा कि तब तक मुल्ला हबीबुल्लाह अखुंदज़ादा मंत्रिमंडल के संरक्षक होंगे।
‘प्रबुद्ध सम्मेलन’ से मायावती ने साधा मोहन भगवत पर निशाना
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में ‘प्रबुद्ध सम्मेलन’ के साथ प्रचार अभियान की शुरुआत करने वाली बहुजन समाज पार्टी ने मंगलवार को इस सम्मेलन का समापन किया।अयोध्या से शुरू करके राज्य के सभी ज़िलों में प्रबुद्ध सम्मेलन आयोजित करने के बाद राजधानी लखनऊ में इसका समापन हुआ।राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और बीएसपी प्रमुख मायावती ने सम्मेलन को संबोधित किया और अपनी पार्टी की सरकार बनने पर ब्राह्मणों को सम्मान और सरकार में सहभागी बनाने का भरोसा दिलाया।सम्मेलन की सबसे ख़ास बात तो यह रही कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद यह पहला मौक़ा था जब मायावती किसी सार्वजनिक मंच पर दिखीं ।दूसरी ख़ास बात रही-मायावती का पार्टी महासचिव सतीश चंद्र मिश्र पर पूरा भरोसा जताते हुए उनकी पत्नी कल्पना मिश्रा को पार्टी के साथ महिलाओं को जोड़ने की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी देना।मायावती ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर हिंदुओं और मुसलमानों के पूर्वज एक ही थे तो बीजेपी मुसलमानों से सौतेला व्यवहार क्यों करती है? 23 जुलाई को सम्मेलन की शुरुआत अयोध्या से हुई थी और उस सम्मेलन में सतीश चंद्र मिश्र के बेटे कपिल मिश्र मंच पर दिखे थे और बाद में उन्होंने कुछ मंचों पर भाषण भी दिए. प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन की शुरुआत में बहुजन समाज पार्टी के पारंपरिक नारों के अलावा “जय श्रीराम” जैसे नारे भी लगे थे और मंगलवार को लखनऊ में हुए सम्मेलन में भी इन नारों की धूम रही. सम्मेलन में शंख बजे, मंत्रोच्चारण हुआ, त्रिशूल लहराए गए और जगह गणेश प्रतिमाएं भी नज़र आईं।बीएसपी प्रमुख मायावती ने ब्राह्मण समाज को आश्वस्त किया कि वो अन्य राजनीतिक दलों के बहकावे में न आएं और बीएसपी पर भरोसा करें।बीजेपी पर निशाना साधते हुए उन्होंने साफ़तौर पर कहा कि बीजेपी के शासन काल में ब्राह्मणों पर अत्याचार बढ़ा है।उनका कहना था, “राज्य में बीजेपी की सरकार के दौरान ब्राह्मणों पर जो एक्शन हुआ, उसकी जाँच कराई जाएगी. जो भी अधिकारी दोषी पाए जाएंगे, उन पर कार्रवाई की जाएगी. बीएसपी के शासन में ब्राह्मणों के मान-सम्मान और सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाएगा।”बीएसपी नेता मायावती ने साफ़ कर दिया कि उनकी पार्टी साल 2007 की तरह सोशल इंजीनियरिंग के ज़रिए अपने सियासी समीकरणों को सुधारना चाहती है।साल 2007 में मायावती ने दलित-ब्राह्मण गठजोड़ का फ़ॉर्मूला आज़माया था और राज्य में पहली बार बीएसपी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनी थी. उस चुनाव में मायावती ने 86 ब्राह्मण प्रत्याशियों को टिकट दिया था, जिसमें से 41 उम्मीदवार जीते थे।
ओवैसी ने कहा:हम सपा से गठबंधन को तैयार,अतीक अहमद की पत्नी एआईएमआईएम में शामिल
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि वह सपा से एलायंस के लिए तैयार हैं। मीडियो को यह सवाल उनसे (सपा नेता से) पूछना चाहिए कि वह तैयार हैं कि नहीं। सपा-बसपा हमको अछूत मानती हैं तो इस पर हमें कोई एतराज नहीं। साथ ही सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के सवाल पर कहा कि हम उनके साथ हैं। जल्द ही उनसे दोबारा मुलाकात होगी। लखनऊ में आज एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की मौजूदगी मे अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन अपने परिवार सहित एआईएमआईएम में शामिल हो गई । अतीक के परिवार का पार्टी में स्वागत करते हुए ओवैसी ने कहा कि भाजपा के 38 फीसदी विधायकों पर आपराधिक मुकदमे हैं। 116 एमपी का भी यही रिकॉर्ड है। यहां तक कि उनके सहयोगी जदयू के 81 फीसदी लोगों पर आपराधिक मामले हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद अपने पर लगे केस को वापस लेते है। जिस नेता का नाम प्रज्ञा (प्रज्ञा ठाकुर) या कपिल (कपिल मिश्रा) होगा, वह लोकप्रिय नेता होगा। लेकिन, जिसका नाम अतीक और मुख्तार होगा वह बाहुबली होगा। अभी तक किसी भी केस में अतीक पर जुर्म साबित नहीं हुआ है। मुजफ्फरनगर दंगे से संबंधित 77 केसों को राज्य सरकार ने वापस ले लिया है।ओवैसी ने कहा कि हम उत्तर प्रदेश की जनता के बीच जाएंगे। यहां के 19 प्रतिशत मुसलमानों ने जिनको गद्दी पर बैठाया, उन्होंने सत्ता में आने पर उनके लिए कुछ नहीं किया। संसद में सीएए का बिल हमने फाड़ा। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने तो ऐसा कुछ भी नहीं किया। मुजफ्फरनगर दंगे के दौरान 50000 लोग बेघर हुए, उस समय सपा के मुस्लिम नेताओं को उनकी याद क्यों नहीं आई। कक्षा- 5 से 10 के बीच 60 फीसदी मुस्लिम बच्चे स्कूल छोड़ देते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बघेल और अनुप्रिया पटेल को मंत्री बनाया है, तो इसके पीछे उनकी जाति के ही वोट हैं। लेकिन, जब मुसलमानों की बात की जाती है, तो कहते हैं कि इससे सांप्रदायिकता बढ़ेगी। ओवैसी ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में 100 सीटों पर लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता बीजेपी को हराना है। हम हिंदुओं को भी बराबर टिकट देंगे। ओबीसी और दलित समाज के लोग हमारे भाई हैं। जातिगत जनगणना होनी चाहिए। आरक्षण 50 फीसदी की सीमा से ज्यादा होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम अब भारत के संविधान को न मानकर डीएनए को मानें, यह नौबत नहीं आनी चाहिए। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े लोग इतिहास में बहुत कमजोर होते हैं।केवल मुसलमानों के सहारे आप क्यों जीतना चाहते हैं? इस सवाल पर ओवैसी ने कहा कि बिहार में हमने 20 सीटों पर लड़े और 5 जीते। 9 सीटों पर महागठबंधन जीता था। इस बार यहां भी उत्तर प्रदेश का मुसलमान जीतेगा। एक सवाल के जवाब मे ओवैसी ने कहा है कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से पाकिस्तान को फायदा होगा और भारत को नुकसान। दरअसल असदुद्दीन ओवैसी से पूछा गया था कि अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे से जुड़े मुद्दे का उत्तर प्रदेश के चुनाव पर कितना असर पड़ेगा? इसी सवाल के जवाब में मंगलवार को असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि अफगानिस्तान पर तालिबान का कब्जा भारत के लिए अच्छा नहीं है और इससे पाकिस्तान को फायदा होगा। हमारे करदाताओं के 35,000 करोड़ अफगानिस्तान में विभिन्न क्षेत्रों के विकास कार्यों के लिए खर्च किये गये हैं। अफगानिस्तान में बदलाव भारत के लिए अच्छा नहीं है।
लखनऊ:एयरपोर्ट से नौ किलो सोना जब्त, कस्टम हवलदार गिरफ्तार,

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) डायरेक्टरेट आफ रिवेन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) टीम ने मंगलवार को राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट से तस्करी का सोना लेकर मुजफ्फरनगर जा रहे एक तस्कर को करीब साढ़े चार करोड़ रुपये कीमत के विदेशी सोने के साथ धर दबोचा। यह सोना रियाद से आने वाली फ्लाइट से लाया गया था। टीम ने बरामद सोने को अपने कब्जे में ले लिया है बरामद सोने का वजन करीब नौ किलो बताया जा रहा है। डीआरआई टीम ने एयरपोर्ट से सोने के साथ तस्कर को बाहर निकलवाने वाले कस्टम के एक हवलदार को भी गिरफ्तार किया है।फिलहाल दोनों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की जा रही है। डीआरआई अधिकारियों के मुताबिक सऊदी की राजधानी रियाद से आने वाली फ्लाइट से मंगलवार को उन्हें सोना लखनऊ आने की जानकारी मिली। इस पर टीम सुबह से ही अलर्ट होकर राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह एयरपोर्ट पर तैनात हो गई। अधिकारियों की मानें तो फ्लाइट आने के थोड़ी देर बाद एक पैसेंजर एयरपोर्ट टर्मिनल बिल्डिंग से बाहर निकला और पोर्टिको में खड़ी एक्सयूवी कार में बैठ गया। बाद में वह कार से तेज रफ्तार में एयरपोर्ट से भागने लगा। डीआरआई टीम को उस पर संदेह हुआ तो टीम ने भी कार का पीछा कर उसे आगरा एक्सप्रेस वे पर रोक लिया और पूरी कार सहित कार में सवार युवक की तलाशी ली।युवक की तलाशी के दौरान उसके पास सोने के 77 बिस्कुट बरामद हुए। यह बिस्कुट युवक ने अंडरवियर से बनी अपनी बेल्ट में सिल कर रखे थे। डीआरआई अफसरों की मानें तो बरामद सोने का वजन नौ किलो है और अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत साढ़े चार करोड़ रुपये है। अफसरों ने जब पकड़े गए युवक से बरामद सोने के बारे में पूछताछ की तो उसने बताया कि यह सोना उसे मुजफ्फरनगर पहुंचाना था और कस्टम के एक हवलदार की मदद से सोने को उसने एयरपोर्ट से बाहर निकाला है। यह सुनते ही डीआरआई अधिकारियों के होश उड़ गए। बाद में डीआरआई टीम ने उस कस्टम हवलदार को भी धर दबोचा।
राकेश टिकैत ने किसान महापंचायत के मंच से लगाया ‘अल्लाहू अकबर’ का नारा,

जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता)उत्तर प्रदेश में मुज़फ़्फ़रनगर के राजकीय इंटर कॉलेज मैदान में पाँच सितंबर को संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से हुई महापंचायत में किसानों की उमड़ी भीड़ के अलावा जिस एक बात पर सबसे ज़्यादा चर्चा हो रही है, वह है भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत के भाषण में उनकी ओर से लगाए गए “अल्लाहू-अकबर” के नारे.इस पर राकेश टिकैत का कहना था कि उनके पिता चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत के समय में भी ऐसे नारे लगाए जाते थे और ये अब भी लगाए जाएँगे। राकेश टिकैत से मंच से कहा, “अल्लाहू अकबर” और नीचे से आवाज़ गूँजी- “हर हर महादेव” यह क्रम कई बार दोहराया गया। याद रहे की सपा की अखलेश यादव सरकार मे मुज़फ्फर नगर मे हुए फसाद से किसान हिन्दू मुसलमान मे बाट दिए गए जिसका सीधा फ़ायदा बीजेपी ने उठाया था राकेश टिकैत ने मंच से “अल्लाहू अकबर” और नीचे से “हर हर महादेव” का नारा लगवा कर उस खाई को पाट दिया है।
मुसलमानो को कांग्रेस से जोड़ेगे,इमरान प्रतापगढ़ी
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (एजाज़ रिज़वी) अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी ने आज अपने दौरे के आख़री दिन उत्तर प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेशीय पदाधिकारियों व ज़िला अध्यक्षों के साथ साथ एक महत्वपूर्ण व विस्तारपूर्वक बैठक की जिसमे इमरान प्रतापगढ़ी ने संगठन के सभी कार्यो की समीक्षा ली और उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग के कामकाजों की विस्तृत रूप से जानकारी हासिल की। इमरान प्रतापगढ़ी पहली बार उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग के संघटन से रूबरू हो रहे थे इसलिय उन्होंने सभी पदाधिकारियो से परिचय हासिल किया तथा इस अवसर पर प्रदेश अल्पसंख्यक विभाग ने सुझाव देते हुए कहा कि प्रदेश के सभी जिलों में एक लीगल सेल की स्थापना की जाए। इमरान प्रतापगढ़ी ने बताया कि जल्दी ही हमारे द्वारा अल्पसंख्यक विभाग के पदाधिकारियों का एक प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे और पूरे देश मे जल्दी ही सदयस्ता अभियान चलाया जाएगा इसके लिए अल्पसंख्यक विभाग की टीमें गांव गांव,घर घर,बूथ स्तर तक जाकर सदस्य बनाएंगे। इमरान प्रतापगढ़ी ने ये भी कहा जिस तरह कांग्रेस पार्टी का पहले से ही एक विधि प्रकोष्ठ कार्य कर रहा है इसी तरह बहुत जल्दी अल्पसंख्यक विभाग का एक लीगल सेल भी तैयार किया जाएगा। इमरान ने कहा कि ज़िले व प्रदेश के लोगो को प्रशिक्षण देकर प्रत्येक जिले के अंदर अल्पसंख्यकों को पार्टी से जोड़ने के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे और पूर्व में जो भी लोग पार्टी से नाराज़ होकर कांग्रेस छोड़ गए है उन्हें वापस पार्टी में लाने के लिए जिला स्तर पर कार्यक्रम किये जायेंगे इस अवसर पर इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा कि पूरे देश मे सरकार के दबाव में जिस तरह से अल्पसंख्यको के वोट काट दिए गए हैं अब उन सभी लोगो के वोटों को दोबारा बनाने के लिए ज़िले से विधानसभा स्तर तक टीम तैनात की जाएंगी जिनका कार्य सभी वोटरों के वोट और वोटर कार्ड बनाना होगा और अल्पसंख्यक विभाग की टीमें सभी प्रदेशो में गरीब लोगों के बीपीएल कार्ड बनवाने में मदद करेंगी अपने दौरे के आख़री दिन इमरान प्रतापगढ़ी ने विभिन मज़हबों के और वर्गों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाक़ात जी और सभी को हमेशा अपनी मदद देने का आश्वासन दिया