41शिया नौजवानो को फाँसी दिए जाने पर ईरान का सख्त रुख रद की सऊदी के साथ सुलह की बात चीत,इराक में अमेरिकी दूतावास को निशाना बनाकर दागी गईं 12 मिसाइलें,बाल-बाल बचा अमेरिकी दूतावास

जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) 41 शिया नौजवानो को फाँसी दिए जाने पर ईरान ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए जहाँ एक तरफ अपने प्रतिद्वंद्वी देश सऊदी अरब से बातचीत बंद कर दी है। वही इराक़ में अमेरिकी दूतावास पर शनिवार रात 12 बैलेस्टिक मिसाइल से ताबड़तोड़ हमले किए हैं।

सउदी अरब में शनिवार को कुल 81 लोगों को फांसी दी गई। सरकार ने कहा कि वह पूरी दुनिया की स्थिरता के लिए खतरा पैदा करने वाले आतंकवाद और चरमपंथी विचारधाराओं के खिलाफ सरकार कठोर रुख अपनाना जारी रखेगी। हालांकि,फांसी देने के लिए शनिवार का ही दिन क्यों चुना गया, इसका खुलासा नहीं हुआ है।सऊदी अरब के आधुनिक इतिहास में एक ही दिन सामूहिक रूप से सबसे ज्यादा लोगों को मृत्युदंड दिए जाने का यह पहला मामला है। इससे पहले, जनवरी 1980 में मक्का की बड़ी मस्जिद से संबंधित बंधक प्रकरण के दोषी ठहराए गए 63 चरमपंथियों को मृत्युदंड दिया गया था।बताते चले की सऊदी अरब मे शिया आलम ए दीन शेख निम्र को फँसी दिए जाने के बाद ईरान में स्थित सऊदी दूतावास को आग लगा दी गई थी जिस के विरोध में सऊदी अरब ने ईरान से अपने सिफारती तालुक़ात ख़त्म कर लिए थे। लेकिन ट्रम शासन जाने के बाद सऊदी अरब और ईरान की क़ुर्बत बढ़ी थी और बात चीत का दौर शुरू हुआ था लेकिन आज तेहरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल के करीबी माने जाने वाली ईरानी समाचार वेबसाइट नोर न्यूज ने बताया है कि सरकार ने सऊदी अरब के साथ बातचीत को एकतरफा रोक दिया है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि नए दौर की बातचीत के लिए कोई विशेष तारीख नहीं निर्धारित की गई है।यह रिपोर्ट तब आई है जब सऊदी अरब ने एक ही दिन में 81 लोगों को आतंकी संगठनों से जुड़े होने सहित कई और आरोपों के तहत फांसी दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मौत के घाट उतारे गए 81 लोगों में से 41 शिया समुदाय के लोग थे। बता दें कि दोनों देश पिछले एक साल से बगदाद में बातचीत कर रहे हैं। इन बैठकों का मकसद राजनयिक संबंध बहाल करना है। सऊदी अरब और शियायों की क़यादत करने वाले ईरान ने पिछले साल तनाव को कम करने की कोशिश के लिए सीधी बातचीत शुरू की थी। सऊदी अरब में एक शिया मौलवी को फांसी दिए जाने के बाद ईरानी प्रदर्शनकारियों द्वारा तेहरान में सऊदी दूतावास पर धावा बोलने के बाद 2016 में रियाद ने ईरान के साथ संबंध तोड़ लिए थे।सऊदी अरब और ईरान सालों से अरब और अफ्रीकी मुस्लिम देशों में प्रभुत्व की लड़ाई लड़ रहे हैं। सीरिया, लेबनान,यमन और इराक जैसे देशों में दोनों देश एक-दूसरे के खिलाफ नजर आ रहे हैं। सऊदी अरब ने 2015 से यमन में ईरान-गठबंधन हूती आंदोलन के खिलाफ युद्ध छेड़ने वाले अरब गठबंधन का नेतृत्व किया है। इस बीच ईरान ने इराक स्थित अमेरिकी दूतावास पर शनिवार रात 12 बैलेस्टिक मिसाइल से ताबड़तोड़ हमले किए गए। मिसाइल दागने के बाद से परिसर में भीषण आग लग गई है। इराकी अधिकारियों के अनुसार लंबी दूरी की 12 बैलिस्टिक मिसाइलें इराक के एरबिल क्षेत्र में अमेरिकी वाणिज्य दूतावास की ओर दागी गई थीं। ताजा जानकारी के अनुसार इस हमले में किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है। हालांकि दूतावास के परिसर को भारी क्षति पहुंची है। स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक दागी गईं मिसाइलों का नाम फताह-110 है। इस बीच अमेरिकी सेना ने हमले पर तुरंत कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। वहीं कुछ अधिकारियों का कहना है कि ये मिसाइलें पड़ोसी देश ईरान से दागी गई हैं। वहीं अन्य अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि इस घटना की जांच इराक सरकार और कुर्द क्षेत्रीय सरकार द्वारा की जा रही है। अमेरिका ने इराकी संप्रभुता और हिंसा के खिलाफ हमले की निंदा की। वहीं सैटेलाइट प्रसारण चैनल कुर्दिस्तान 24, जो अमेरिकी वाणिज्य दूतावास के पास स्थित है। उसने हमले के तुरंत बाद के दृश्य को प्रसारित कर दिया, जिसमें उसके स्टूडियो के फर्श पर टूटे शीशे और मलबे दिखे।

यूक्रेन के मिलिट्री बेस पर रूस का एयर स्ट्राइक,35 की मौत,भरतीय दूतावास यूक्रेन से पोलैंड शिफ्ट करने का फैसला
जायज़ा डेली न्यूज़ नई दिल्ली (संवाददाता) रूस ने रविवार को यूक्रेन पर बड़ा एयर एस्ट्राइक किया है जिसमें 35 लोगों की मारे गए हैं और 134 लोग के घायल होने की सूचना है। रूस की ओर से यह एयर स्ट्राइक यूक्रेन के लविव में एक मिलिट्री बेस को निशाना बनाकर कर किया गया है। रूस की ओर से यूक्रेन पर किए जा रहे हमले का आज 18वां दिन है। रूस दिन पर दिन यूक्रेन पर हमले तेज करते हुए जा रहा है।न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने क्षेत्रीय गवर्नर मैक्सिम कोजित्स्की के हवाले से बताया कि यूक्रेन में लविव के पास एक एक मिलिट्री बेस पर हुए एयर स्ट्राइक में कम से कम 35 लोगों को मारे जाने और 134 अन्य के घायल होने की सूचना है। यूक्रेन के रक्षा मंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने भी ट्वीटर पर हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि रूस ने लविव के पास शांति स्थापना और सुरक्षा के अंतर्राष्ट्रीय सेंटर पर हमला किया है। विदेशी ट्रेनर यहां काम करते हैं।रणार्थियों के काफिले पर रूसी गोलाबारी में एक बच्चे सहित यूक्रेन के सात लोगों की मौत हो गयी। हमले के बाद यह काफिला वापस लौटने के लिए मजबूर हो गया। यूक्रेन के रक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी। एक खबर के अनुसार, ये सात लोग राजधानी कीव के उत्तर पूर्व में 20 किलोमीटर दूर पेरेमोहा गांव से जान बचा कर भाग रहे सैंकडों लोगों के काफिले में शामिल थे। यूक्रेन की राजधानी कीव और अन्य मुख्य शहरों पर रूस के हमले तेज होने के बीच भारत ने यूक्रेन में अपने दूतावास को सुरक्षा कारणों से अस्थायी तौर पर पोलैंड स्थानांरित करने का निर्णय लिया है।रूस के हमले का सामना कर रहे यूक्रेन में तेजी से बिगड़ते हालात को देखते हुए यूक्रेन में अपने दूतावास को अस्थायी तौर पर पोलैंड शिफ्ट करने का फैसला लिया है। यह फैसला यूक्रेन की राजधानी कीव और कुछ अन्य प्रमुख शहरों पर रूस के हमलों में तेजी आने के बीच लिया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘यूक्रेन के पश्चिमी भागों में हमलों सहित यूक्रेन में तेजी से बिगड़ती सुरक्षा स्थिति को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है कि यहां भारतीय दूतावास को अस्थायी रूप से पोलैंड में स्थानांतरित किया जाएगा। आगे के हालात को देख कर इस पर फिर फैसला लिया जाएगा।

 

 

 

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