योगी की सूझ बुझ से किसानो और सरकार मे समझौता,केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे के खिलाफ हत्या का केस दर्ज,मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख और नौकरी देने का एलान,हिंसा की होगी न्यायिक जांच,अखलेश यादव रिहा, प्रियंका गांधी ने गेस्ट हाउस के कमरे में झाड़ू लगाकर विरोध जताया,दस घंटे में मांग पूरी न होने पर टिकैत ने दी बड़े आंदोलन की चेतावनी,लखनऊ में धारा 144 की गई है लागू- पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) मुख्य योगी आदित्य नाथ की सूझ बुझ से किसानो और सरकार मे समझौता हो गया है।केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्र टेनी के बेटे के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करने, मृतकों के परिजनों को 45-45 लाख रुपये व सरकारी नौकरी देने घायलों को 10-10 लाख रुपये देने, लखीमपुर खीरी में हुई घटना की जांच के लिए रिटायर्ड जज की अध्यक्षता कमेटी के गठन की घोषणा की गई है। ये जानकारी एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने दी। उन्होंने कहा कि मामले में जो भी दोषी होगा उसे बख्शा नहीं जाएगा। इस संबंध में किसान नेता राकेश टिकैत की प्रदेश सरकार के अधिकारियो से बंद कमरे में चर्चा हुई। राकेश टिकैत ने कहा मुआवजे के साथ मृतकों के परिजनों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, मृतकों के परिजनों को 45 लाख रुपये का मुआवजा के साथ ही मंत्री के बेटे के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के अलावा, मंत्री पुत्र की गिरफ्तारी और मंत्री को बर्खास्त करने की मांग। इसके बाद संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एलान किया कि शव का पोस्टमार्टम होने दिया जाए।

टिकैत ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर 10 घंटे में यह मांग पूरी न हुई तो बड़े आंदोलन की तैयारी की रूपरेखा तैयार की जाएगी। समझाैते में तय हुआ कि सरकार घटना के शिकार मृत किसानो के परिवार को 45-45 लाख रुपए का मुआवजा देगी। इसके साथ ही मरने वालों के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी। मृत किसानो में दलजीत सिंह (32) नानपारा बहराइच, गुरविंदर सिंह (20) नानपारा बहराइच, लवप्रीति सिंह (19) पलिया लखीमपुर और नच्छतर सिंह धौरारा लखीमपुर शामिल हैं। उन्होने बताया कि हिंसा के कारणों की न्यायिक जांच की जाएगी जिसे इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त अथवा मौजूदा न्यायाधीश करेंगे। अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि आठ दिनों के भीतर घटना में लिप्त सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा मगर टिकैत ने केन्द्रीय राज्य मंत्री के इस्तीफे और उनके पुत्र आशीष मिश्रा की 24 घंटे के भीतर गिरफ्तारी की मांग दोहरायी। इस पर अधिकारियों ने कहा कि केन्द्रीय मंत्री का इस्तीफा राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर है हालांकि उनकी हिंसा में घायल हुए लोगों को दस दस लाख रुपए का मुआवजा दिया जायेगा और उनके मुफ्त इलाज की व्यवस्था की जायेगी। घायलों में दो की हालत गंभीर होने पर उन्हे इलाज के लिये लखनऊ रेफर किया गया है जबकि छह का इलाज लखीमपुर खीरी के जिला अस्पताल में चल रहा है। उन्होंने बताया कि किसान नेता के साथ हुये समझौते के बाद किसानों का जमावड़ा छटना शुरू हो गया है। कल तक उग्र किसान अब अनुशासन के साथ जिले के बाहर जाते नजर आने लगे हैं। पुलिस प्रशासन ने मृतकों का पंचनामा भर शवों को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया है और साथ ही अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी हैcशवों के पोस्टमार्टम के लिए  तीन डॉक्टरों की टीम गठित हुई है,समझौते के अनुसार मृत किसानो का अंतिम संस्कार सम्मान के साथ किया जायेगा। मांग केन्द्र को प्रेषित कर दी जायेगी और आशीष मिश्र की जल्द गिरफ्तारी के प्रयास किये जायेंगे।वहीं सरकार ने किसी भी विपक्षी पार्टी के नेताओं को लखीमपुर नहीं जाने दिया।लखीमपुर खीरी में रविवार को हुई हिंसा को पूरे प्रदेश बवाल मचा है। लखनऊ में लखीमपुर जाने से रोकने पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। अखिलेश ने कहा कि किसानों पर अंग्रेजों के शासन से भी ज्यादा जुल्म भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के इस्तीफे और किसानों को 2-2 करोड़ का आर्थिक सहायता देने की भी मांग की। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। वहीं प्रियंका खीमपुर जाते समय कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उन्हें सीतापुर के गेस्ट हाउस में रखा गया है। यहां प्रियंका गांधी ने गेस्ट हाउस के कमरे में झाड़ू लगाकर विरोध जताया। उनका यह वीडियो वायरल हो रहा है प्रियंका की रिहाई के लिए कांग्रेसी प्रदर्शन कर रहे

अखिलेश यादव हुए रिहा
अपने घर के बाहर से हिरासत में लिए गए यूपी के पूर्व सीएम व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को पुलिस ने रिहा कर दिया है। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर पीयूष मोर्डिया ने अखिलेश यादव को रिहा करते हुए उनसे कहा कि आप अब जा सकते हैं। लेकिन उन्हें अब भी लखीमपुर खीरी जाने की इजाजत नहीं है।

मृतकों के परिजनों से मिलकर रहेंगी प्रियंका- रॉबर्ट वाड्रा
रॉबर्ट वाड्रा ने कहा है कि प्रियंका गांधी कल रात में लखीमपुर खीरी के लिए निकलीं और उन्हें वहां रास्ते में बिना किसी वारंट या डॉक्यूमेंट के हिरासत में ले लिया गया, लेकिन वह हार नहीं मानेंगी। प्रियंका मृतकों के परिवारों से मिलकर ही आएंगी। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ लखीमपुर खीरी की हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत हुई है और उत्तर प्रदेश पुलिस ने गृह राज्य मंत्री के बेटे आशीष मिश्र के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज किया है। पार्टी ने प्रियंका गांधी को जल्द से जल्द रिहा किए जाने की भी मांग की है. कांग्रेस का आरोप है कि प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने अपनी हिरासत में रखा है।सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा, “कल लखीमपुर में जो घटना हुई है, उससे पूरा देश आंदोलित है। जो घटना घटी, उसे सभी लोगों ने मीडिया के माध्यम से देखा कि किस प्रकार से किसानों के साथ बर्बरता की गई। गोलियां चलाई गईं। गाड़ियां जलाई गईं और गाड़ियां चढ़ा दी गईं।असल में भारतीय जनता पार्टी अंग्रेज़ों की प्रेरणा लेकर ही ये राजनीति कर रहे हैं।”वे पूरे देश के किसानों को दबाने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं, इसका उदाहरण लखीमपुर की घटना है। हमारी मांग है कि सबसे पहले गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त किया जाए और उनके साथ जो गए थे, उस मंत्री को भी बर्खास्त किया जाना चाहिए. आंदोलन कर रहे लोगों को कुचलने की कोशिश करने वाले लोगों की गिरफ़्तारी होनी चाहिए. क्योंकि ये कोई साधारण घटना नहीं है. बल्कि ये साफ़ तौर पर हत्या का मामला है और उस धारा में अपराध पंजीबद्ध करके कार्रवाई की जानी चाहिए.”
न मैं और न ही मेरा बेटा घटनास्थल पर थे:अजय मिश्र
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र ने कहा है कि न ही वो न ही उनका बेटा घटनास्थल पर मौजूद थे। मामले में जांच से सब सच सामने आ जाएगा। इस तरह की घटना से हमें फंसाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत अराजतका फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। किसानों के बीच में कुछ उपद्रवी घुस आए जिन्होंने पूरी घटना को अंजाम दिया। अजय मिश्र ने कहा कि हमारा कार्यक्रम स्थल और घटनास्थल तीन-चार किलोमीटर दूर थे। हमारे कार्यकर्ताओं को लाठी-डंडों से पीटा गया।

लखीमपुर में छह अक्तूबर तक तैनात रहेंगी आरएएफ और एसएसबी कंपनियां
यूपी के लखीमपुर खीरी मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए प्रशासन ने तय किया है कि यहां छह अक्टूबर तक आरएएफ और एसएसबी की दो-दो कंपनियां तैनात रहेंगी।
जयंत चौधरी के संभल होकर लखीमपुर जाने की सूचना पर अलर्ट हुई पुलिस
राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के संभल आने की सूचना पर जिला पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। जिलाधिकारी संजीव रंजन और पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र फोर्स के साथ संभल के कस्बा सिरसी में सोमवार की सुबह 10 बजे पहुंच गए। पुलिस और प्रशासन इसलिए मुस्तैद हुआ ताकि जयंत चौधरी को आगे बढ़ने से रोका जा सके। पुलिस प्रशासन को काफी इंतजार करने के बाद मालूम हुआ कि जयंत चौधरी अमरोहा से मुरादाबाद होते हुए लखीमपुर के लिए बढ़ गए हैं। यह जानकारी संभल पुलिस प्रशासन को हुई तो मुस्तैदी को कम किया गया। वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय लोक दल के संभल जिलाधक्ष अजयवीर सिंह चौधरी कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रीय अध्यक्ष से मिलने के लिए रवाना हुए तो उन्हें अमरोहा के गांव असगरीपुर में पुलिस ने रोक लिया।
रुद्रपुर के कलक्ट्रेट गेट पर किसानों का धरना शुरू
रुद्रपुर के कलक्ट्रेट गेट पर किसानों का धरना शुरू। प्रदर्शनकारी केंद्रीय गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त करने और हत्यारों को फांसी की मांग कर रहे हैं। केंद्र और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी जारी है।
लखीमपुर हिंसा के खिलाफ नवजोत सिद्धू का विरोध प्रदर्शन
चंडीगढ़ में कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू भी कार्यकर्ताओं के साथ लखीमपुर खीरी की घटना की निंदा करते विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
दिल्ली में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं का भाजपा मुख्यालय के बाहर प्रदर्शन दिल्ली में भी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय के बाहर घेराव कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है।
झांसी और ललितपुर में सड़कों पर उतरे सपाई, हुए गिरफ्तार
लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत के बाद सोमवार को झांसी और ललितपुर में भी किसान और सपा नेता सड़क पर उतर आए। झांसी के इलाइट चौराहे पर सपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पुलिस ने दर्जनों सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं को गिरफ्तार कर लिया। इन्हें पुलिस लाइन ले जाया गया। जहां सपाइयों और पुलिस के बीच तीखी नोंक-झोंक हुई। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी पुलिस लाइन में प्रदर्शन किया। वहीं कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी और महासचिव प्रियंका गांधी की गिरफ्तारी को लेकर कांग्रेस नेताओं ने भी प्रदर्शन किया। उधर, ललितपुर में किसानों की मौत को लेकर घंटाघर पर सपा नेताओं ने प्रदर्शन किया। वहीं प्रदर्शन को लेकर पुलिस बल की तैनाती की गई।

 

 

 

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