शिया वक़्फ़ बोर्ड की सम्पति परअवैध निर्माण चला बाबा का बुलडोजर।


जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) राजधानी लखनऊ में लगातार CM योगी की अवैध कब्ज़ों और अवैध निर्माणों पर जारी है कार्यवाही। अवैध निर्माणों पर कार्यवाही निशातगंज स्थित न्यू हैदराबाद के पास चला बाबा का बुलडोजर।महानगर न्यू हैदराबाद पर स्थित508/17 मक़बूल के भूखण्ड पर हुई कार्रवाई। ये सम्पति शिया वक़्फ़ बोर्ड की है। पुलिस लाइन के पीछे बने हुए अवैध निर्माणों पर एक बार फिर से गरजा बाबा बुल्डोजर। ये सम्पति शिया वक़्फ़ बोर्ड की है और अभिलेखों में शिया कब्रिस्तान दर्ज है।इस सम्पति को मुख्तार अंसारी के करीबियों ने गलत दस्तेवेज़ बनाकर अवैध कब्ज़ा कर लिया था।इस सम्पति को मुख्तार अंसारी के करीबी राइस हैदर ने बिल्डर अनिल रौहतर को बेची थी।शिया वक़्फ़ बोर्ड के चैयरमैन अली ज़ैदी के संज्ञान में जैसे ये बात आइए वैसे विधिक करावई भू-महाफियो के खिलाफ बोर्ड ने की।

हिजाब विवाद पर बोला अलक़ायदा चीफ़ अयमान अल-ज़वाहिरी
जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली (संवाददाता) आतंकवादी संगठन अलकायदा के चीफ अयमान अल-जवाहिरी ने एक नया वीडियो संदेश जारी किया है, जिसमें भारत में जारी हिजाब विवाद पर भी बात की गई है। इंटेलीजेंस सूत्रों ने चैनल CNN-News18 को बताया कि यह वीडियो मैसेज पूरी तरह से प्रोपगैंडा और सगंठन की भारत में अपना आधार बढ़ाने की कोशिश है। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन पहले केवल कश्मीर को लेकर भारत को निशाना बनाते थे लेकिन अब वे कुछ विशेष मुद्दों पर भी बातें कर रहे हैं।चरमपंथी संगठन अलक़ायदा की ओर से एक नया वीडियो जारी किया गया है जिसमें इस संगठन के प्रमुख अयमान अल-ज़वाहिरी के ज़िंदा होने का सबूत दिया गया है। दो मई 2011 को अलक़ायदा के प्रमुख ओसामा बिन लादेन की अमेरिकी सेना की कार्रवाई में मौत के बाद अयमान अल-ज़वाहिरी को अलक़ायदा चीफ़ बनाया गया था. ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान के सूबे ख़ैबर पख़्तूनख़्वा के शहर ऐबटाबाद में मार दिया गया था। डॉक्टर अयमान अल-ज़वाहिरी कई साल तक ओसामा बिन लादेन के डिप्टी के तौर पर काम करता रहा है और माना जाता है कि 9/11 हमलों के पीछे उन्हीं का दिमाग़ शामिल था।ग़ौरतलब है कि अलक़ायदा प्रमुख अयमान अल-ज़वाहिरी के बारे में साल 2020 के आख़िर में ये ख़बर फैली थी कि उनकी मौत हो चुकी है या फिर वो बीमार हो चुके हैं।अल-क़ायदा की ओर जारी एक ताज़ा वीडियो में अल-ज़वाहिरी, कर्नाटक की एक छात्रा की तारीफ़ भी करते दिख रहे हैं. ये छात्रा कर्नाटक में हिजाब विवाद के बाद ख़बरों में आई थीं। ये नया वीडियो अलक़ायदा की ओर से पांच अप्रैल को जारी किया गया है जिसमें अयमान अल-ज़वाहिरी को एक ऐसी घटना के बारे में बात करते देखा और सुना जा सकता है जो आठ फ़रवरी को हुई थी।इस वीडियो में ज़वाहिरी ने भारत की जिस छात्रा का ज़िक्र किया है वो कर्नाटक में हिजाब विवाद के दौरान हिंदू कार्यकर्ताओं के सामने नारा लगाने के बाद चर्चा में आई थीं। अलक़ायदा की ओर से जारी वीडियो में उनके बारे में अंग्रेज़ी में लिखा है ‘भारत की नेक महिला।वीडियो को लेकर जानकार कई तरह के अंदाज़ लगाने की कोशिश कर रहे हैं।मसलन इस वीडियो में अलक़ायदा प्रमुख सेहतमंद नज़र आ रहे हैं।वीडियो को ऐसी जगह पर शूट किया गया है जो पहले के उनके वीडियो के बैकग्राउंड से काफ़ी अलग है. ये एक और निशानी है कि इस वीडियो को हाल ही में रिकॉर्ड किया गया है और ये कोई पुराना वीडियो नहीं है।इससे पहले अक्तूबर 2020 में जब अयमान अल-ज़वाहिरी की मौत और बीमारी की ख़बरें और अफ़वाहें सामने आनी शुरू हुई थीं तो अलक़ायदा की ओर से कई वीडियो सामने आए। लेकिन उन तमाम वीडियो में अयमान अल-ज़वाहिरी ऐतिहासिक घटनाओं और सैद्धांतिक विषयों पर बात करते नज़र आए थे, जिससे ये साबित करना मुश्किल था कि ये वीडियो क्या सच में नए हैं। उसके बाद ये शक मज़बूत हो गया कि अयमान अल-ज़वाहिरी की मौत या बीमारी से संबंधित अफ़वाहें सच हैं।अलक़ायदा प्रमुख का नया वीडियो तक़रीबन पौने नौ मिनट लंबा है जिसको अलक़ायदा के अल-शबाब मीडिया सेल की ओर से जारी किया गया है और टेलीग्राम और रॉकेट चैट अकाउंट के ज़रिए प्रसारित किया गया है।

खतरे की घंटी मुंबई में मिला कोरोना मरीज नहीं है XE वैरिएंट से संक्रमित

जायज़ा डेली न्यूज़ मुंबई (संवाददाता) एक समय में कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित रही मुंबई में फिर नए संकट की आहट मिली है। शहर में कोविड-19 के ओमिक्रॉन वैरिएंट के एक्सई (XE) वैरिएंट का पहला मामला मिला है। इसके अलावा ओमिक्रॉन के कप्पा वैरिएंट का एक मामला भी दर्ज किया गया है। यह जानकारी ग्रेटर मुंबई नगर निगम ने दी है। उधर, समाचार एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि एक्सई वैरिएंट के एक मामले की पुष्टि होने के बाद इंसाकॉग जीनोमिक एनालिसिस करा रहा है।नगर निगम ने बताया कि ‘कोविड वायरस जेनेटिक फॉर्मूला डेटरमिनेशन’ के तहत 11वीं जांच में 376 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग कराई गई थी। इनमें से 228 में ओमिक्रॉन से और एक मरीज ‘एक्सई’ वैरिएंट से संक्रमित मिला है। नगर निगम के अनुसार एक मरीज कोरोना वायरस के कप्पा वैरिएंट से भी संक्रमित पाया गया है।इन 376 नमूनों की जीनोम सीक्वेंसिंग कस्तूरबा अस्पताल की लैब में की गई थी। एक अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से संक्रमित पाए गए मरीजों की स्थिति गंभीर नहीं है।। मुंबई में मंगलवार को कोरोाना के 56 नए मामले दर्ज किए गए थे। यह आंकड़ा एक दिन पहले के मुकाबले करीब तीन गुना है।अधिकारी ने बताया कि एक्सई वैरिएंट ओमिक्रॉन के बीए.2 सब वैरिएंट के मुकाबले 10 फीसदी अधिक संक्रामक प्रतीत होता है। बता दें कि अभी तक कोरोना वायरस के बीए.2 वैरिएंट को अब तक का सबसे संक्रामक वैरिएंट माना जाता है। एक्सई वैरिएंट ओमिक्रॉन के बीए.1 और बीए.2 सब वैरिएंट के म्यूटेशन का परिणाम है।विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) कह चुका है कि कोरोना वायरस के नए वैरिएंट पिछले वैरिएंट की तुलना में अधिक संक्रामक हो सकते हैं।

गोरखपुर मंदिर पर हमला प्रकरण:मुर्तजा को लेकर लखनऊ पहुंची एटीएस

गोरखनाथ मंदिर में हमला।
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) गोरखपुर स्थित गोरखनाथ मंदिर में पुलिस कर्मियों पर हमले के आरोपी अहमद मुर्तजा अब्बासी को लेकर एटीएस की टीम बुधवार सवेरे लखनऊ पहुंच गई। अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने मीडिया को बताया कि पूरा मामला एटीएस को स्थानांतरित कर दिया गया है। उसे मुर्तजा की 6 दिन की रिमांड मिली है। मुर्तजा से लखनऊ एटीएस मुख्यालय में पूछताछ की जा रही है। उधर, एटीएस की अलग-अलग टीमें यूपी के विभिन्न जिलों के साथ ही मुंबई और तमिलनाडु में भी छानबीन कर रही है।सूत्रों के अनुसार मुर्तजा ने पुलिस और एटीएस को अब तक जो जानकारी दी, उसका सत्यापन भी कराया जा रहा है। वहीं, बैंकों से उसके खाते में हुए लेन-देन की जानकारी मांगी गई है। इससे पता चलेगा कि पैसे कहां से आ रहे थे और कहां खर्च किया जा रहा था। पुलिस को शक है कि मुर्तजा गुमराह कर रहा है। एटीएस मुर्तजा के संपर्क में पिछले कुछ माह में आए हर एक व्यक्ति की पड़ताल कर रही है। अब तक आधा दर्जन लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।एडीजी कानून व्यवस्था ने बताया कि मुर्तजा का लैपटॉप व मोबाइल कोर्ट में जमा है। जल्द ही उसकी छानबीन की जाएगी। जांच में केंद्रीय एजेंसियों की मदद ली जा रही है। केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी भी रिमांड के दौरान मुर्तजा से पूछताछ करेंगे। जरूरत हुई तो रिमांड की अवधि बढ़वाई जाएगी।एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि मुर्तजा का लैपटॉप व मोबाइल कोर्ट में जमा है। जल्द ही उसकी छानबीन की जाएगी। केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी भी रिमांड के दौरान मुर्तजा से पूछताछ करेंगे। वहीं, सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय जांच एजेंसियों के राडार पर मुर्तजा पहले से था। उन्हें कुछ इनपुट मिले थे, उसके आधार पर उसे ट्रैस किया जा रहा था। एडीजी ने भी इसे दबी जुबान स्वीकार किया है। मुर्तजा किसी आतंकी संगठन के संपर्क में था या नहीं, इस पर प्रशांत कुमार ने कहा कि अभी हम किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचे हैं। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है।

 

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