जिसको पूरे उत्तर प्रदेश की पुलिस नहीं पकड़ पाई उसे सिक्यॉरिटी गार्ड ने पकड़ा ?
जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ सात दिन से फरार विकास दुबे ने आखिरकार आज अपने को खुद पुलिस के हवाले कर दिया ।दुबे को मालूम था के मामला तूल पकड़ गया हैऔर उसका काउंटर होना तैय है| यही वजह है की उसने दुसरे राज्य मे खुद को पुलिस के हवाले किया इस गिरफ्तारी ने उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यकरदगी पर सवालिया निशान लगा दिया है बल्कि उसके सियासी कनेक्शन भी उजागर कर दिए हैं जब पुलिस राज्य की सभी सीमाएँ सील होने का दावा कर रही थी तो फिर विकास यू पी के बाहर कैसे निकल गया या वह अपने सियासी रुसूख़ की बदौलत निकाला गया ।विकस की गिरफ़्तारी के दो वीडियो आऐ हैं एक मे वह आराम से पुलिस के साथ जा रहा है जब की एक मे पुलिस उसके साथ ज़बर्दस्ती कर रही है ।हलाकि यह पहला मौक़ा नहीं इससे पहले कमेलश तिवारी के हत्यारे क़त्ल करने के बाद गुजरात भाग गए थे लेकिन विकास का अपराध बहुत बड़ा है उसने 8 जांबाज़ पुलिस वालो को शहीद किया है ।उज्जैन से आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक़, विकास दुबे ने गुरुवार सुबह महाकालेश्वर मंदिर पहुँचकर 250 रुपए की वीआईपी पर्ची कटवाई थी.पर्ची में नाम विकास दुबे ही लिखवाया गया. विकास के पास एक बैग था. वो मंदिर के सामने प्रसाद की एक दुकान पर भी गए. विकास अपना बैग कहीं रखना चाहते थे. एक व्यक्ति से विकास ने बैग रखने की जगह भी पूछी.उसके बाद विकास दर्शन करने के लिए मंदिर के अंदर पहुँचा ,इस दौरान सिक्यॉरिटी गार्ड को शक हो चुका था और पुलिस को भी सूचना दे दी गई थी.जब विकास दुबे बाहर निकला तो पुलिस आ चुकी थी और उन्हें हिरासत में ले लिया गया. विकास के दो साथियों बिट्टू और सुरेश को भी गिरफ़्तार किया गया है लेकिन अभी तक उनके बारे में ज़्यादा नहीं बताया गया है।