15 नवंबर को होगा शिया वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष का चुनाव,मौलाना कल्बे जवाद के विरोधयों ने की सारी हदे पार इस बार कुख्यात गैंगस्टर सट्टा किंग कलुवा उर्फ़ सूफी क़त्ल मे साज़िशन घसीटा जा रहा है नाम,इससे पहले एक पिता को खरीद कर लगवाया गया था इल्ज़ाम हालाँकि इल्ज़ाम लगाने वाला व्यक्ति अब जेल मे है
15 नवंबर को होगा शिया वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष का चुनाव
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष का चुनाव 15 नवंबर को सिपहर 4 बजे होगा। शिया वक़्फ़ बोर्ड के अध्यक्ष को चुनने के लिए बापू भवन सचिवालय सभागार मे मीटिंग आहूत की गई है इस रोज़ बोर्ड के सदस्य अपने नए अध्यक्ष का चुनाव करेगें। शिया वक़्फ़ बोर्ड के नए अध्यक्ष के तौर पर अली ज़ैदी को चुने जाने की प्रबल उम्मीद नज़र आ रही है। इसके लिए आज शासन ने नोटिस जारी कर दिया है। 8 सदस्यों मे मुतवल्ली कोटे से वसीम रिजवी व सैयद फैजी जबकि सांसद कोटे से पूर्व सांसद बेगम नूर बानो,अमरोहा के अधिवक्ता जरयाब जमाल रिजवी, सिद्धार्थनगर के अधिवक्ता शबाहत हुसैन, समाज सेवी मे लखनऊ के अली जैदी, मौलाना रजा हुसैन व प्रयागराज जिला महिला अस्पताल की वरिष्ठ डा. नरूस हसन नकवी के नाम शामिल हैं। यही आठ सदस्य आपस में चेयरमैन का चुनाव करेंगे।
मौलाना कल्बे जवाद के विरोधयों ने की सारी हदे पार इस बार कुख्यात गैंगस्टर सट्टा किंग कलुवा उर्फ़ सूफी क़त्ल मे साज़िशन घसीटा जा रहा नाम,इससे पहले एक पिता को खरीद कर लगवाया गया था इल्ज़ाम हालाँकि इल्ज़ाम लगाने वाला नवशाद नामी व्यक्ति अब जेल मे है
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) सट्टा किंग कलुवा उर्फ़ सूफी जो की कुख्यात गैंगस्टर था और दो साल पहले मारा गया था। जिसको मारने वाले जेल मे हैं।लेकिन हत्या के उस मामले मे शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद का नाम जोड़ कर जो साज़िश रची जा रही है उसके पीछे दिल्ली कि दरगाह शाह ए मर्दा के अलावा बड़े पैमाने पर शिया सुन्नीयों मे नफ़रत को बढ़ाना और मुल्क मे शिया समाज के साथ एक मुनज़्ज़म साज़िश करना शामिल है क्योकि मौलाना देश मे शिया समुदाए के अकेले लीडर है जो क़ौम के हर मामले मे हमेशां पेश पेश रहते हैं देश विदेश मे उनका बहुत मान सम्मान है। आपको बताते चले की दिल्ली कि दरगाह शाह ए मर्दा जो कि एक बेश किमती शिया दरगाह है जिसको प्रमुख शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद ने नाजाएज़ क़ब्जो से आजाद करा कर अंन्जुमन हैदरी कि देख रेख मे दे दिया है कांग्रेस के वह नेता जो शिया होने के बावाजूद दरगाह शाह ए मर्दा कि जमीन पर एक बडे कांग्रेसी लीडर के नाजाएज़ क़ब्जे के हक़ मे थे और दिल्ली मे कांग्रेस कि सरकार मे शिया प्रादर्शनकारीयो पर लाठी चलवा कर खुश होते थे वह अभी भी अपनी साज़िशों से बाज़ नहीं आ रहे हैं दरगाह शाह ए मर्दा कि जमीन को आजाद कराने कि लडाई मे शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद को कई बार गिरफ्तार भी किया गया लेकिन मौलाना कि कोशिश रंग लाई और शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद दरगाह को बचाने मे कामयाब हो गए लेकिन इस नाकामी से नाराज़ मौलाना के दुशमन मुत्तहीद हो कर अब इस हद तक उतर आए है कि एक सटोरिए कि हत्या से मौलाना का नाम जोडने कि कोशिश कर रहे है इस मामले मे लखनऊ से दिल्ली तक मौलाना के मुखालफिन लामबंद नज़र आ रहे है हद तो यह है कि दिल्ली के एक वह साहब भी इस मामले को हवा दे रहे थे जिनके जेल जाने पर मौलाना ने प्रदर्शन किए और जेल से आजाद करा लाए थे आपको बताते चले कि कलुवा सूफी को सितम्बर 2019 में दिन दहाडे गोली मार दी गई थी। इस हत्या का अभियुक्त अब्बास उर्फ कासिम उर्फ राजू बेचैन गोली मरने के बाद फरार हो गया था। बाद मे पुलिस सितम्बर 2019 में ब्रहमपुरी मौहल्ला थाना उस्मानपुर नई दिल्ली में कुख्यात गैंगस्टर सट्टा किंग कलुवा सूफी को दिन दहाडे सरेआम गोली मारकर भाग जाने पर राजू बेचैन की सरगर्मी से तलाश कर रही थी। इसी हत्याकण्ड में इसके विरूद्ध दिल्ली पुलिस द्वारा लगातार फरार चलने के कारण 50,000/-रूपये का ईनाम घोषित कर रखा था। हरिद्वार मे राजू बेचैन को रानीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के पास से पिस्टल और 15 राउंड (कारतूस) बरामद हुए। पुलिस ने बदमाश को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया था। दो साल बाद इस में मौलाना मौसूफ़ का नाम जोड़न कर उनको बदनाम करने की कोशिश की जा रही। कलुवा सूफी की बीवी से प्रेस कांफ्रेंस कराई गई है। हालाँकि सूफी की पत्नी के पास भी इसबात का जवाब नहीं था की कलुवा सूफी को गोली कमर मे लगी थी और वह तीन दिन जिन्दा रहा पुलिस को बयांन दिया लेकिन कभी कहीं मौलाना का नाम नहीं आया ये दो साल बाद मौलाना का नाम क्यों उछाला जा रहा है।कलुवा सूफी कुख्यात गैंगस्टर था और सट्टा किंग के नाम से मशहूर था। पकड़े गए कलुवा सुफी के क़ातिल राजू बेचैन ने पुलिस को बताया था की वह मोहर्रम पर अपने स्थाई निवास ग्राम सकानी थाना जहाँगिराबाद जनपद बुलँदशहर उ0प्र0 गया तो यही के रहने वाले कलुवा सूफी नाम के सटोरिये व बदमाश द्वारा इस पर सट्टे के पैसे के लेन देन को लेकर जान लेवा हमला किया गया। तभी से बदमाश राजू बेचैन कलुवा सूफी को मारने की फिराक मे घूम रहा था। इसी दौरान इसका सम्पर्क दिल्ली में कलुवा सुफी के दुश्मन सरफराज उर्फ बिल्ली से हुआ। सरफराज उर्फ बिल्ली द्वारा इसे कलुवा सूफी को 10 लाख में मार देने की सुपारी एंव हथियार दिये गये। इसके द्वारा कलुवा सूफी को सितम्बर 2019 में दिन दहाडे गोली मार दी। जिससे वह गम्भीर रूप से घायल हो गया था बाद मे उसकी मौत हो गई। क्योंकि मौजूदा वक़्त मे क़ुरान करीम और रसूल (सअ) से गुस्ताख़ी के मामला मे मुसलमानो मे काफी बेचैनी है इतनी नफ़रत फैलाने के बाद भी सरकार वसीम के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही है। नफरत फैलाने वाले वसीम रिज़वी की वजहा से पूरा शिया समुदाय को बदनाम कर कर रहे हैं।और शिया सुन्नियो मे नफ़रत फैलाने की भरपूर कोशिश की जा रही है।