उत्तर प्रदेश में बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रचार करेगा संयुक्त किसान मोर्चा

जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) बीजेपी के ख़िलाफ़ प्रचार करेगा. किसान आंदोलन का नेतृत्व करने वाले किसानों के इस संगठन ने गुरुवार को ये जानकारी दी है। संयुक्त किसान मोर्चा का अभियान उत्तर प्रदेश पर केंद्रित होगा. हालंकि, उत्तराखंड में भी संयुक्त किसान मोर्चा प्रचार करेगा।पंजाब में मोर्चा किसी दल का समर्थन नहीं करेगा. एसकेएम नेता दर्शन पाल का कहना है कि पंजाब में अगर कोई पार्टी वोट मांगने आती है तो उससे भी सवाल पूछे जाएंगे। उत्तर प्रदेश चुनाव में पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर खास ध्यान दिया जा रहा है. यहाँ से 130 विधानसभा सीटें आती हैं और इस क्षेत्र में समाजवादी पार्टी-राष्ट्रीय लोक दल के गठबंधन पर लोगों का ध्यान गया है। इसके पीछे किसान आंदोलन और जाटों का बीजेपी से मोहभंग होना भी कारण बताया जा रहा है। संयुक्त किसान मोर्चा ‘एसकेएम’ उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में पहुंचेगा। गुरुवार को एक प्रेसवार्ता में एसकेएम ने कहा, हमारे 57 किसान संगठन यूपी के गांव-गांव में पहुंचेंगे और लोगों से भाजपा को सजा देने की अपील करेंगे। हरियाणा के किसान संगठन भी उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रचार में जाएंगे। एसकेएम नेता योगेंद्र यादव, दर्शनपाल और राकेश टिकैत ने कहा, भाजपा अपने वादों से मुकर गई है। लखीमपुर खीरी कांड के आरोपी मंत्री अपने पद पर हैं। किसान आंदोलन में सरकार ने जिन वादों पर काम करने के लिए भरोसा दिलाया था, अब वह उन्हें भूल चुकी है। अब चुनाव में भाजपा को वही वादे याद दिलाने हैं।प्रेस क्लब में संवाददाताओं से बातचीत करते हुए किसान नेताओं ने कहा, उत्तर प्रदेश के चुनाव में लोगों को बताया जाएगा कि भाजपा ने किसानों के साथ धोखा किया है। अभी तक सरकार ने अपना कोई भी वादा पूरा नहीं किया। उत्तर प्रदेश के 57 किसान संगठनों के साथ मिलकर एसकेएम के प्रतिनिधि उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के अनेक गांवों में पहुंचेंगे। दूसरे व तीसरे चरण के लिए प्रचार इसी सप्ताह शुरू हो जाएगा। यूपी में अगर कोई दल या नेता खुद को किसानों से संबंद्ध बताता है तो उसके साथ एसकेएम का कोई नाता नहीं होगा। एसकेएम, गांव-गांव में जाकर लोगों को पर्चा वितरित करेगा। इसमें भाजपा की किसान विरोधी नीतियों का खुलकर वर्णन किया गया है। एसकेएम नौ जगहों पर प्रेसवार्ता करेगा। इनमें मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, झांसी, सिद्धार्थनगर, बनारस, गोरखपुर व लखनऊ आदि शामिल है। योगेंद्र यादव ने कहा, हरियाणा और पंजाब से हजारों वालंटियर यूपी चुनाव में पहुंचेंगे। एसकेएम, किसी पार्टी के लिए वोट नहीं मांगेगा। वह तो केवल लोगों से इतना कहेगा कि वे भाजपा को सजा दें। हमारा काम किसानों विरोधी दलों को सबक सिखाना है। केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी को क्या सजा मिलनी चाहिए, ये बात लोग अच्छे से जानते हैं। क्या आप पंजाब जाएंगे, इस सवाल के जवाब में किसान नेताओं ने कहा, वहां भी जा रहे हैं। वहां किसी दल को स्पोर्ट करने के लिए नहीं कहेंगे। एसकेएम ने उन लोगों को अपने संगठन से बाहर रखा है, जो नियमों के खिलाफ जाकर चुनाव लड़ रहे हैं। किसी संगठन को बाहर नहीं किया है। नेताओं को बाहर रखा गया है। किसान संगठन सभी से चाहे वो अमरिंदर सिंह हों या अकाली दल, सवाल करेंगे।

असदुद्दीन ओवैसी को मिली Z कैटेगरी की सुरक्षा,
ओवैसी ने कहा कि मैं बिल्कुल भी सुरक्षा नहीं लूंगा। ये सरकार की जिम्मेदारी ही कि वो मुझे सुरक्षित महसूस करवाएं
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) असदुद्दीन ओवैसी को अब केंद्र सरकार ने जेड कैटेगरी सुरक्षा देने का फैसला लिया है। हाल ही में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के चीफ असदुद्दीन ओवैसी की गाड़ी पर हमला हुआ था । बताया जा रहा है कि गुरुवार को असदुद्दीन ओवैसी की कार पर हमले के बाद उनके सुरक्षा की समीक्षा की गई है। इस समीझा के बाद उन्हें Z कैटेगरी की सुरक्षा देने का निर्णय लिया गया। अब ओवैसी के साथ सीआरपीएफ के जवान उनकी सुरक्षा में तैनात रहेंगे। जानकारी के मुताबिक ओवैसी को जेड प्लस सिक्योरिटी में 22 सुरक्षा जवान मिलेंगे। जो हर दिन 24 घंटे उनके साथ रहेंगे। वहीं उनके आवास पर भी एक पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर और सिक्योरिटी रहेगी।हालांकि हमले के बाद एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने ये साफ किया था कि वो किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं लेंगे। ओवैसी ने कहा कि वो 1994 से एक्टिव पॉलिटिक्स में हैं और आज तक उन्होंने कोई सुरक्षा नहीं ली है। जब उनसे पूछा गया कि इस हमले के बाद क्या वो सुरक्षा लेंगे, तो इस पर ओवैसी ने कहा कि मैं बिल्कुल भी सुरक्षा नहीं लूंगा। ये सरकार की जिम्मेदारी ही कि वो मुझे सुरक्षित महसूस करवाएं।आपको बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी के कापिले पर गुरुवार को मेरठ से दिल्‍ली आते समय छिजारसी टोल गेट पर जानलेवा हमला किया गया। हमलावरों की तरफ से चलाई गईं गोलियां उनकी कार पर लगी और असदुद्दीन ओवैसी बाल-बाल बच गए। इसके बाद केंद्र सरकार ने ओवैसी को जेड कैट‍गरी की सुरक्षा मुहैया करा दी है।

पुलिस गिरफ्त में दोनों आरोपी

 

इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर बीते दिन गुरुवार को गोलीबारी की गई। इस बात की सूचना खुद ओवैसी ने ट्विटर पर दी। उनपर हुए हमले से यूपी व दिल्ली में हलचल तेज हो गई। साथ ही यूपी पुलिस ने भी तेजी से काम करते हुए फायरिंग करने वाले दोनों ही आरोपियों को धर दबोचा। पुलिस द्वारा घटना में इस्तेमाल हुआ हथियारों को भी बरामद कर लिया गया। अब जहां शुक्रवार को दोनों ही आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

इस्लामिक स्टेट के नेता अबू इब्राहिम की मौत, अमेरिका ने 1 करोड़ डॉलर का इनाम रखा था


जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) अमेरिका ने कहा है कि चरमपंथी गुट इस्लामिक स्टेट के नेता अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-क़ुरैशी की एक अमेरिकी कार्रवाई में मौत हो गई है।गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ख़ुद देर रात हुई इस कार्रवाई की जानकारी देते हुए कहा, ”दुनिया के लिए एक बड़े आतंकी ख़तरे को दूर कर दिया गया है।”इस हमले में अल-क़ुरैशी के अलावा इस संगठन के उप-नेता और कई अन्य लोगों की मौत की भी ख़बर है। वहीं कार्रवाई में शामिल सभी अमेरिकी सुरक्षित वापस लौट आए हैं।अमेरिकी अधिकारियों ने उप-नेता का नाम नहीं बताया है लेकिन महीनों तक चली प्लानिंग का ब्यौरा दिया है जिसके बाद आख़िर सीरिया के इदलिब प्रांत में घुसकर ये ऑपरेशन चलाया गया।इस्लामिक स्टेट के नेता अबू इब्राहिम अल-हाशिमी अल-क़ुरैशी. कुख़्यात चरमपंथी जिन्हें ”द ड्रिस्ट्रॉयर” के नाम से भी जाना जाता था।साल 2019 में अबू बक्र अल-बग़दादी की मौत के बाद अल-क़ुरैशी को इस्लामिक स्टेट का नेता बनाया गया।बग़दादी की मौत के चार दिन बाद ही ये घोषणा हो गई कि समूह अब अल-क़ुरैशी के नेतृत्व में काम करेगा। लेकिन ऐसा माना जाता है कि अल-क़ुरैशी को इस पद के लिए काफ़ी तैयार किया गया और जंग के मैदान से दूर रखा गया था।अब ख़ुफ़िया रिपोर्ट से पता चला कि अल-क़ुरैशी अपने परिवार के साथ सीरिया के आतमेह कस्बे में रह रहा था। तुर्की की सीमा के पास इदलिब प्रांत में आने वाला ये इलाक़ा जिहादी गुटों का गढ़ है जो इस्लामिक स्टेट के धुर विरोधी हैं। साथ ही साथ वहाँ तुर्की समर्थित विद्रोही भी यहाँ सक्रिय हैं, जो सीरिया की सरकार का विरोध कर रहे हैं।इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर बीते दिन गुरुवार को गोलीबारी की गई। इस बात की सूचना खुद ओवैसी ने ट्विटर पर दी। उनपर हुए हमले से यूपी व दिल्ली में हलचल तेज हो गई। साथ ही यूपी पुलिस ने भी तेजी से काम करते हुए फायरिंग करने वाले दोनों ही आरोपियों को धर दबोचा। पुलिस द्वारा घटना में इस्तेमाल हुआ हथियारों को भी बरामद कर लिया गया। अब जहां शुक्रवार को दोनों ही आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

सीएम योगी ने गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से किया नामांकन,


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता)सीएम योगी ने गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से नामांकन किया नामांकन करते योगी आदित्यनाथ साथ गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। वहीं केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह भी इस दौरान मौजूद रहें। यह पहला मौका है कि तीनों बड़े नेता एक साथ किसी के नामांकन में शामिल होने के लिए गोरखपुर पधारे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर शहर विधानसभा सीट के लिए दो सेट में नामांकन किया। वह गोरखपुर शहर विधानसभा से भाजपा उम्मीदवार बनाए गए हैं। कलेक्ट्रेट परिसर एवं उसके आसपास सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। बड़ी संख्या में फोर्स तैनात की गई है। कलेक्ट्रेट के मुख्य गेट से लेकर नामांकन कक्ष के बाहर व भीतर जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। नामांकन प्रक्रिया की वीडियो रिकार्डिंग भी कराई गई है।जिला निर्वाचन अधिकारी विजय किरन आनंद ने बताया कि राष्ट्रीय एवं राज्य के मान्यता प्राप्त दलों के प्रत्याशियों को एक प्रस्तावक के साथ कलेक्ट्रेट में प्रवेश मिलेगा, जबकि अन्य (निर्दल) प्रत्याशी, नामांकन दाखिल करने के लिए 10 प्रस्तावक साथ ले जा सकेंगे।

अखिलेश और जयंत चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज,


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव तथा राष्ट्रीय लोक दल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और 300-400 लोगों के खिलाफ थाना दादरी में आदर्श आचार संहिता तथा कोविड प्रोटोकाल के उल्लंघन के आरोप में केस दर्ज,किया गया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि तीन फरवरी की देर रात को थाना दादरी क्षेत्र के अंतर्गत चुनाव प्रचार में चुनाव आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देश और कोविड-19 प्रोटोकॉल के उल्लंघन की घटना हुई। उन्होंने बताया कि इस संबंध में सोशल मीडिया पर भी कुछ वीडियो सार्वजनिक हुए हैं और मामले का संज्ञान लेते हुए थाना दादरी पुलिस ने यादव, चौधरी, समाजवादी पार्टी के दादरी विधानसभा प्रत्याशी राजकुमार भाटी, सहित करीब 400 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।इससे पहले बागपत जिले में अखिलेश यादव और चौधरी जयंत सिंह द्वारा किए गए जनसंपर्क कार्यक्रम में भारी भीड़ जुटने पर सपा-रालोद गठबंधन के तीन प्रत्याशियों सहित 3,200 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया था।

 

 

 

 

 

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