जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली (संवाददाता) इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के मुताबिक़, देश में अबतक कोविड-19 की वजह से 196 डॉक्टर अपनी जान गंवा चुके हैं।इसकी वजहा चिंतित हैं । आईएमए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर ध्यान देने की अपील की है।आईएमए ने प्रधानमंत्री मोदी के नाम एक पत्र लिखा है, जिसमें कोविड संकट के दौरान डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं की तरफ प्रधानमंत्री का ध्यान दिलाया गया। पत्र में लिखा गया है, “कोविड की वजह से डॉक्टरों के संक्रमित होने और जान गंवाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं. इनमें कई जनरल प्रैक्टिशनर्स हैं. आबादी का बड़ा हिस्सा बुखार और संबंधित लक्षणों के लिए उनसे सलाह लेता है. वो फर्स्ट प्वाइंट ऑफ कॉन्टेक्ट होते हैं। अबतक हम अपने 196 डॉक्टरों को खो चुके हैं. सर, इस बात का ज़िक्र करना मुनासिब है कि कोरोना, सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में भेद नहीं करता. आईएमए देश भर के उन 3.5 लाख डॉक्टरों का प्रतिनिधित्व करता है,जो सस्ती स्वास्थ्य सेवाएं दे रहे हैं।”पत्र में ये भी लिखा है कि ऐसी विचलित करने वाली ख़बरें आ रही हैं कि डॉक्टरों और उनके परिजनों को अस्पतालों में बेड नहीं मिल रहे हैं और कई मामलों में दवा की भी कमी हुई है।“कोविड से हो रही डॉक्टरों की मौतों की संख्या चिंताजनक रूप से बढ़ रही है।”आईएमए ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ये सुनिश्चित करने की अपील की कि स्पेशल रिस्क ग्रुप के डॉक्टरों और उनके परिजनों को पर्याप्त स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जाएं. आईएमए ने कहा कि एक डॉक्टर की जान बचाने से उन हज़ारों लोगों की जान बचाई जा सकती है जो अपनी सेहत के लिए उस डॉक्टर पर निर्भर हैं।साथ ही ये अपील भी की गई कि सभी सेक्टरों के डॉक्टरों को सरकारी मेडिकल और लाइफ़ इंश्योरेंस की सुविधाएं दी जाएं।