शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड की बड़ी करवाई,प्रशासनिक अधिकारी सै.जाफर हुसैन निलंबित 25 मार्च को बोर्ड की बैठक मे होंगे अहम फैसले,ईरान ने की एक नई जंग शुरू, माना की गिराए थे अमेरिका दूतावास के पास मिसाइल,योगी के नए मंत्रिमंडल में दिखाई देगी मिशन-2024 की छाप
शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड की बड़ी करवाई,प्रशासनिक अधिकारी सै.जाफर हुसैन निलंबित,25 मार्च को बोर्ड की बैठक मे होंगे अहम फैसले
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चैयरमैन अली ज़ैदी ने आज बड़ी करवाई करते हुए प्रशासनिक अधिकारी सै.जाफर हुसैन को निलंबित कर दिया है। ईमानदार छवि रखने वाले और बेबाकी से काम करने वाले शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चैयरमैन अली ज़ैदी अभी जल्द ही अपने ईरान के दौरे से वापस आए हैं। उन्होने बताया की उन्होंने बताया की मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ कि ज़ीरो टोलरेंस नीति पर शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड काम कर रहा है। करोड़ों की वक़्फ़ ज़मीन को हानि पहुँचाने का मामला आया सामने था जिसमे जाँच मे दोषी पाए जाने पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।उन्होने बताया की यह मामलावक़्फ़ दरगाह नवाब सुल्तान अली खान शिकहोबाद का है। हैदर हुसैन रिज़वी की शिकायत को संज्ञान लेते हुए बोर्ड ने करावई की है। इस करावई से बोर्ड के कर्मचारियों में हड़कंप मच गया है।शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चैयरमैन अली ज़ैदी ने बताया की 25 मार्च को बोर्ड की बैठक प्रस्तावित है जिसमे कई वक़्फ़ में मुतवल्लीयो की तब्दीली कारण और बताओ नोटिस जारी किये जाएगे। चैयरमैन अली ज़ैदी ने बताया की वह अभी जल्द ही अपने ईरान के दौरे से वापस आए हैं। और उनका दौरा निहायत कामयाब था। ईरान के वक़्फ़ अमलाक में बेईमानी का तसव्वुर भी नहीं किया जा सकता है।
ईरान ने की एक नई जंग शुरू, माना की गिराए थे अमेरिका दूतावास के पास मिसाइल
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच एक नया संघर्ष छिड़ता दिख रहा है। इराक में स्थित अमेरिका के वाणिज्य दूतावास पर ईरान ने मिसाइल गिराने की जिम्मेदारी ली है। इसके साथ ही उसने है कि यह सीरिया में इजरायल के हमलों के जवाब में दागी गई हैं। ईरान का कहना है कि इजरायली हमले में उसकी सेना रेवोल्यूशनरी गार्ड के दो सदस्य मारे गए थे। इराक के विदेश मंत्रालय ने इस हमले के विरोध में रविवार को ईरान के राजदूत को तलब किया था तथा इसे देश की संप्रभुत्ता का घोर उल्लंघन बताया था। हालांकि रविवार को इरबिल शहर पर हुए हमले में कोई हताहत नहीं हुआ था। इस हमले से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव बढ़ गया है। इराक की सरकार ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे ‘अंतरराष्ट्रीय कानून और नियमों का उल्लंघन’ बताया और ईरान के नेतृत्व से स्पष्टीकरण मांगा। इराक के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अहमद अल-शाहाफ ने कहा कि मंत्रालय ने अपने कूटनीतिक विरोध दर्ज कराने के लिए ईरान के राजदूत इराज मजजेदी को तलब किया। अमेरिका ने इस हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि यह एक असैन्य निवास पर अनुचित हमला है। वाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जैक सुलिवान ने एक बयान में कहा, ‘हम ईरान को जवाबदेह ठहराने में इराक सरकार का समर्थन करेंगे और हम ईरान से ऐसे ही खतरों से निपटने में पश्चिम एशिया के अपने साझेदारों का समर्थन करेंगे।’अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि हमारा देश इराक की संप्रभुत्ता, स्वतंत्रता और क्षेत्रीय अखंडता के साथ खड़ा है। रक्षा विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने वाशिंगटन में पत्रकारों से कहा कि अमेरिकी सरकार के किसी भी कार्यालय को नुकसान नहीं पहुंचा है और इस बात के भी संकेत नहीं है कि निशाना वाणिज्य दूतावास था। ईरान की शक्तिशाली रेवोल्यूशनरी गार्ड ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि उसने इरबिल में इजराइली जासूसी केंद्र पर हमला किया। इस बीच ईरान ने क्षेत्रीय शत्रु सऊदी अबर के साथ वर्षों से चल रहे तनाव को कम करने के मकसद से बगदाद की मध्यस्थता वाली गुप्त वार्ता निलंबित कर दी है।
योगी के नए मंत्रिमंडल में दिखाई देगी मिशन-2024 की छाप
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का नया मंत्रिमंडल इस बार पहले से कई मायने में अलग होगा। इस मंत्रिमंडल पर मिशन-2024 की छाप स्पष्ट दिखाई देगी। टीम योगी का हिस्सा बनने वाले चेहरों के जरिए पार्टी मिशन-2024 के लिए क्षेत्रीय संतुलन के साथ ही सामाजिक समीकरणों को साधने का प्रयास करेगी। प्रशासनिक अनुभव वाले कुछ चेहरे भी इस बार मंत्रिमंडल में दिखाई दे सकते हैं। कोशिश होगी कि विधानसभा चुनावों में जहां पार्टी की स्थिति 2017 की तुलना में कमजोर हुई वहां प्रतिनिधित्व देकर उसे मजबूती दी जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पीएम नरेंद्र मोदी सहित पार्टी के तमाम शीर्ष नेताओं से मुलाकात और आभार प्रदर्शन के बाद सोमवार की शाम लखनऊ लौट आए। नई सरकार के स्वरूप को लेकर दिल्ली दरबार में मंत्रणा हो चुकी है। अब देखना यह है कि तय किए गए सांचे में कौन-कौन से चेहरे फिट होते हैं। यूं तो मंत्री बनने को लेकर विधायकों ने लखनऊ से दिल्ली तक दौड़ लगाई है। काम बन जाए इसलिए तमाम प्रयास और पूजा-पाठ का भी सहारा ले रहे हैं। सोमवार को भी भाजपा कार्यालय में दिनभर विधायकों का तांता लगा रहा।नई टीम में बृज क्षेत्र, मथुरा, आगरा, एटा, बदायूं, देविरया, हाथरस जिलों को प्रतिनिधित्व मिल सकता है। वहीं पश्चिम क्षेत्र में मेरठ को भी मंत्रिमंडल में प्रतिनिधित्व मिल सकता है। इसी तरह सहारनपुर, शाहजहांपुर, बरेली का प्रतिनिधित्व भी दिखेगा। कानपुर और गोरखपुर क्षेत्र, बलिया, फतेहपुर, काशी क्षेत्र से कई चेहरों को जगह मिल सकती है। लखनऊ और इलाहाबाद मंडल से फिर कई चेहरे मंत्रिमंडल में दिखेंगे।दूसरी ओर पार्टी में जीते गए विधायकों को लेकर क्षेत्रवार और जातीय आधार पर आंकलन किया जा रहा है। पूर्वांचल के कई इलाकों के साथ ही पश्चिम पर इस बार खास फोकस रहेगा। पहली सरकार में बेहतर प्रदर्शन न करने वाले कई चेहरों को बदलने की चर्चा तो रही लेकिन पार्टी ने चुनाव से पहले कोई जोखिम नहीं लिया। हालांकि नवंबर में जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कई चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह जरूर दी गई। नई टीम में खराब परफारमेंस वाले चेहरे रिपीट नहीं होंगे।