जाएज़ डेली न्यूज़ लखनऊ (जावेद ज़ैदी ) नहीं निकला जायेगा चेहलुम का जुलूस कोरोना गाइड लाइन के तहेत इमाम बाड़ा नाज़िम साहब मे होगी मजलिस लेकिन लोगो के आने पर पाबन्दी रहेगी जिस मोहर्रम का साल भर इंतजार किया जाता था जिसके इस्तकबाल में घरों को आरास्ता किया जाता था इमामबाड़े सजाए जाते थे लेकिन अब वही मोहर्रम अपने आखरी दौर मैं है कर्बला के 72 शोहदा का चेहलुम भी कोविड-19 की नजर हो गया
हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के चेहलुम के मौके पर इस साल चेहल्लुम का जुलूस बरामद नहीं किया जा सकेगामौलाना हमीदुल हसन ने भी कोरोना वबा का हवाला देते हुए अजादारो को घर में ही इमाम का चेहल्लुम मनाने की अपील की है।
हालांकि चेहलुम के मौके पर इमामबाड़ा नाजिम साहब में होने वाली मजलिस ए आजा को प्रमुख शिया धर्मगुरु मौलाना कल्बे जावाद किताब करेंगे यह मजलिस दिन में 1:00 बजे हर साल इमामबाड़ा नाजिम साहब में होती है और उसके बाद जुलूस बरामद होता था लेकिन इस बार कोविड-19 की वजह से जुलूस बरामद नहीं होगा मजलिस कोविड-19 लाइन के अनुसार 100 व्यक्तियों से कम में की जा सकेगी मौलाना कल्बे जवाद ने शिया समुदाय को मजलिस में ना आने की ताकीद की है
जुलूस को लेकर बुजुर्ग आलिम ए दीन आयतुल्लाह मौलाना हमीदुल हसन ने लोगों सब्र तहम्मूल के साथ अपने अपने घरों में अज़ा ए हुसैन करने की अपील की है प्रमुख धर्मगुरु मौलाना कल्बे जावाद नकवी ने लोगों से अपील की है कि वह बड़ा इमामबाड़ा नाजिम साहब मैं तशरीफ ना लाएं मौलाना ने कहा कि कोविड-19 की गाइड लाइन का हर हाल में हमें पालन करना चाहिए मौलाना ने कहा है इंशाल्लाह आइंदा बरस हम गम ए हुसैन हमेशा की तरह मनायेंगे इस बीच कर्बला तालकटोरा के मुतावल्ली और एरिया के थाना इंचार्ज ने शिया समुदाय के लोगों से कर्बला तालकटोरा ना आने की अपील की है
तालकटोरा में मैं कोविड-19 के अनुसार ही लोग जा सकेंगे बताते चलें कि चेहलुम के रोज इस कर्बला में कसीर तादाद में लोग जमा होते हैं चेलू का जुलूस का समापन भी इसी कर्बला में होता है सुबह से शाम तक लोग कर्बला तालकटोरा मैं जियारत के लिए पहुंचते हैं लोग चेहलुम पर अपने खानदान वालों की कब्रों की मरम्मत वगैरह भी कर आते हैं
उधर लखनऊ की लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा अंजुमन ए इमामबाड़ा नाजिम साहब से अपने अपने अलम ए मुबारक लेकर नोहा खानी और सीना जनी करती हुई कर्बला तालकटोरा जाती हैं अंजुमन अंजुमन के हमरा कमा जंजीर का मातम करते हुए आजदार कर्बला पहुंचते हैं मगर अज़ादार इस साल अपने इमाम का चेहलुम भी ना कर सके पुलिस प्रशासन ने भीड़ न जुटे इसको रोकने के बन्दोबस्तकीये है।का जगह बैरिकेटिंग की गई है।