जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के रामपुर से समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद आजम खान को इलाहाबाद हाईकोर्ट से दो जन्म प्रमाण पत्र मामले में जमानत मिल गई है। दो जन्म प्रमाण पत्र के मामले में उनकी पत्नी रामपुर से विधायक तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्लाह आज़मको भी कोर्ट से बेल मिल गई है. हालांकि ये तीनों फिलहाल जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे। अभी कई और जमानत के केस हाईकोर्ट में ही विचाराधीन हैं। बता दें कि भाजपा नेता आकाश सक्सेना ने तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। अब आकाश सक्सेना का कहना है कि हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ वह अब सुप्रीम कोर्ट जाएंगे। हाई कोर्ट के आज के ऑर्डर के मुताबिक, आजम खान को तब तक जमानत नहीं मिलेगी जब तक शिकायतकर्ता आकाश सक्सेना के ट्रायल कोर्ट में बयान दर्ज नहीं होंगे। बता दें कि सांसद आजम खान की विधायक पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को रामपुर के एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट से हाल ही में तीन मामलों में जमानत मिल गई थी ये जमानत जौहर यूनिवर्सिटी में किसानों की जमीन कब्जे के 3 मामलों में मिली. सपा सांसद आजम खान, पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम इन दिनों सीतापुर जेल में बंद हैं। जमानत मिलने के बाद भी अभी उनकी जेल से रिहाई नहीं हो पाई, क्योंकि अभी दो जन्मप्रमाण पत्र का मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन था।इसके अलावा आजम खान के पुत्र अब्दुल्ला आजम पर जन्मतिथि में हेराफेरी कर विधानसभा चुनाव लड़ने के आरोप में भी मुकदमा दर्ज हुआ। इसके बाद हाईकोर्ट ने अब्दुल्ला आजम का निर्वाचन भी रद्द कर दिया था। दर्जनों मामलों में आजम, तंजीन और अब्‍दुल्‍ला के नाम शामिल हैं। साल के शुरुआत में ही कोर्ट के बार-बार तलब करने पर भी गैर हाजिर होने के बाद तीनों को गिरफ़्तारी का आदेश दिया गया। इसके बाद कोर्ट ने तीनों को सुरक्षा की दृष्टि से सीतापुर जेल में भेज दिया।

सपा से प्रोफेसर रामगोपाल यादव राज्यसभा प्रत्याशी घोषित

उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में खाली हो रहीं 11 राज्यसभा सीट पर चुनाव के ऐलान की घोषणा के बाद पार्टियों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा शुरू कर दी है। मंगलवार को यूपी में समाजवादी पार्टी ने प्रोफेसर रामगोपाल यादव को राज्यसभा प्रत्याशी घोषित किया है। आपको बता दें कि 25 नवंबर को खाली हो रही यूपी की 10 और उत्तराखंड की एक राज्यसभा सीट पर 9 नवंबर को चुनाव होने हैं। इसके लिए चुनाव आयोग ने चुनाव कराने का ऐलान कर दिया है। विधायकों की संख्या के मुताबिक 1 सीट समाजवादी पार्टी के पाले में जा सकती है क्योंकि समाजवादी पार्टी के पास 48 विधायक हैं। बहुजन समाज पार्टी के पास 18, बीजेपी की सहयोगी अपना दल के 9, कांग्रेस के 7, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के 4, राष्ट्रीय लोकदल के 1 और 3 निर्दलीय विधायक हैं। दसवीं सीट पूरी तौर पर राजनीतिक गुणा भाग और विपक्षी एका पर निर्भर करेगा कि किसके पास जाएगा। 245 सदस्यों वाली राज्यसभा में इस वक्त भारतीय जनता पार्टी के पास अपने कुल 86 सांसद हैं।

कांग्रेस बिहार की राजनीति में नया सियासी बवाल खड़ा कर रही है?

पटना. बिहार विधानसभा चुनाव के लिए दूसरे चरण की अधिसूचना जारी हो चुकी है, लेकिन महागठबंधन में शामिल कांग्रेस के उम्मीदवारों के नामों की अभी तक घोषणा पूरी नहीं हुई है। इस बीच एक खबर ने बिहार की राजनीति में नया सियासी बवाल खड़ा कर दिया। बिहार में चल रही एक खबर के मुताबिक, कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन में अनियमितताओं के बाद तीन वरिष्ठ नेताओं को चयन समिति से हटा दिया, जिसमें बिहार कांग्रेस प्रमुख मदन मोहन झा, सीएलपी नेता सदानंद सिंह और चुनाव अभियान के नेता अखिलेश प्रसाद सिंह हैं। हालांकि कांग्रेस पार्टी ने इन खबरों का खंडन किया है। पार्टी का कहना है कि ये आधारहीन खबरें हैं। कांग्रेस पार्टी के बिहार चुनाव प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अभिनाश पांडे ने खबर का खंडन करते हुए ट्वीट किया। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से ऐसी खबरों का खंडन कर रही है यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक विश्वसनीय और जिम्मेदार संगठन ने इस भ्रामक जानकारी को एआईसीसी( AICC) के अधिकारियों के साथ सत्यापित किए बिना प्रसारित किया है. उन्होंने आगे कहा कि रेडियो चैनल द्वारा ट्वीट में उल्लेख किए गए नेता कांग्रेस के सम्मानजनक और सक्रिय सदस्य हैं, जो बिहार चुनाव की स्क्रीनिंग की कार्यवाही में गंभीरता से शामिल हैं। जबकि इस मामले पर बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्तिसिंह गोहिल ने न्यूज़ 18 से फोन पर हुई बातचीत में कहा कि खबर पूरी तरह गलत है। प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और विधायक दल के नेता सदानंद सिंह अभी हैं चयन समिति के सदस्य हैं। बिहार चुनाव में में टिकटार्थियों की नाराजगी पर शक्ति सिंह गोहिल ने कहा कि स्क्रीनिंग कमिटी प्रमुख अविनाश पांडे हैं और वो पूरी कोशिश कर रहे हैं कार्यकर्ताओं को टिकट दी जाए।

 

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