जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ । ( जावेद ज़ैदी) उत्तर प्रदेश हुकूमत की जानिब से ईद – अल – अज़हा (बकरीद) के सम्बन्ध में आज गाईड लाईन जारी कर दी गई हैं । जिसके मुताबिक बकरीद के त्योहार प कुर्बानी की इजाज़त होगी लेकिन कोविड – 19 के दिशा निर्दोशो पर अमल दर आमद के साथ वहीं ईद – अल – अजहा की नमाज़ ईद-उल फितर के मौके पर दिये गए दिशा निर्देशो के मुताबिक अदा की जा सकेगी। इस सिलसिले मे इमाम ईदगाह मौलाना खालिद – रशीद फिरगी महली ने जायजा डेली से बात करते हुए हुकूमत की जानिब से जारी गाईड लाईन पर इत्मिनान जाहिर किया है, लकिन कुर्बानी के जानवरो की खरीद व फ़रोख़्त के लिये मांडियों को लगाने के लिये कोई जिक्र न होने का सवाल उठाया है। मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि अगर कुर्बानी के जानवर मिलेगें नही तो लोग कुबानी किस पर दिलाए गे । मौलाना ने कहा कि उनका मुतालबा है कि हुकुमत कम अज कम एक हफता पहले बकरा मण्डी लगाने की इजाजत दे और प्रशासन की जानिब से बकरा मंडी यॉ लगाने की जगहो का ऐलान कर देना चाहिए । इसके साथ ही मौलाना फिरगीं महली ने मुसलमानो से अपील की है कि कोरोना वबा के इस पुर आशोब माहोल में हकूमत की जानिब से जारी तमाम गाईड लाईनो पर सख्ती से अमल करना होगा । नमाज के सिलसिले में उन्होने ईद उल फितर केमौके पर हकूमत के दिशा निर्देशो पर अमल दर आमद करने की तल्क़ीन की है।याद रहे, मौलाना खालिद रशीद ने मुख्य मन्त्री योगी आदित्य नाथ से मुलाकात कर के बकरीद के सिलसिले मे गाईड लाईन जारी करने की अपील की थी ।आज डीजीपी उत्तर प्रदेश के यहाँ से जारी दिशा निर्देशों मे तमाम ज़िलो के पुलिस प्रमुखों को कहा गया है की बक़रीद के अवसर पर विशेष सतर्कता बरती जाये ।इस वर्ष बक़रीद का त्यौहार पहली अगस्त को पड़ रहा है जबकि तीन अगस्त को श्रावण मास का अंतिम दिन होगा इस पर विशेष सतर्कता बरती जाये। धर्म गुरुओ से त्यौहार घर मे मानाने और मस्जिदों मे सामूहिक नमाज़ अदा न किये जाने के लोगो को प्रेरित करने की अपील की जाये ।सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखने के साथ सोशल मिडिया पर भ्रामक खबरे और अफवाहों पर प्रभावी करवाई की जाये गौवंश वध तथा उसका अवैध परिवहन पर प्रभावी नियंत्रण किये जाए तथा गोवध की भ्रामक अफवाहों पर भी प्रभावी करवाई की जाये । खुले स्थानों मे क़ुर्बानी और गैर मुस्लिम क्षेत्रों मे खुले मे मांस ले जाने पर प्रतिबन्ध लगाया जाये । नमाज़ियो के आने जाने वाले मार्ग पर सूअर व दूसरे जानवरो को जाने से रोका जाये क़ुरबानी के अवशेष सावर्जनिक स्थानो और और धार्मिक स्थानों के क़रीब नहीं डाले जाये ।निगरानी के लिए सी सी टीवी कैमरे विडिओ ग्राफ़ी टीम और ड्रोन का इस्तेमाल किया जाये ।