उत्तर प्रदेश की सियासत मे एक बार फिर शिया समुदाए बना अहम मुद्दा मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ ने जनसभा मे मौलाना कल्बे जवाद का नाम लेकर प्रकट किया आभार

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (ज़हीर इक़बाल) उत्तर प्रदेश की सियासत मे एक बार फिर शिया समुदाए का मुद्दा ज़ोर पकड़ गया है 2017 मे आज़म खां की ज़ुल्म ज़्यादती से परेशांन होकर प्रमुख शिया धर्म गुरु मौलाना कल्बे जवाद की अपील पर शिया समुदाय ने सपा के खिलाफ वोट किया था। हालांकि इस बार हालात तब्दील हैं। और मुसलमानो के सभी फ़िरक़ों का झुकाओ सपा की तरफ साफ़ नज़र आ रहा है। इन पाँच सालो में बहुत कुछ बदल चुका आज़म खाँ जेल में हैं। वसीम से त्यागी बनने शिया वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चीयरमैन भी जेल में हैं। वैसे मौलाना कल्बे जवाद ने किसी पार्टी को वोट देने की अपील नहीं की है उन्होंने सिर्फ सूबे के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ के एहसान गिनाए कि उन्होने किस तरहाँ शिया वक़्फ़ बोर्ड के मामले पर शिया समुदाय का साथ दिया। क्योंकि सियासी माहौल गरम है।और सूबे मे चुनाव हो रहा है। इस लिए मौलाना के बयांन को लोगो ने हाथो हाथ ले लिया खुद सूबे के मुख्य मंत्री योगी आदित्य नाथ ने भरी सभा मे कहा की देश के सबसे बड़े शिया धर्म गुरु ने उनकी सरकार की तरीफ की है। योगी के भरी सभी मे ये कहने के बाद मीडिया का आकर्षण मौलाना की तरफ बढ़ गया हैं। वैसे मौलाना ने जो बाते कही हैं। वह उनकी क़ौम का दर्द है और समाज वादी पार्टी के अध्यक्ष अखलेश यादव को इस पर ध्यान देना चाहिए क्योकि मौलाना ने जिस तरहां आज योगी आदित्य नाथ की तारीफ़ की है। इससे ज़्यादा तारीफ़ मुलायम सिंह यादव की थी जब मुलायम सिंह यादव ने अपने दौर ए इक़्तेदार मे 13 रजब की छुट्टी वक़्फ़ आलम नगर की ज़मीन और इमाम बाड़ा सिब्तैनाबाद की बाज़याबी में मौलाना की मदद की थी।यहॉँ पर ये भी बता दे की उत्तर प्रदेश में योगी आदित्य की सरकार बनने के बाद जब महापुरुषो के उपलक्क्ष मे होने वाले अवकाश रद किये गए तो मौलाना कल्बे जवाद के कहने के बाद 13 रजब की छुट्टी रद नहीं की गई।आपको मालूम होना चाहिए कि दिल्ली की दरगाह शाहे मर्दा बीजेपी की वजहा से आज़ाद हो सकी वरना बरसों से उस पर क़ब्ज़ा था। उसके लिए कितनी लड़ाई लड़ी गई। कितनी लाठियां खाई गई। दरगाह पर गोलियां तक चलाई गई। बच्चों और औरतों पर आंसू गैस के गोले फेंके गए। कई बच्चे घायल हुए, उसके बाद 10 बरस तक मौलाना लड़ते रहे। उसके बाद जाकर उसे आजाद करवाया उसके बाद अरबों अरबों की जायदाद शियों के पास आई। लेकिन दिल्ली में आप पार्टी की सरकार बनते ही दिल्ली वक़्फ़ बोर्ड के चीयरमैन ने अपनी कमेटी गठित कर दी,इसी तरहां कश्मीर के जुलूस बीजेपी की ही देंन हैं। सवाल ये पैदा होता जो मौलाना क़ौम पर आने वाली हर आफत पर सीना सीपर होता है। उसके खिलाफ घटया और टटपुँजिये बयांन बाज़ी करे तो क़ौम के डूब मरने का मुक़ाम है।सवाल ये है की उत्तर प्रदेश के में रहने वाले हर ज़ात फ़िरक़े और मज़हब को हक़ के लिए बात करने का हक़ है तो क्या शिया फ़िरक़ा अपने मुतालबात पेश नहीं कर सकता है।मौलना कल्बे जवाद ने बयांन देकर क़ौम के वक़ार में न सिर्फ इज़ाफ़ा किया बल्कि उनका बयांन बहस का मौज़ू बन गया है जो एक ज़िन्दा क़ौम होने की अलामत है। भीड़ का हिस्सा बनकर बंधवा मज़दूरों की तरहा दूसरी सियासी पार्टी के डर में अपने हक़ का इस्तेमाल करने से बेहतर है की जिसको वोट दे रहे हैं उससे भी तो अपने हक़ का मुतालबा करे।और ये सिर्फ उसवक़्त ही मुमकिन हो सकता है जब आप के पास मज़बूत क़यादत हो मौलाना कल्बे जवाद ने अपनी बात रख कर पूरी क़ौम को इस गुलामी से आज़ाद करने की कोशिश की है क्योकि आपकी बार मुसलमानो मे ये डर साफ तौर पर नज़र आ रहा है।

चौथे चरण की वोटिंग के लिए थमा प्रचार,राजधानी लखनऊ समेत 9 जिलों में 23 फ़रवरी को डाले जाएगे वोट

 

जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) यूपी विधानसभा चुनाव के चौथे चरण की वोटिंग के लिए प्रचार का शोर सोमवार की शाम थम गया है। 23 फरवरी बुधवार को नौ जिलों की 59 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। मंगलवार की शाम तक सभी पोलिंग बूथों पर पोलिंग पार्टियां पहुंच जाएंगी। चौथे चरण में पीलीभीत, खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा और फतेहपुर में मतदान होगा।पहले तीन चरणों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश और बुंदेलखंड में चुनाव के बाद अब मतदान की प्रक्रिया चौथे चरण में अवध क्षेत्र से होते हुये पांचवें चरण में पूर्वांचल के इलाकों में दस्तक देगी। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस सहित अन्य दलों ने प्रचार अभियान में पूरी ताकत झोंक दी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गृहमंत्री अमित शाह के अलावा सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बसपा सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस चरण में धुंआधार प्रचार किया। प्रचार के अंतिम दिन गृहमंत्री अमित शाह पीलीभीत, महोली और बाराबंकी में रैली की। सीएम योगी ने रायबरेली समेत कई सीटों पर सभा की।इस चरण में योगी सरकार के दो मंत्रियों के अलावा दो केन्द्रीय मंत्रियों की भी प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी है। इनमें लखनऊ से सांसद एवं अध्यक्ष रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और लखीमपुर से सांसद एवं गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी शामिल हैं। इस चरण में योगी सरकार के कानून मंत्री ब्रजेश पाठक, लखनऊ कैंट सीट पर और नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन लखनऊ पूर्व सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। इस सीट पर सपा के अनुराग भदौरिया उन्हें चुनौती दे रहे हैं। लखनऊ की सरोजनी नगर सीट से पूर्व प्रशासनिक अधिकारी राजेश्वर सिंह भाजपा के उम्मीदवार हैं। इस सीट पर उनका मुकाबला सपा के अभिषेक मिश्रा कर रहे हैं। उनके अलावा सपा ने मोहनलालगंज से पूर्व सांसद सुशीला सरोज को मलीहाबाद सीट से उतारा है। चौथे चरण के अन्य प्रमुख उम्मीदवारों में रायबरेली सदर सीट से अदिति सिंह भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। हरचंदपुर सीट पर सपा ने भाजपा के बागी राकेश सिंह को उतारा है। वहीं, सपा से भाजपा में आये विधानपरिषद के उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल हरदोई सीट से चुनाव मैदान में हैं।इस चरण में 624 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 2 करोड़ 12 लाख 90 हजार 564 मतदाता हैं। इनमें 1 करोड़ 14 लाख 3 हजार 306 पुरुष और 98 लाख 86 हजार 286 महिला एवं 972 थर्ड जेंडर मतदाता हैं। 13 हजार 813 मतदान केन्द्रों के 24 हजार 581 मतदेय स्थलों पर मतदान कराने की तैयारियां चुनाव आयोग ने पूरी कर ली हैं। मंगलवार शाम तक पोलिंग टीम मतदान केन्द्रों पर पहुंच जाएंगी।

रूस का दावा,5 विध्वंसकारी मार गिराए;यूक्रेन बोला- फेक न्यूज


जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता)रूस की सेना ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन की सेना ने बमबारी कर उसकी सैन्य रक्षा चौकी को उड़ा दिया है। इसके जवाब में रूसी सेना ने यूक्रेन के पांच विध्वंसकारियों को मार गिराया है। हालांकि यूक्रेन ने इसे रूस की चाल बताया और कहा कि रूस तनाव भड़काने की कोशिश कर रहा है।ये खबर ऐसे समय में आई है जब यूक्रेन और उसके पश्चिमी सहयोगी कई दिनों से कह रहे हैं कि रूस एक बड़ी ताकत के साथ यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए बहाना ढूंढ़ रहा है। पश्चिमी देशों ने रूस पर अपने पड़ोसी देश पर आक्रमण करने की योजना बनाने का आरोप लगाया। बता दें कि 1991 में सोवियत संघ के पतन तक यूक्रेन रूस का ही हिस्सा था। मास्को ने किसी भी हमले की योजना से इनकार किया है, लेकिन व्यापक सुरक्षा गारंटी की मांग की है, जिसमें एक वादा ये भी शामिल है कि यूक्रेन कभी नाटो में शामिल नहीं होगा।रूस की एफएसबी सुरक्षा सेवा ने पहली बार इस तरह के दावे किए हैं। सेना ने कहा कि स्थानीय समय के अनुसार सुबह 9:50 बजे एक अज्ञात प्रक्षेपास्त्र से हमारी सीमा के 150 मीटर अंदर एफएसबी चौकी पर हमला किया गया। इसमें चौकी पूरी तरह तबाह हो गई। गोलाबारी में रोस्तोव क्षेत्र में स्थित सैन्य ठिकाना पूरी तरह ध्वस्त हो गया। यह चौकी सीमा पर तैनात सुरक्षा गार्ड इस्तेमाल करते थे। रूसी सेना ने एक वीडियो भी जारी किया है जिसमें एक कमरे का शेड दिखाई दे रहा है, जिसकी छत और दीवारें धंसी हुई हैं और एक रूसी झंडा बिखरा पड़ा है।हालांकि रूस समर्थित अलगाववादियों के खिलाफ संयुक्त सैन्य अभियान का नेतृत्व कर रहे यूक्रेन के प्रवक्ता पावलो कोवलचुक ने कहा, “रूस रोजाना ऐसी अफवाहें फैला रहा है ताकि उसे मौका मिल सके। हम उन्हें इससे रोक नहीं सकते और हमारी सेना कभी भी सैन्य चौकियों पर गोलियां नहीं चलाती।” उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों पर रूस समर्थक विद्रोहियों के कब्जा कर लेने पर यूक्रेन सेना ने कहा कि हम उनके खिलाफ गोलीबारी और तोपखाने का इस्तेमाल नहीं करेंगे।

क़ायम रज़ा खान के लिए उज़्मा परवीन ने मांगे वोट
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता)लखनऊ पश्चिम विधानसभा 171 से बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी क़ायम रज़ा खान ने अपने विधानसभा क्षेत्र के अलग अलग इलाकों में किया रोड शो। इस रोड शो में क़ायम रज़ा खान के साथ नज़र आईं जानी मानी समाज सेविका उज़्मा परवीन उर्फ झांसी की रानी। उज़्मा परवीन ने क़ायम रज़ा खान के लिए लखनऊ पश्चिम विधानसभा 171 की सम्मानित जनता से वोट की अपील करी। इस मौके क़ायम रज़ा खान के साथ काफी बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल व कारें साथ चलती नज़र आईं। जहां क़ायम रज़ा खान व उनके समर्थकों ने इस रोड शो को सफल बनाने में अपनी पूरी ताकत लगा दी। आपको बता दें ये रोड शो क़ायम रज़ा खान के कैम्पल रोड स्थित कार्यालय से शुरू हुआ जहां सैकड़ों की तादात में क़ायम रज़ा खान के समर्थक मौजूद रहे। जिसके बाद ये रोड शो पत्थर कटा होता हुआ धनियां महरी पुल, राजाजी पुरम से गुज़रता हुआ जलालपुर फाटक, पारा कालोनी, पुरविदीन खेड़ा से होता हुआ बुद्धेश्वर चौराहे से होते हुए दुबग्गा, सर्फ़राजगंज, बालागंज, ठाकुरगंज, कोनेश्वर से गुज़रता हुआ चौपटियों चौराहे से अकबरी गेट नक्खास से होता हुआ काज़मैन रोड से गुज़रता हुआ बुनियादबाग, दरगाह हज़रत अब्बास, कश्मीरी मोहल्ला, सहादतगंज से गुज़र कर वापस कैम्पल रोड स्थित अपने कार्यालय पर आकर समाप्त हुआ।

 

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