पैग़ंबर मोहम्मद पर टिप्पणी से पैदा हुए तनाव के बीच भारत आ रहे ईरान के विदेश मंत्री

जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर अब्दुल्लाहियान भारतीय अधिकारियों से मुलाकात करने के लिए तेहरान से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं।उनका ये दौरा ऐसे समय पर हो रहा है जब पैग़ंबर मोहम्मद को लेकर दिए आपत्तिजनक बयान से खाड़ी देश भारत से नाराज हैं।ईरान ने पैग़ंबर मोहम्मद को लेकर बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता के बयान मामले में भारत के राजदूत को तलब कर आपत्ति जताई थी। ईरान के अलावा क़तर, क़ुवैत, यूएई, बहरीन, सऊदी अरब, अफ़ग़ानिस्तान, इंडोनेशिया, मलेशिया, पाकिस्तान और मालदीव ने भी इस मामले की निंदा की है। पिछले साल कार्यभार संभालने के बाद ईरान के विदेश मंत्री की ये पहली भारत यात्रा है। उनकी भारतीय यात्रा में चाबहार बंदरगाह के ज़रिए कनेक्टिविटी और अफ़गानिस्तान की स्थिति पर खास तौर से चर्चा हो सकती है।ईरान के विदेश मंत्री होसैन अमीर-अबदुल्लाहियन के भारत यात्रा पर आने की जानकारी मिली है। विदेश मंत्री होसैन ईरान की नई सरकार के विदेश मंत्री हैं और उनके जनवरी, 2022 में ही भारत आने की तैयारी हो गई थी लेकिन भारतीय विदेश मंत्री को कोरोना होने की वजह से यह यात्रा टल गई थी। होसैन की यात्रा के दौरान दोनो देशों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों के नए एजेंडे पर काम शुरु किये जाने की संभावना है।अमेरिका के नेतृत्व में ईरान पर लगाये गये प्रतिबंध की वजह से भारत के साथ उसके कारोबारी व ऊर्जा रिश्तों में काफी सुस्ती आ गई है लेकिन इस प्रतिबंध के बावजूद दोनो देश अब रिश्तों को नये भरोसे के साथ आगे बढ़ने को तैयार है। विदेश मंत्री जयशंकर की तरफ से यूरोपीय मंच से ईरान के पक्ष में बोलना दरअसल भारत की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है। भारत को इस बात का अंदेशा है कि आने वाले दिनों में कच्चे तेल व गैस बाजार में भारी अस्थिरता रहेगी। अपनी जरूरत का 85 फीसद तक क्रूड विदेशों से आयात करने की वजह से भारत तेल आपूर्ति के लिए हर स्रोत को खंगाल रहा है।