जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली(सवाददाता)अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव की मतगणना लगभग आधी पूरी हो चुकी है और पूर्व उप राष्ट्रपति तथा डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार जो बाइडेन अब भी आगे चल रहे हैं । हालांकि रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप भी ज्यादा पीछे नहीं है। फॉक्स न्यूज के अनुसार, 538 इलेक्टोरल कॉलेज सीट में से बाइडेन 207 और ट्रंप 148 पर जीत दर्ज कर चुके हैं। सीएनएन के अनुसार बाइडेन को 192 और ट्रंप को 108 इलेक्टोरल कॉलेज सीट पर जीत मिली है। न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के अनुसार बाइडेन को 133 और ट्रंप को 115 पर जीत हासिल हुई है। व्हाइट हाउस पहुंचने के लिए किसी को भी कम से कम 270 इलेक्टोरल कॉलेज सीट पर जीत दर्ज करनी होगी।

ताजा रिपोर्ट के अनुसार ट्रंप महत्वपूर्ण बैटलग्राउंड राज्यों फ्लोरिडा, नॉर्थ कैरोलाइना, ओहायो, पेनसिल्वेनिया, विस्कॉन्सिन और मिशिगन में आगे चल रहे हैं। वहीं, बाइडेन अरिजोना और मिनियापोलिस में आगे चल रहे हैं। बैटलग्राउंड उन इलाकों को कहा जाता है, जहां रुझान स्पष्ट नहीं होता। बाइडेन के अभियान दल ने फ्लोरिडा में अपने प्रदर्शन को अधिक अहमियत नहीं देने की कोशिश की, जहां 29 इलेक्टोरल कॉलेज सीट हैं। उसने एक बयान में कहा, ”हमने कहा था कि फ्लोरिडा में कांटे की टक्कर होगी और है भी…। हमने यह भी कहा था कि हमें उसे जीतने की जरूरत नहीं है और यही सच है।” अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतगणना मंगलवार रात को ही शुरू हो गई थी। दोबारा राष्ट्रपति चुने जाने के लिए मशक्कत कर रहे ट्रंप ने एक ट्वीट में परिणाम को लेकर विश्वास जताते हुए लिखा, ”हम पूरे देश में वास्तव में कुछ अच्छा देख रहे हैं। शुक्रिया।”ट्रंप व्हाइट हाउस से परिणामों पर नजर रख रहे हैं। इसके लिए व्हाइट हाउस के ईस्ट रूम में आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने करीब 250 चुनिंदा मेहमानों को आमंत्रित किया है।विशेषज्ञों के अनुसार नॉर्थ कैरोलाइना, ओहायो और पेनसिल्वेनिया की भूमिका नतीजों में अहम हो सकती है। ट्रंप को इन तीनों राज्यों में जीत दर्ज करनी होगी, वहीं बाइडेन इनमें से किसी भी एक राज्य में जीत दर्ज कर राष्ट्रपति पद पर पहुंच सकते हैं। अमेरिका में रात काफ़ी गहरी हो चली है और राष्ट्रपति चुनाव की मतगणना जारी है। लेकिन इस बीच राजधानी वॉशिंगटन डीसी की सड़कों पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ख़िलाफ़ प्रदर्शन हो रहे हैं। कैपिटल से मार्च करते हुए सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने ट्रैफ़िक रोका और पटाख़े छोड़े। कुछ लोगों ने नारे लगाए, “अगर हमें न्याय नहीं मिलता है तो उन्हें भी शांति नहीं मिलेगी।”ऐसे अधिकतर प्रदर्शन शांतिपूर्ण हैं लेकिन कई रिपोर्ट में व्हाइट हाउस के बाहर झड़प और टकराव की ख़बरें हैं। एनबीसी वॉशिंगटन के अनुसार, झड़पों के बाद तीन लोगों को गिरफ़्तार किया गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के आ रहे परिणामों के बीच राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने व्हाइट हाउस से एक संबोधन में कहा है कि ‘हम चुनाव जीते हैं.’ट्रंप ने अपने परिवार और करोड़ों समर्थकों का शुक्रिया अदा करते हुए कहा, “हम बड़े जश्न के लिए तैयार थे. हम सब कुछ जीत रहे थे।”ट्रंप ने कहा है कि ये एक धोखा है बहुत बड़ा धोखा, लोगों से उनका मताधिकार छीना जा रहे और वो ऐसा नहीं होने देंगे।उन्होंने कहा, “हम एक बड़े जश्न की तैयारी कर रहे थे और अचानक कुछ ऐसी बातें सुनने को मिल रही हैं जिससे लग रहा है कि कुछ बहुत दुखी लोगों का एक समूह है जो लोगों के मताधिकार के साथ खिलवाड़ कर रहा है. टेक्सस, फ़्लोरिडा, ओहायो में हम चुनाव जीत गए हैं, उन्हें पता है कि वे जीत नहीं सकते इसलिए वे मामले को कोर्ट में ले जाना चाहते हैं ये मैं पहले से जानता था और कह भी चुका हूँ।”“नॉर्थ कैरोलाइना में हम जीत चुके हैं. ये एक फ्रॉड है, शर्मनाक है, हमारे देश के साथ ये धोखा है. हम चुनाव जीत गए हैं. हमारा लक्ष्य इसे लागू कराना है। हम अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट में जाएँगे. वोटिंग ख़त्म होने के बाद वोट डालने नहीं दिया जा सकता।

पत्रकारअर्नब गोस्वामी मुंबई मे गिरफ़्तार अमित शाह समेत कई बीजेपी नेता परेशांन,

जायज़ा डेली न्यूज़ मुंबई (सवाददाता)रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी को बुधवार सुबह मुंबई पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया है। रिपब्लिक चैनल के मुताबिक़ मुंबई पुलिस की एक टीम बुधवार सुबह अर्नब गोस्वामी के घर पहुंची और उन्हें पुलिस वैन में बैठाकर अपने साथ ले गई है। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार पुलिस का कहना है कि अर्नब गोस्वामी को 53 साल के एक इंटीरियर डिज़ाइनर की आत्महत्या के मामले में गिरफ़्तार किया गया है।

वेबसाइट लाइव लॉ के मुताबिक़, मुंबई पुलिस ने अर्नब गोस्वामी को आत्महत्या के लिए उकसाने के 2018 के एक मामले में आईपीसी की धारा 306 के तहत गिरफ़्तार किया है। रिपब्किल टीवी के मुताबिक़ ये केस बंद हो चुका था, जिसे दोबारा खोला गया है।केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह , स्मृति ईरानी, प्रकाश जावेडकर, एस जयशंकर बीजेपी प्रेसिडेंट जे पी नड्डा समेत की बड़े नेता खुलकर रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्णब गोस्वामी के समर्थन में आए।अर्णब की गिरफ्तारी को प्रेस पर हमला बताया और कहा कि ये गिरफ्तारी आपातकाल के यादों को ताजा कर रही है। आगे ये भी कहा गया कि सोनिया और राहुल के शह पर गिरफ्तारी हुई है। इसे प्रेस की आज़ादी पर हमला बताया गया।समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक़ अर्नब गोस्वामी ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने उनके, उनकी पत्नी, बेटे और सास-ससुर के साथ हाथापाई की। रिपब्लिक टीवी चैनल के कुछ स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं जिनमें पुलिस अर्नब गोस्वामी के घर के अंदर घुसती दिख रही है और दोनों के बीच बहस होती दिख रहा है। चैनल पर चलाए जा रहे एक वीडियो में दिख रहा है कि पुलिस अर्नब को वैन में बैठा रही है। चैनल का दावा है कि अर्नब को उस मामले में गिरफ़्तार किया गया है, जो पहले ही बंद किया जा चुका है। ख़बर आने के तुरंत बाद ही ट्विटर पर हैशटैग #ArnabGoswami सबसे ऊपर ट्रेंड करने लगा है। केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने अर्नब गोस्वामी पर कार्रवाई की निंदा की है और कहा कि इसने इमरजेंसी के दिनों की याद दिला दी।उन्होंने ट्वीट किया, “मुंबई में प्रेस-पत्रकारिता पर जो हमला हुआ है वह निंदनीय है. यह इमरजेंसी की तरह ही महाराष्ट्र सरकार की कार्रवाई है। हम इसकी भर्त्सना करते हैं।अर्नब गोस्वामी के वकील ने पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि अर्नब की गिरफ़्तारी की जानकारी उनकी पत्नी को नहीं दी गई थी।वकील के मुताबिक़ अर्नब के साथ दो पुलिस अधिकारियों ने मारपीट की और तीन घंटे के लिए घर को घेर कर रखा गया।उन्होंने दावा किया कि अर्नब के बाएं हाथ पर खरोंच है।

गीतकार जावेद अख़्तर ने किया कंगना रनौत के ख़िलाफ़ मानहानि का केस
जायज़ा डेली न्यूज़ मुंबई (सवाददाता)एएनआई के अनुसार जावेद अख़्तर ने अंधेरी कोर्ट में केस किया है और इसकी सुनवाई तीन दिसंबर को होगी।क़ानूनी मामलों की वेबसाइट लाइव लॉ के अनुसार अभिनेता सुशांत सिंह राजपुत की मौत के मामले में जावेद अख़्तर का नाम घसीटने के आरोप में कंगना पर यह केस किया गया है।जावेद अख़्तर ने आईपीसी के सेक्शन 499 और 500 और सीआरपीसी के सेक्शन 200 के तहत कंगना पर केस किया है।जावेद अख़्तर की तरफ़ से केस करने के दौरान कहा गया है कि कंगना ने रिपब्लिक न्यूज़ चैनल को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि ‘माफ़िया’ लोग हिंदी फ़िल्म इंडस्ट्री को चला रहे हैं और महेश भट्ट और जावेद अख़्तर जैसे लोग इस कथित माफ़िया के हिस्सा हैं।कंगना ने रिपब्लिक चैनल से कहा था, “जावेद अख़्तर जैसे लोग हैं जो ख़ुद को नास्तिक कहते हैं। लेकिन उनका पूरा गिरोह इस बात पर निगाह रखता है कि कौन इस्लाम समर्थक है और कौन इस्लाम समर्थक नहीं है।”जावेद अख़्तर का कहना है कि कंगना के उस वीडियो को लाखों लोगों ने देखा है जिससे उनकी (जावेद अख़्तर ) की छवि को नुक़सान पहुँचा है।33 साल की कंगना रनौत के ख़िलाफ़ हाल के दिनों में कई केस दर्ज किए गए हैं।पिछले महीने बांद्रा की एक अदालत ने कंगना के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज करने के आदेश दिए थे।कोर्ट के अनुसार कंगना ने अपने ट्वीट के ज़रिए कथित तौर पर हिंदू और मुसलमानों में नफ़रत फैलाने की कोशिश की थी।उसके बाद मुंबई के एक वकील ने कंगना पर दो अलग-अलग केस किया है जिसमें उन्होंने कंगना पर न्यायपालिका के ख़िलाफ़ ट्वीट करने का आरोप लगाया है।वकील की शिकायत के बाद अंधेरी की अदालत ने कंगना और उनकी बहन के ख़िलाफ़ जाँच के आदेश दिए हैं।

 

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