KGMU, PGI, RML समेत 38 निजी हॉस्पिटल अलर्ट.
ऑक्सीजनयुक्त 4000 से अधिक बेड की व्यवस्था की.
CHC, PHC को 300 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हुए उपलब्ध.
ऑक्सीजन सिलेंडर समेत दवाओं का स्टॉक बढ़ाया

देश में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की दस्तक,कर्नाटक में मिले दो मामले
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) दुनिया के कई देशों में सामने आ रहे ओमिक्रॉन वैरिएंट ने दहशत मचा दी है। देश में भी इसके दो मामले सामने आए हैं। दोनों मामले कर्नाटक में सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आज बताया कि लगभग 29 देशों में अब तक ओमिक्रॉन वैरिएंट के 373 मामले दर्ज किए गए हैं। इसके पांच गुना और संक्रामक होने की आशंका है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर में समग्र रूप से देखे जा रहे मामलों में सबसे अधिक वृद्धि यूरोप में हुई है। यहां पिछले एक सप्ताह में दुनिया के 70 फीसदी मामले सामने आए हैं। 28 नवंबर को समाप्त सप्ताह में यूरोपीय क्षेत्र में लगभग 2.75 लाख नए मामले और 31,000 से अधिक मौतें दर्ज की गईं। इसकी तुलना में दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र जिसमें भारत और 11 अन्य देश शामिल हैं, वहां पिछले एक सप्ताह में केवल 1.2 लाख मामले दर्ज किए गए। दुनिया के कुल मामलों का केवल 3.1 फीसदी है। दक्षिण पूर्व एशियाई क्षेत्र में मामलों में कमी दर्ज की जा रही है। लव अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं। हालांकि दो राज्यों में अभी भी संक्रमण के आंकड़े अधिक हैं। केरल और महाराष्ट्र दो ऐसे राज्य हैं जहां 10,000 से अधिक सक्रिय मामले हैं। देश के 55 फीसदी मामले इन दो राज्यों में दर्ज किए गए हैं। लव अग्रवाल ने कहा कि टीकाकरण की दूसरी खुराक में वृद्धि हुई है। देश भर में टीकाकरण की संख्या बढ़ाने के लिए कई पहल की गई हैं। यूरोप क्षेत्र में बढ़ रहे कोरोना वायरस मामलों की संख्या, वैश्विक कोविड 19 मामलों के 70 फीसदी इसी क्षेत्र में दर्ज किए गए हैं। तमिलनाडु के तिरुपुर जिले के एक प्राइवेट स्कूल के 25 छात्र कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। उनके सैंपल जीनोमिक सीक्वेंसिंग के लिए भेजे जाएंगे ताकि यह पता चल सके कि ये बच्चे ओमिक्रॉन से संक्रमित हैं या किसी और वैरिएंट से। छात्रों और स्टाफ के परिवार के सदस्यों सहित 300 लोगों के नमूनों की कोविड जांच की जाएगी।आपको बता दें कि दो छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि बाकी को होम आइसोलेशन में रखा गया है।

यूपी:नए वैरिएंट को लेकर सतर्क,सक्रिय किया गया कंट्रोल रूम स्कूलों मे फिर ऑनलाइन पढ़ाई पर ज़ोर


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) ओमिक्रॉन को लेकर बढ़ी कोरोना थर्ड वेव की आशंका के मद्दे नज़र कोविड के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन को लेकर गृह विभाग की ओर से नए दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। कोविड के लिए गृह विभाग के कंट्रोल रूम को भी सक्रिय कर दिया गया है साथ ही जिलों के अधिकारियों से विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि लखनऊ और वाराणसी के जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह अपने अपने जिलों में पुलिस आयुक्तों के साथ एयरपोर्ट का निरीक्षण करें और थर्मल स्कैनिंग सुनिश्चित कराएं। प्रभावित देशों से आने वाले कोविड पाजिटिव पाए जाने वाले यात्रियों का अलग से आइसोलेशन बनाया जाए और उन्हें आइसोलेट किया जाए। निर्धारित प्रोटोकाल के अनुसार इलाज कराया जाए और कांटैक्ट ट्रेसिंग की जाए।अपर मुख्य सचिव ने नोएडा के जिलाधिकारी सुहास एलवाई को राज्य सरकार की ओर से अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों का विवरण उपलब्ध कराने के लिए नोडल अधिकारी बनाया गया है। इसके अलावा जिलाधिकारियों को रेलवे स्टेशनों और बस स्टेशनों पर सैंपलिंग कराने और थर्मल स्कैनिंग कराने के निर्देश दिए गए हैं खास कर ऐसे बस स्टेशन जहां दूसरे राज्यों से बसें आती हैं वहां विशेष सतर्कता बरती जाए। उन्होंने कहा है कि सभी सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक दूरी, मास्क पहनना एवं हाथों को सैनिटाइज करने का कड़ाई से पालन कराया जाए और उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा है कि विदेश से आने वाले किसी यात्री के कारण कोरोना का संक्रमण फैलता है तो संबंधित जिले के अधिकारी इसके जिम्मेदार होंगे।

जनवरी के अंत तक नए वैरिएंट की ज़द में होगा फ्रांस
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन का दायरा बढ़ता ही जा रहा है। फ्रांस में भी इसके मामले सामने आ चुके हैं। ऐसे में टॉप वैज्ञानिकों का मानना है कि जनवरी के अंत तक ओमिक्रॉन पूरे जापान को अपने जद में ले सकता है। पहला मामला सामने आने के बाद फ्रांस और अमेरिका की सरकारों ने दुनिया भर के देशों के लिए प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं। खासकर विदेशा यात्रियों को लेकर। अमेरिका में कड़ाके की ठंडे के बीच राष्ट्रपति जो बाइडेन कोविड-19 से लड़ने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। इससे संबंधित एक सूत्र ने रॉयटर को बताया कि इसके लिए सबसे पहला कदम यात्रियों को मार्च के मध्य तक मास्क पहनने को लेकर उठाया जा सकता है। जिसकी गुरुवार को औपचारिक घोषणा होने की उम्मीद भी की जा रही है। इसके अलावा व्हाइट हाउस अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के लिए सख्त टेस्टिंग की घोषणा करने की भी योजना बना रहा है। जापान ने कोरोना वायरस के नए प्रकार ‘ओमिक्रॉन’ से बचाव के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की नई बुकिंग पर प्रतिबंध लगाने के एक दिन बाद आज यह फैसला वापस ले लिया। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बारे में अभी तक ज्यादा जानकारी दुनिया के सामने नहीं आ पाई है। क्योंकि हाल ही में इस वैरिएंट की पुष्टि हुई है। पहली 8 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका में मिलने के बाद यह कम से कम दो दर्जन देशों फैल चुका है।

क्या वाकई डेल्टा से ज्यादा खतरनाक है ओमीक्रोन?
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) दक्षिण अफ्रीका में अनुसंधानकर्ताओं ने 24 नवंबर, 2021 को कोविड-19 के नए स्वरूप ओमीक्रीन (B.1.1.529) की पहचान की और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दो दिन बाद इसे ‘चिंता वाला स्वरूप’ करार दिया।ओमीक्रोन कोरोना वायरस के स्वरूप के मामले में बेहद अलग है क्योंकि यह अब तक सार्स-सीओवी-2 का सबसे ज्यादा बदला हुआ स्वरूप है। इसकी आनुवंशिक संरचना में कुल 53 उत्परिवर्तन (म्यूटेशन) हैं और अकेले तो स्पाइक प्रोटीन पर 32 म्यूटेशन हैं।स्पाइक प्रोटीन- सार्स सीओवी-2 वायरस के बाहर निकली हुई गांठ हैं, जो वायरस को कोशिकाओं से चिपकने में मदद करती है ताकि यह उसमें प्रवेश कर सके।अगर वायरस के स्वरूप से तुलना करें तो डेल्टा स्वरूप में नौ म्यूटेशन थे।ओमीक्रोन में ज्यादा उत्परिवर्तन का यह मतलब हो सकता है कि यह ज्यादा संक्रामक है या फिर प्रतिरक्षा सुरक्षा से बचने में ज्यादा बेहतर है, ये सारे अनुमान बेहद चिंताजनक हैं। पेशे से विषाणु विज्ञानी सुरेश वी कुचीपुड़ी का अनुसंधान समूह कोविड-19 के विभिन्न पहलुओं का अध्ययन कर रहा है, जिसमें इसके जानवरों में प्रसार का अध्ययन में शामिल है।ओमीक्रोन में उत्परिवर्तन की असामान्य रूप से उच्च संख्या आश्चर्यजनक है लेकिन इसके अन्य स्वरूप का सामने आना अप्रत्याशित नहीं है। क्या ओमीक्रोन स्वरूप में ज्यादा उत्परिवर्तन का मतलब है कि यह डेल्टा से ज्यादा खतरनाक और संक्रामक है? इसका सीधा सा जवाब है कि अभी हमें इसकी जानकारी नहीं है। स्वरूप के उद्गम की स्थितियां अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन यह स्पष्ट है कि इसमें उत्परिवर्तन की संख्या असामान्य है।इसकी एक संभावित व्याख्या यह है कि ऐसे मरीज में जिसकी प्रतिरक्षा प्रणाली दब गई हो उसके लंबे समय तक बीमार रहने से कई उत्परिवर्तन हो सकते हैं। यह एक ऐसी स्थिति है, जो विषाणु के क्रमिक विकास को जन्म दे सकती है।

तूफान से पहले तूफानी तैयारियां,मोदी ने की हाईलेवल मीटिंग


जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) नई दिल्ली। ताउते (Tauktae Cyclone) और यास (Yaas Cyclone) के बाद अब चक्रवाती तूफान जवाद (Cyclone Jawad) का खतरा मंडरा रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है। इससे जवाद के तेज होने की उम्मीद है। यह उत्तरी आंध्र प्रदेश के तट तक पहुंचने वाला है। शनिवार 4 दिसंबर 2021 की सुबह यहां हवा की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है। इससे आंध्र प्रदेश, ओडिशा (Odisha) और पश्चिम बंगाल (West bengal)के तटीय जिलों में भारी वर्षा होने की संभावना है। तूफान से निपटने की तैयारियां जानने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राज्यों और केंद्रीय मंत्रियों के साथ हाई लेवल मीटिंग (High Level Meeting) की। उन्होंने चक्रवात से प्रभावित होने वाले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने के निर्देश दिए। मोदी ने कहा कि सभी जरूरी सेवाएं जैसे कि बिजली, टेलीफोन, स्वास्थ्य, पेयजल आदि का मेंटेनेंस करा लें, जिससे कि कोई भी बाधा होने पर इन्हें तुरंत ठीक किया जा सके। उन्होंने जरूरी दवाओं और आपूर्ति का पर्याप्त स्टॉक करने और निर्बाध आवाजाही की व्यवस्था तैयार करने के निर्देश दिए। मोदी ने कहा कि चौबीस घंटे काम करने वाला एक कंट्रोल रूम भी बनाएं। आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के हिस्से होंगे प्रभावित इस चक्रवाती तूफान के आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापत्तनम और विजयनगरम और ओडिशा के तटीय जिलों को प्रभावित करने की आशंका है। इसके साथ ही तटीय क्षेत्र और पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में भारी वर्षा की आशंका जताई जा रही है। एनडीआरएफ यानी राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) ने इन राज्यों में 32 टीमों को तैनात किया है और अतिरिक्त टीमों को तैयार रखा जा रहा है।

 


 

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