शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के चीयरमैन अली ज़ैदी के अहम् फैसले सपा सरकार मे छीना गया रामपुर का वक़्फ़ नवाबों को वापस आगरा वक़्फ़ मज़ार ए शहीद ए सालिस मे मौलाना आग़ा रूही की सरपरस्ती मे कमेटी गठित मौलाना कल्बे जवाद दरया वाली मस्जिद के मुतवल्ली बने


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड ने आज अहम करवाई करते हुए प्रदेश के कई औक़ाफ़ में नई वक़्फ़ कमेटीयो का गठन किया है। चीयरमैन अली ज़ैदी की अध्क्षता में उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड की मीटिंग में यह अहम फैसले लिए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक़ बैठक मे रामपुर मे खानदान नवाब रामपूर को सपा के क़द्दावर नेता आज़म खां द्वारा बेदख़ल कर दिया गया था इतना ही नहीं रामपुर में उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक़्फ़ बोर्ड के पूर्व चीयरमैन द्वारा कई दुकानों को धुवास्त करा दिया गया था। बहारहाल आज बेगम नूर बानो के ख़ानदान को तमाम औक़ाफ़ वापस करते हुए नई वक़्फ़ कमेटी का गठन कर दिया गया है। उधर आगरा वक़्फ़ मज़ार ए शहीद ए सालिस मे मौलाना आग़ा रूही की सरपरस्ती मे कमेटी गठित करदी गई हैं। यहाँ मौलाना आग़ा रूही के बेटे कमेटी मे सचिव होंगे सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़ इन तमाम औक़ाफ़ में क़ाबिज़ कमेटीयो पर भ्र्ष्टाचार के इलज़ाम लगाए थे । जिसमे बोर्ड पिछले कई माह से सुनवाई कर रहा था। सूत्रों के मुताबिक़ लखनऊ की दरया वाली मस्जिद मे मौलाना कल्बे जावद नक़वी को मुतवल्ली बनाया गया है। इसके अलावा वक़्फ़ मुर्तज़वी नेहरू क्रॉस,लखनऊ कम्पेबिल रोड पर वक़्फ़ मलका किश्वर और कश्मीरी मोहल्ला मे वाक़े मस्जिद मलका किश्वर मे भी कमेटी गठित करदी गई हैं।इसके अलावा कानपुर फरुखाबाद समेत कई ज़िलों में करवाई करते हुए वक़्फ़ कमेटीयो का गठन किया गया है।  

देश के नाम संबोधन में भारत पर बोले इमरान खान,नवाज़ शरीफ को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दोस्त बताया, कहा सरकार गिरने की साज़िश के पीछे अमरीका,इस्तीफ़ा नहीं दूंगा,आख़िरी गेंद तक मुकाबला करूंगा


जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली (संवाददाता) पाकस्तिान में अवश्विास प्रस्ताव का सामना कर रहे प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित किया। इस्तीफ़ा नहीं दूंगा, आख़िरी गेंद तक मुकाबला करूंगा अविश्वास प्रस्ताव का सामना कर रहे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने कहा है कि वो इस्तीफ़ा नहीं देंगे और विश्वास मत के बाद और मज़बूती से लौटेंगे.इमरान खान ने कहा कि पाकस्तिान का मकसद इस्लामी कल्याणकारी सरकार बनना था।पाकस्तिान में अवश्विास प्रस्ताव का सामना कर रहे प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को राष्ट्र को संबोधित किया। किसी कारणवश तय समय से देरी से शुरू राष्ट्र के नाम संबोधन में इमरान खान ने कहा कि यह समय पाकस्तिान का भवष्यि तय करने वाला समय है। उन्होंने कहा कि पाकस्तिान का मकसद इस्लामी कल्याणकारी सरकार बनना था। इमरान खान ने आगे कहा, ‘मैं राजनीति में एक सपना लेकर आया, मेरे पास किसी चीज की कमी नहीं थी।पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने अपने संबोधन एक बार फिर भारत को निशाने पर लिया।कहा कि पीएम मोदी नवाज शरीफ से छिप-छिपकर मिलते थे। पाक के वजीर-ए-आजम ने अपने संबोधन में अपनी सत्ता के खतरे के पीछे अमेरिका को दोषी ठहराया है। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका दागी नेताओं को सत्ता पर बैठाना चाहता है। रूस के दौरे के चलते अमेरिका ने हमसे रिश्ते खत्म करने की धमकी दी।इससे पहले इमरान ने कहा कि मेरे हमेशा तीन उसूल रहे हैं। इंसाफ, इंसानियत और खुद्दारी को साथ लेकर मैंने हमेशा काम किया है। आज पाकिस्तान के लिए फैसले की घड़ी है। पाकिस्तान के लिए कुछ करने राजनीति करने आया हूं। ईमान नहीं होता तो राजनीति में नहीं आता। इमरान खान ने कहा, “मैंने जो पॉलिसी बनाई वो किसी के खिलाफ नहीं थी। ये एंटी-अमेरिकन, एंटी-यूरोपियन, एंटी-इंडियन भी नहीं थी। इंडिया के खिलाफ हम तब गए जब उन्होंने कश्मीर के ऊपर इंटरनेशनल कानून तोड़ा।इमरान खान ने अपने संबोधन में कहा मैं बहुत खुशकिस्मत हूं कि मुझे जितना जरूरत थी उतनी शोहरत मिली। आज भी मुझे किसी चीज की जरूरत नहीं है। मैं पाकिस्तान की पहली जेनरेशन हूं। पाकिस्तान मुझसे सिर्फ पांच साल बड़ा है।पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने देश के नाम संबोधन में भारत का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपने पड़ोसी देश के साथ दोस्ती की पूरी कोशिश की। अविश्वास प्रस्ताव से पहले, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि देश अपने इतिहास में एक निर्णायक क्षण में पहुंच गया है।प्रधानमंत्री इमरान खान ने गुरुवार को उनके खिलाफ लाया गया अवश्विास प्रस्ताव वापस लिए जाने पर नेशनल असंबली भंग करने की पेशकश की। जिओ न्यूज के मुताबिक एक खास शख्सियत ने नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ को इस पेशकश का संदेश दिया। अवश्विास प्रस्ताव से पहले चर्चा के लिए नेशनल असेंबली के सत्र से पहले विपक्ष की बैठक के दौरान यह महत्वपूर्ण खुलासा हुआ।संडे को वोट दिया जाएगा, इस संडे को इस मुल्क का फैसला होने वाला है कि ये मुल्क किस तरफ जाएगा। क्या वही गुलामाना रवैया, भ्रष्टाचारी जिनके खिलाफ नैब में केस पड़े हैं। जितने भी खुशहाल मुल्क हैं, वहां सबसे ताकतवर मुजरिम को दबाकर रखा जाता है, लेकिन पाकिस्तान में इसका इंतजाम नहीं है। इमरान को साढ़े तीन साल हुए हैं, आप तो तीस साल से थे, तो ये जो हाल खराब हुए हैं क्या ये साढ़े तीन साल में हुए हैं। जो साढ़े तीन साल में हुआ है वो विपक्ष के तीस सालों में नहीं हुआ है। अब जो फैसला होना है कि 3 तारीख को होगा। किसी ने मुझसे कहा था कि आप इस्तीफा दे दें। मैंने हमेशा आखिरी बॉल तक क्रिकेट खेली है। जो भी रिजल्ट हो मुझे तो आगे तक लड़ना है। मुझे देखना है कि कौन अपने जमीर का सौदा करेगा। अगर कोई हमारी नीतियों के खिलाफ था तो उसे रिजाइन करना था, तब नहीं जब आपको 25 करोड़ रुपये ऑफर हो रहे थे। मैं पूछना चाहता हूं कि हमारे नौजवानों को हम क्या सबक दे रहे हैं।

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