यूपी में कोरोना के नए मामले हुए कम लेकिन मौतों ने डराया, रिकार्ड 72 की जान गई,लखनऊ के 3,892 नए मामले व 21 मौतें
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) यूपी में लगातार नए रिकार्ड बना रहे कोरोना से सोमवार को थोड़ी राहत मिली। रविवार की तुलना में नए केस करीब दो हजार कम आए लेकिन मौतों की संख्या ने फिर डराया है। 24 घंटे में 72 लोगों की कोरोना से जान चली गई। यह इस महीने एक दिन का सबसे बड़ा आकड़ा है।लखनऊ के 3,892 नए मामले व 21 मौतें,प्रयागराज 1,295 नए केस और 15 मौतें,वाराणसी 1417 नए केस और 1 मौत,गोरखपुर में 474 नए केस और 3 मौतें हुई हैं। वहीं 13685 नए मरीजों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इससे पहले रविवार को 15353 मामले सामने आए थे। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने सोमवार को बताया कि प्रदेश में इस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 9224 हो गई है। उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटों के 13685 नए मरीजों के साथ ही 3197 मरीज ठीक हुए हैं। प्रसाद ने बताया कि राज्य में इस वक्त एक्टिव मामलों की संख्या 81576 हो गई है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सक्रिय मामलों की संख्या 81,576 है। कल प्रदेश में 1,93,379 सैंपल की जांच की गई। जिसमें से 89,000 से ज्यादा सैंपल की जांच RT-PCR के जरिए की गई है। अब तक प्रदेश में 3,69,54,537 सैंपल की जांच की गई। प्रदेश में कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज़ अब तक 75,76,365 लोगों को दी जा चुकी है। वैक्सीन की दूसरी डोज़ अब तक 12,70,243 लोगों को लगाई जा चुकी है। वहीं, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया कि सीएम योगी ने कोविड अस्पतालों में अतिरिक्त बेड की उपलब्धता के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने प्रतिदिन 1,50,000 RT-PCR टेस्ट करने के निर्देश भी दिए गए हैं।

 

गंगा जमनी तहज़ीब की मिसाल,अवध के इतिहासकार पद्मश्री योगेश प्रवीन नहीं रहे


जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ(संवाददाता) हमारे बाद भी कोई तुम्हें निहारेगा मगर वो आंख हमारी कहां से लाएगा। लखनऊ को इस नजर देखने वाले अवध के इतिहासकार योगेश प्रवीन अब हमारे बीच नहीं रहे। पद्मश्री योगेश प्रवीन का निधन हो गया। अचानक तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें बलरामपुर अस्पताल ले जाया जा रहा था। जहां रास्ते में ही उनका निधन हो गया। उनके भतीजे सौरभ श्रीवास्तव ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत खराब थी, कल से अचानक बुखार आ गया। आज बुखार बहुत तेज था। काफी देर तक एम्बुलेंस का इंतजार करते रहे। अस्पताल लेजाते समय उनकी मौत हो गई।पद्मश्री योगेश प्रवीण का नाम शहर के उन लोगों में शुमार रहा है जिन्होंने लखनऊ को एक अलग पहचान दिलाई है। उन्होंने लखनऊ के स्वर्णिम इतिहास को दुनिया के सामने रखा।योगेश प्रवीण गंगा जमनी तहज़ीब की मिसाल थे।उर्दू ज़बान पर की चाशनी उनकी बात चीत और लबो लहजे में पेवस्त थे।उर्दू शोअरा और अवध के बादशाहों की कहानिया से आम जान को रूबरू कराया अपनी पुस्तक लखनऊनामा के जरिये उन्होंने लाखों-करोड़ों लोगों को लखनऊ की रूमानियत, कला, संस्कृति से रूबरू कराया। लखनऊ नामा के लिए उन्हें नेशनल अवार्ड भी मिला। वह विद्यांत हिन्दू कॉलेज से रिटायर हुए थे। उन्हें लेखन की प्रेरणा अपनी मां रमा श्रीवास्तव से मिली। जो अपने जमाने की जानी मानी कवियत्री थीं। उनके छोटे भाई कामेश श्रीवास्तव में निधन की पुष्टि की। परमेश्वरी के अलावा उन्हें यश भारती, यूपी रत्न अवॉर्ड, नेशनल टीचर अवार्ड सहित कई सम्मान भी मिले थे। योगेश प्रवीण मशहूर अभिनेता शशि कपूर के पसंदीदा लेखकों में शामिल थे। उनकी फिल्म ‘जुनून’ के लिरिक्स योगेश प्रवीण ने ही लिखे थे। इतना ही नहीं जब फिल्म की शूटिंग लखनऊ में चल रही थी तब वह योगेश प्रवीण के साथ ही लखनऊ की धरोहरों का भ्रमण किया करते थे और लखनऊ से जुड़ी जानकारियां और किस्से सुनते थे। फिल्म उमराव जान में भी योगेश प्रवीण की अहम भूमिका रही। पद्मश्री योगेश प्रवीण की ख्वाहिश थी कि चौक स्थित उनका घर पंचवटी संग्रहालय बनाया जाए। इसके लिए वह पिछले कई वर्षों से लगातार प्रयास भी कर रहे थे। यह ख्वाहिश अधूरी ही रह गई।योगेश प्रवीण की जिंदगी के विभिन्न पहलुओं पर आधारित डॉक्यूमेंट्री लाइफ ऑफ योगेश प्रवीण जल्द ही रिलीज होगी। हालांकि डॉक्यूमेंट्री तैयार होने के बाद योगेश प्रवीण को दिखाई जा चुकी है लेकिन लॉकडाउन की वजह से इसे रिलीज नहीं किया जा सका था। डॉक्यूमेंट्री का निर्देशन शहर के युवा अश्विनी सिंह और लेखन हफीज किदवई ने किया है।

नातांज पर हमला: ईरान ने इस्राइल को ठहराया जिम्मेदार, कहा- उसी की भाषा में जवाब देंगे
जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली (संवाददाता)ईरान के विदेश मंत्री जव्वाद ज़रीफ़ ने कहा है कि उनका देश नतांज़ भूमिगत परमाणु संयंत्र पर हुए हमले का बदला लेगा. ईरान के मुताबिक़ इस हमले के पीछे इसराइल का हाथ था। रविवार को ईरानी अधिकारियों ने बताया था कि नतांज़ यूरेनियम संवर्द्धन संयंत्र ‘परमाणु आंतकवाद’ के निशाने पर आ गया। ईरान ने भूमिगत नातांज परमाणु केंद्र पर हमला करने के लिए सोमवार को इस्राइल को जिम्मेदार ठहराया। इस हमले में परमाणु केंद्र का सेंट्रीफ्यूज क्षतिग्रस्त हो गया था जिसका इस्तेमाल वहां पर यूरेनियम संवर्धन के लिए किया जाता है। ईरान ने कहा है कि वह हमले का बदला लेगा। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खतीबजादा की यह टिप्पणी रविवार की घटना के लिए पहली बार अधिकारिक तौर पर इस्राइल पर आरोप लगाती है। इस घटना से परमाणु केंद्र में बिजली चली गई थी।इस्राइल ने हमले की सीधे तौर पर जिम्मेदारी नहीं ली है। बहरहाल, शक फौरन उस पर गया, क्योंकि उसके मीडिया ने देश द्वारा विनाशकारी साइबर हमले की खबर दी जिससे बिजली गुल हो गई। अगर इस्राइल हमले के लिए जिम्मेदार है तो यह दोनों देशों के बीच तनाव को और बढ़ाएगा जिनके बीच पहले से टकराव चल रहा है। इससे पहले ईरान के असैन्य परमाणु कार्यक्रम के प्रमुख ने देश के नतांज परमाणु इकाई में बिजली आपूर्ति बाधित होने को ‘परमाणु आतंकवाद’ बताया था। ईरान के सरकारी प्रसारणकर्ता कान ने कहा कि हमले के पीछे इस्राइल की खुफिया एजेंसी मोसाद है। चैनल 12 टीवी ने ‘विशेषज्ञों’ का हवाला देते हुए कहा कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने से इस इकाई के सभी क्षेत्र प्रभावित हुए। किसी भी खबर में कोई स्रोत या इस बात का स्पष्टीकरण शामिल नहीं था कि मीडिया घराने इस आकलन तक कैसे पहुंचे। खतीबजादा ने कहा, ‘नातांज का जवाब इस्राइल से बदला लेना है। इस्राइल को उसके तरीके से ही उसका जवाब मिलेगा।’ हालांकि, उन्होंने इस बारे में विस्तार से नहीं बताया। खतीबजादा ने माना कि आईआर-1 सेंट्रीफ्यूज हमले में क्षतिग्रस्त हुआ है। हालांकि उन्होंने इस बारे में अधिक जानकारी नहीं दी। इस बीच, ईरान के अर्द्धसैनिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड के पूर्व प्रमुख ने कहा कि नातांज में हमले की वजह से आग भी लग गई थी और उन्होंने केंद्र पर सुरक्षा में सुधार करने की अपील की। मेजर जनरल मोहसिन रेजाई ने ट्विटर पर कहा कि नातांज में एक साल में दूसरी बार आग लगना घुसपैठ की घटना की गंभीरता का संकेत देता है। ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ ने कहा कि यह परमाणु समझौते को बचाने के लिए वियना में चल रही बातचीत को संकट में डालने वाला है। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ईरना ने जरीफ के हवाले से कहा, ‘यहूदी लोग प्रतिबंध हटाने में उनकी सफलता पर ईरानियों से बदला लेना चाहते थे। लेकिन हम ऐसा होने नहीं देंगे और इसका बदला लेंगे।’ रविवार को अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन से मुलाकात करने वाले इस्राइल के प्रधानमंत्री बेन्जामिन नेतन्याहू ने संकल्प लिया कि ईरान और विश्व शक्तियों के बीच परमाणु समझौते की बहालीके प्रयास को रोकने के लिए उनके बस में जो है, वो करेंगे। अमेरिकी रक्षा मंत्री ने सोमवार को इस्राइल के नेवतीम वायुसेना अड्डे पर इस पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया कि क्या ईरान को परमाणु कार्यक्रम पर फिर से बातचीत की मेज पर लाने के बाइडन प्रशासन के प्रयास बाधित होंगे

 

 

 

 

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