अफगानिस्तान: कुंदुज में शिया मस्जिद मे धमाका,100 से ज्यादा जाँबाहक़


जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) अफगानिस्तान के कुंदुज प्रांत में शिया समुदाय को निशाना बनाकर बड़ा हमला किया गया है। समुदाय से जुड़े एक मस्जिद में शुक्रवार दोपहर शक्तिशाली धमाका हुआ है, जिसमें 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं।स्थानीय मीडिया के मुताबिक, शुक्रवार को जुमे की नमाज के कारण मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग जुटे थे। अफगानिस्तान के उत्तरी प्रांत कुंदुज की सैयद अबाद मस्जिद में दोपहर की नमाज़ ए जुमा के समय जोरदार धमाका हुआ। तालिबान पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि धमाके में कम से कम 100 लोग मारे गए हैं।सोशल मीडिया पर सामने आई तस्वीरों में दिख रहा है कि मस्जिद में हर जगह लाशें बिछी हुई हैं।

न्यूज एजेंसी एएफपी ने अस्पताल के सूत्रों के हवाले से बताया है कि कम से कम 50 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद से यहां इस्लामिक स्टेट ने हमले तेज कर दिए हैं। दोनों संगठनों में टकराव बढ़ने की आशंका है। पिछले रविवार को काबुल में भी एक मस्जिद के बाहर धमाका हुआ था जिसमें कम से कम 12 लोग मारे गए और 32 घायल हो गए थे।तालिबन ने इसी साल अगस्त में अफ़ग़ानिस्तान पर नियंत्रण किया है. अफ़गानिस्तान में सुरक्षा हालात अस्थिर बने हुए हैं. तालिबान के सामने सबसे बड़ी चुनौती सुरक्षा हालात को संभालना ही है। तालिबान के प्रवक्ता और सूचना-संस्कृति मंत्री जबीउल्ला मुजाहिद ने भी इस घटना पर बयान जारी किया। उन्होंने कहा कि आज दोपहर कंदुज के खानाबाद बंदार इलाके में शिया नागरिकों को निशाना बनाते हुए एक ब्लास्ट हुआ। इसमें कई लोगों की मौत हुई है। अभी तक किसी भी संगठन ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। लेकिन माना जा रहा है कि आईएस-खोरासान के आतंकी इस हमले के पीछे हो सकते हैं। जबीउल्लाह मुजाहिद ने ट्विटर पर लिखा है, “आज हमारे शिया भाइयों की मस्जिद पर धमाका हुआ है जिसके नतीजे में हमारे कई शिया भाई मारे गए हैं और घायल हो गए हैं।

लखीमपुर में पत्रकार के घर धरने पर सिद्धू

लखीमपुर में पत्रकार के घर धरने पर बैठे नवजोत सिंह सिद्धू, मंत्री के बेटे की गिरफ्तारी तक रहेंगे मौन
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) लखीमपुर खीरी मामले में लगातार सरकार पर दबाव बना रही कांग्रेस की तरफ से अब नवजोत सिंह सिद्धू ने नया दांव चला है। लखीमपुर बवाल में मारे गए पत्रकार के घर पर सिद्धू धरने पर बैठ गए हैं। सिद्धू ने घटना के मुख्य आरोपी गृहराज्यमंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी तक मौन भी धारण कर लिया है।लखीमपुर खीरी में किसानों के साथ हुई घटना के विरोध में पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू शुक्रवार को खीरी पहुंचे। यहां से वे घटना के दौरान मारे गए पत्रकार रमन कश्यप के घर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बात की उसके बाद मौन धारण कर लिया। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्रा की गिरफ्तारी नहीं होने पर वहीं धरने पर बैठ गए। निघासन एसडीएम ओपी गुप्ता, यहां पहले एसडीएम रह चुके गोला एसडीएम अखिलेश यादव और लखनऊ के आईपीएस अफसर सुनील कुमार सिंह नवजोत सिंह सिद्धू को मनाने में जुटे रहे। सिद्धू ने कहा कि जब तक मिश्रा जी (अजय मिश्रा टेनी) के बेटे आशीष के ऊपर कार्रवाई नहीं होती, वो जांच में शामिल नहीं होता, मैं यहां भूख हड़ताल पर बैठूंगा। इसके बाद मैं मौन हूं कोई बात नहीं करूंगा। मौन धारण से पहले सिद्धू ने कहा कि यहां जो देखा और सुना है, वह दिल दहलाने वाला है। एक जघन्य अपराध की गाथा है। पूरा हिन्दुस्तान न्याय की गुहार लगा रहा है। मेरे लिए संविधान से बढ़ा कुछ नहीं है। संविधान के जज्बे, जमूरियत और इंसाफ को कत्ल करने का एक प्रयास है।इससे पहले सिद्धू उत्तराखंड के सितारगंज से होते हुए पीलीभीत में अमरिया से दाखिल हुए। उनके साथ पंद्रह गाड़ियों का काफिला साथ था। अमरिया के मुडलिया बॉर्डर पर एएसपी डॉ.पीएम त्रिपाठी और भारी फोर्स ने उनको रोकने का प्रयास किया। लेकिन उनका काफिल तेजी से बढ़ गया। शाहजहांपुर के खुटार पहुंचने पर नवजोत के काफिले को रोक लिया गया और वहां गाड़ियों की जांच की गई। गाड़ियों में सवार लोगों की जानकारी ली गई।

फायर ब्रांड नेता सुब्रमण्यम स्वामी भी बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बहार


जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली (संवाददाता) भारतीय जनता पार्टी ने अपनी नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी से कई दिग्गजों की छुट्टी कर दी है। वरुण गांधी और मेनका गांधी के बाद भाजपा के फायर ब्रांड नेता सुब्रमण्यम स्वामी को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगह नहीं दी गई है। भाजपा की ओर से की गई इस कार्रवाई के बाद सुब्रमण्यम स्वामी ने भले ही सीधे तौर पर प्रतिक्रिया न दी हो, लेकिन उन्होंने अपने ट्विटर हैंडर का ‘बायो’ बदल कर अपनी खीझ जरूर जाहिर की दी है। सुब्रमण्यम स्वामी ने अपने ट्विटर हैंडल के बायो में खुद को राज्यसभा सांसद, पूर्व कैबिनेट मंत्री, हार्वर्ड से अर्थशास्त्री में पीएचडी, प्रोफेसर लिखा है, लेकिन इसमें उन्होंने भाजपा का जिक्र कहीं नहीं किया है। उन्होंने बायो में लिखा है कि मैंने तुम्हें बिल्कुल वैसा दिया, जैसे मुझे प्राप्त हुआ। माना जा रहा कि उनका इशारा सीधे तौर पर भाजपा की ओर से हुई कार्रवाई पर है। ट्विटर पर सुब्रमण्यम स्वामी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी से हटाए जाने को लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं भी देखी गई हैं। 
मेनका और वरुण गांधी को भी किया गया बाहर 
भाजपा ने 307 सदस्यों वाली राष्ट्रीय कार्यकारिणी से दो वरिष्ठ नेताओं मेनका गांधी और वरुण गांधी को भी बाहर रखा है। दोनों ही नेताओं ने पिछले दिनों कई ऐसे बयान दिए थे, जिससे भाजपा की छवि को ठेस पहुंची थी। इस बीच नई कार्यकारिणी में नए  चेहरों को शामिल किया गया है, इसमें दिनेश त्रिवेदी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, विजय बहुगुणा, सतपाल महाराज, मिथुन चक्रवर्ती जैसे नाम हैं। 
बाहर से आए इन नेताओं को मिली जगह 
भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में बंगाल चुनाव से ठीक पहले आए दिनेश त्रिवेदी, मिथुन चक्रवर्ती और करीब डेढ़ साल पहले कांग्रेस छोड़कर आए ज्योतिरादित्य शामिल किया गया है। इनके अलावा विजय बहुगुणा और सतपाल महाराज को भी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल किया गया है।

देश के मुख्य आर्थिक सलाहकार ने पद छोड़ा
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता)भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम ने अपने पद से इस्तीफ़ा दे दिया है।एक बयान में सुब्रमण्यम ने कहा है कि अपना तीन साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद वो फिर से शिक्षा जगत में लौट रहे हैं. सुब्रमण्यम ने कहा कि राष्ट्रसेवा करना उनके लिए सौभाग्य की बात थी।ट्विटर पर जारी बयान में सुब्रमण्यम ने कहा, “अपनी तीन साल की प्रतिबद्धता पूरी करने के बाद मैं ख़ुशी-ख़ुशी शिक्षा जगत में लौट रहा हूं।” सुब्रमण्यम ने कहा कि अपने तीन दशकों के सार्वजनिक जीवन में अभी तक उन्होंने नरेंद्र मोदी जैसा प्रेरणादायक नेता नहीं देखा है।अपने बयान में सुब्रमण्यम ने प्रधानमंत्री मोदी की जमकर तारीफ़ की है और कहा है कि उन्होंने हमेशा आम लोगों के जीवन को बेहतर करने के लिए काम किया।

रूस, चीन, भारत, ईरान और पाकिस्तान करेंगे अफ़ग़ानिस्तान पर वार्ता
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) अफ़ग़ानिस्तान पर अंतरराष्ट्रीय वार्ता में भाग लेने के लिए रूस तालिबान को निमंत्रण देने जा रहा है।मॉस्को में होने वाली इस वार्ता से पहले 12 अक्टूबर को अफ़ग़ानिस्तान के मुद्दे पर ही जी20 देशों का एक सम्मेलन होने वाला है। चीन, भारत, ईरान और पाकिस्तान की भागीदारी वाली ये अहम बातचीत इसी महीने की 20 तारीख़ को होने वाली है। समाचार एजेंसी एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार, अफ़ग़ानिस्तान में रूस के दूत ज़ामिर काबुलोव ने गुरुवार को ये जानकारी रूसी पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में दी। ज़ामिर काबुलोव से पूछा गया था कि क्या रूस इस अफ़ग़ान वार्ता में कट्टरपंथी संगठन तालिबान के प्रतिनिधियों को निमंत्रण देने वाला है? इस सवाल के जवाब में काबुलोव ने कहा, हालांकि समाचार एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट में कहा गया है कि ज़ामिर काबुलोव ने मॉस्को में होने वाली अफ़ग़ान वार्ता के बारे में विस्तार से कुछ नहीं बताया है।वहीं रूसी समाचार एजेंसी टीएएएस के अनुसार ज़ामिर काबुलोव ने माना कि रूस तालिबान को न्योता देने वाला है, लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया है कि संगठन के किस स्तर के प्रतिनिधियों को वार्ता में शामिल करने की योजना की जा रही है।बुधवार को संयुक्त राष्ट्र के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अफ़ग़ानिस्तान के मानवीय संकट की ओर बढ़ने को लेकर चेताया था।इस सिलसिले में ज़ामिर काबुलोव से पूछा गया कि क्या रूस अफ़ग़ानिस्तान की मदद करेगा?तो उन्होंने कहा, “रूस ऐसा करेगा लेकिन इसे कैसे अंजाम दिया जाएगा, इस पर कोई फ़ैसला नहीं लिया गया है। इस पर ग़ौर किया जा रहा है।”

 

 

 

 

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