राहुल गांधी बोले- भजपा -संघ वाले हिंदू नहीं हैं,हिंदू धर्म की बुनियाद अहिंसा पर है लेकिन आरएसएस की विचारधारा नफरत से भरी है
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर देवी लक्ष्मी और दुर्गा के अपमान का आरोप लगाते हुए कहा है कि ये झूठे हिंदू हैं और धर्म की दलाली करते हैं। महिला कांग्रेस के कार्यक्रम में शिरकत करते हुए राहुल ने यह भी कहा कि बीजेपी ने कभी महिला को प्रधानमंत्री नहीं बनाया है। कांग्रेस की महिला इकाई ‘अखिल भारतीय महिला कांग्रेस’ के स्थापना दिवस समारोह में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी यह दावा भी किया कि आरएसएस और भाजपा के लोग ‘महिला शक्ति’ को दबा रहे हैं और भय का माहौल पैदा कर रहे हैं।राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी का जिक्र करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने ‘लक्ष्मी की शक्ति’ और ‘दुर्गा की शक्ति’ पर आक्रमण किया है। उन्होंने आरोप लगाया, ”वे (आरएसएस और भाजपा) अपने आपको हिंदू पार्टी कहते हैं और लक्ष्मी जी और मां दुर्गा पर आक्रमण करते हैं। फिर कहते हैं कि वे हिंदू हैं। ये लोग झूठे हिंदू हैं। ये लोग हिंदू नहीं हैं। ये हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं।” कांग्रेस नेता के मुताबिक, भाजपा और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है। राहुल गांधी ने कहा, ”अगर पिछले 100-200 साल में किसी एक व्यक्ति ने हिंदू धर्म को सबसे अच्छे तरीके से समझा और अपने व्यवहार में लाया, तो वह महात्मा गांधी हैं। इसे हम भी मानते हैं और आरएससस एवं भाजपा के लोग भी मानते हैं। महात्मा गांधी ने अहिंसा को सबसे अच्छे तरीके से जिया। हिंदू धर्म की बुनियाद अहिंसा है। इसके बावजूद आरएसएस की विचारधारा द्वारा महात्मा गांधी को गोली क्यों मारी गई? इस बारे में आपको सोचना होगा।” उन्होंने कहा कि वह आरएसएस और भाजपा की विचारधारा के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, ”देश में आरएससस और भाजपा की सरकार है। इनकी विचारधारा और हमारी विचारधारा अलग-अलग हैं। कांग्रेस की विचारधारा गांधी की विचारधारा है। गोडसे और सावरकर की विचारधारा और हमारी विचारधारा में क्या फर्क है, इसे हमें समझना होगा।हमें इनके खिलाफ प्रेम से लड़ना है। नफरत के जरिये हम नहीं लड़ सकते।

जौहर यूनिवर्सिटी केस :आजम खां जमा करेंगे 49.14 लाख का जुर्माना

जौहर यूनिवर्सिटी केस : आजम खां जमा करेंगे 49.14 लाख का जुर्माना, प्रक्रिया शुरू
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) जौहर विश्वविद्यालय गेट प्रकरण में ट्रस्ट की ओर से 49.14 लाख का जुर्माना जमा किया जाएगा। सेशन कोर्ट ने विश्वविद्यालय के मुख्य गेट को अवैध मानते हुए 1.63 करोड़ का जुर्माना डाला था। हाईकोर्ट के आदेश पर अब जौहर ट्रस्ट ने जुर्माने की एक तिहाई राशि को जमा करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए उनके अधिवक्ता की ओर से एसडीएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया गया है।जौहर विश्वविद्यालय के मुख्य गेट को तोड़े जाने के मामले में पिछले माह सेशन कोर्ट ने एसडीएम सदर कोर्ट के आदेश को बहाल रखते हुए विश्वविद्यालय के मुख्य गेट को अवैध मानते हुए इसे तोड़ने के आदेश जारी किए थे साथ ही कोर्ट ने 1.63 करोड़ रुपये का जुर्माना भी डाला था, जिसके बाद सपा सांसद आजम खां की ओर से हाईकोर्ट की शरण ली गई थी।हाईकोर्ट ने इस मामले में सेशन कोर्ट के गेट तोड़ने के आदेश पर तो रोक लगा दी थी,लेकिन सेशन कोर्ट द्वारा लगाए गए जुर्माना की राशि को जमा करने के आदेश दिए थे। हाईकोर्ट के आदेश के बाद अब जौहर ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं सपा सांसद आजम खां की ओर से उनके अधिवक्ता ने एसडीएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है,जिस पर उन्होंने कुल जुर्माना की एक तिहाई धनराशि को जमा करने के लिए प्रार्थना पत्र दिया है। पूछा है कि यह धनराशि किस मद में जमा की जाएगी।एसडीएम कोर्ट ने दो साल पहले जौहर यूनिवर्सिटी के मुख्य गेट को 15 दिन के भीतर हटाने के आदेश जारी किए थे कोर्ट ने यह इस मामले में 3.27 करोड़ रुपये की क्षतिपूर्ति के तौर पर भी दिए जाने के भी आदेश दिए थे। एसडीएम कोर्ट के इस आदेश के खिलाफ सेशन कोर्ट मामला पहुंचा,जहां से सेशन कोर्ट से भी राहत नहीं मिली। अब यह मामला हाईकोर्ट पहुंच गया है। हाईकोर्ट ने गेट तोड़ने के आदेश पर रोक लगा दी है साथ ही जुर्माना की एक तिहाई धनराशि जमा करने को कहा है।रामपुर। जौहर ट्रस्ट की ओर से पूछा गया है कि जुर्माना की राशि किस मद में जमा होनी है। इसका विवरण दे दिया जाए। कोर्ट की ओर से अभी इसका जवाब दिया जाना है। मद की जानकारी मिलने के बाद यह धनराशि जमा की जाएगी।

राकेश टिकैत ने ली चुटकी:कहा यूपी की राजनीति में चचाजान की एंट्री,ओवैसी की पार्टी भाजपा की बी टीम है


जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता)राकेश टिकैत ने ली चुटकी: कहा-वोट की खातिर देश को बांट रही भाजपा, राजनीति में अब्बाजान, चचाजान के बाद ‘ताऊ’ की एंट्री बाकी है ।प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में अब्बाजान, चाचाजान के बाद ताऊ की एंट्री होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद अब भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि भाजपा के बी ग्रुप के चाचा यूपी में आंध्र प्रदेश से आ गए हैं। अब ताऊ जी आएंगे। ए टीम भाजपा तो बी टीम एआईएमएएम पार्टी है। राकेश टिकैत ने कहा हर हर महादेव और अल्लाहहू अकबर किसानों के नारे हैं। भाजपा हमे न बताए कि किसानों को कौन से नारे लगाने चाहिए। आरोप लगाया कि भाजपा तो तोड़फोड़ की राजनीति करती है। राम का नाम भी बदलने का प्रयास किया जा रहा है।राकेश टिकैत ने कहा कि हम राम के वंशज हैं, हम रघुवंशी हैं। किसान जब घर से अपने बैल लेकर निकलता है तो कहता है कि ले राम का नाम। वह लोग हमें बता रहे हैं की जय श्री राम का नारा लगाओ।भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत आज मेरठ के कंकरखेड़ा निवासी शहीद मेजर मयंक विश्नोई के घर पहुंचे यहां से लौटते वक्त गोल्डन सर्किल स्थित कुटिया पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि भाजपा जिस तरह वोट की खातिर देश को बांटने का काम करती है उसी तरह किसान आंदोलन को खत्म करने के लिए उसे भी जाति में बांटने का काम कर रही है, लेकिन किसान भाजपा के इस खेल को जान चुका है। अब वह वही करेगा जो संयुक्त किसान मोर्चा का फैसला होगा। 

ओमप्रकाश राजभर बोले-योगी सरकार जाति-धर्म देखकर माफिया पर रही है कार्रवाई


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) यूपी के पूर्व मंत्री और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि योगी सरकार जाति-धर्म देखकर माफिया पर कार्रवाई कर रही है। मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद मुलसमान हैं, इसलिए बाहुबली हैं। बृजेश सिंह को भाजपा ने एमएलसी बनाया, धनंजय सिंह की पत्नी को जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया तो वो बाहुबली नहीं हैं। भाजपा के साथ आ गए तो बृजेश सिंह और धनंजय सिंह सज्जन हो गए। कौन माफिया है और कौन ईमानदार, यह तय करना अदालत का काम है। अदालत उन्हें सजा देगी। वाराणसी में मीडिया से बातचीत करते हुए राजभर ने कहा कि जबतक तहसीदार से मिलने वाला जाति का ठप्पा बंद नहीं होगा जातिवाद बंद नहीं होगा। तहसील से ठप्पा मारकर मिलता है कि कौन ब्राह्मण है, कौन राजभर और कौन यादव है। ओमप्रकाश राजभर प्रदेश सरकार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा सरकार प्रदेश को लूट रही है। महंगाई बढ़ रही है। आम जन मानस कराह रहा है। हम चार विधायक हैं। भाजपा की अर्थी को चारों विधायक कन्धा देंगे। रामनाम सत्य कहकर सबको बताएंगे। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि भागीदारी मोर्चा की सरकार बनते ही घरेलू बिजली पांच साल माफ होगी। शिक्षा नीति लागू कर अमीर गरीब की पढ़ाई समान करेंगे। एक से लेकर बीए तक निःशुल्क शिक्षा दी जाएगी। महीने में मिलने वाला राशन बीस किलो से बढ़ाकर 50 किलो किया जाएगा। पूर्वांचल अलग राज्य बनाने का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। गरीबों को मुफ्त चिकित्सा की व्यवस्था की जाएगी। प्रदेश में शराब बंदी लागू की जाएगी। ये पहली प्राथमिकता है।

कोरोना पर WHO की राहत भरी खबर, दुनियाभर में वायरस के नए मामलों में आई कमी

कोरोना पर WHO की राहत भरी खबर, दुनियाभर में वायरस के नए मामलों में आई कमी
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) कोरोना वायरस को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ओर से राहत भरी खबर आई है। डब्ल्यूएचओ ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि पिछले सप्ताह दुनिया भर में कोरोना वायरस के नए मामलों में दो महीने से अधिक समय में पहली बड़ी गिरावट देखने को मिली है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार पिछले सप्ताह दुनिया भर में कोरोना वायरस के करीब 40 लाख मामले दर्ज किए गए। हाल के सप्ताह में कोविड-19 के 44 लाख मामले दर्ज किए गए हैं। डब्ल्यूएचओ ने मंगलवार को जारी अपने साप्ताहिक आंकड़ों में बताया कि पिछले सप्ताह की तुलना में दुनिया के सभी क्षेत्रों में मामलों में कमी देखी गई है। वहीं, दुनिया भर में मौतों की संख्या में भी कमी आई है और यह लगभग 62,000 दर्ज की गई। सबसे ज्यादा कमी दक्षिण पूर्वी एशिया में आई है जबकि मौतों में अफ्रीका में सात प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा नए मामले अमेरिका, ब्रिटेन, भारत, ईरान और तुर्की में आए तथा वायरस का बेहद संक्रामक स्वरूप ‘डेल्ट अब 180 देशों में पहुंच गया है। डब्ल्यूएचओ ने यह भी कहा कि वयस्कों की तुलना में कोविड-19 से बच्चे और किशोर कम प्रभावित हैं। उसने कहा कि 24 साल से कम उम्र के लोगों की वायरस के कारण मृत्यु का प्रतिशत करीब 0.5 प्रतिशत है।इस बीच फ्रांस में बुधवार तक स्वास्थ्य कर्मियों को कोविड रोधी टीका नहीं लगाया गया तो वे काम पर नहीं जा सकेंगे, क्योंकि देश में स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगवाना अनिवार्य है और इसकी समय सीमा का बुधवार अंतिम दिन है। देश में करीब तीन लाख स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण नहीं हुआ है जिससे अस्पतालों को भय है कि उनके यहां कर्मियों की कमी हो सकती है।

 

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