ट्रंप परिवार ने किताब रुकवाने के लिए कोर्ट में मुक़दमा दायर किया
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ ,राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भतीजी मैरी ट्रंप की लिखी किताब ‘टू मच एंड नेवर इनफ़: हाऊ माई फ़ैमिली क्रिएटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन’ की चर्चा इन दिनों कई हलकों में हो रही है।मैरी ट्रंप ने इस किताब में दावा किया है कि ट्रंप एक ऐसे आत्ममुग्ध व्यक्ति हैं जिन्होंने आम अमरीकी लोगों की ज़िंदगी को ख़तरे में डाल दिया है।मैरी ट्रंप यहीं नहीं रुकीं. उन्होंने अपने अंकल को ‘धोखेबाज़ और दबंग’ तक करार दिया ,इस किताब के कुछ हिस्सों को अमरीकी मीडिया में लीक किए जाने के बाद व्हॉइट हाउस ने इसमें किए गए दावों को ख़ारिज किया है।किताब की रिलीज़ की तारीख़ 14 जुलाई तयजायज़ा की गई है और ट्रंप परिवार ने इसे रुकवाने के लिए कोर्ट में मुक़दमा भी दायर किया है।वोह लिखती हैं की “डोनाल्ड न केवल कमज़ोर है बल्कि उनका अहम भी बहुत नाज़ुक है. इतना कि उसे हर लम्हे संभालना पड़ता है क्योंकि वो गहराई से जानते हैं कि वे जो दावा करते हैं, वैसे वो बिल्कुल नहीं हैं.”मैरी ने लिखा हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप पर अपने पिता फ्रेड ट्रंप सीनियर का गहरा असर था. वे उनके पिता फ्रेड ट्रंप जूनियर पर दबंगई दिखाते थे।मैरी जब 16 साल की थीं तो उनके पिता की शराब पीने से जुड़ी बीमारी के कारण मौत हो गई थी.’टू मच एंड नेवर इनफ़: हाऊ माई फ़ैमिली क्रिएटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन’ में मैरी ने लिखा है कि सीनियर ट्रंप का रवैया अपने बड़े बेटे के लिए बेहद ही कठोर था.वे चाहते थे कि परिवार के रियल इस्टेट का कारोबार फ्रेड ट्रंप जूनियर देखें. लेकिन जैसे-जैसे फ्रेड ट्रंप जूनियर परिवार के बिज़नेस से दूर होते गए, सीनियर ट्रंप के पास दूसरे बेटे की तरफ़ रुख़ करने के अलावा कोई और चारा नहीं बचा. अमरीका के भावी 45वें राष्ट्रपति के प्रति सीनियर ट्रंप का कैसा रवैया था, इस पर मैरी लिखती हैं, “अस्सी के दशक के आख़िर में जब हालात बिगड़ने लगे तो सीनियर ट्रंप बेटे की अयोग्यता से ख़ुद को अलग नहीं रख सके. पिता के पास बेटे पर भरोसा करने के अलावा कोई चारा नहीं बचा था. उनके भीतर के शैतान को आज़ादी मिल गई.”।व्हॉइट हाउस ने इस दावे को ख़ारिज किया है कि राष्ट्रपति ट्रंप के पिता उन्हें नापसंद करते थे. व्हॉइट हाउस ने कहा, “राष्ट्रपति ने पिता के साथ अपने संबंधों को बेहद गर्मजोशी भरा बताया है और उन्होंने कहा कि उनके पिता बहुत अच्छा बर्ताव करते थे ।