जायज़ा डेली न्यूज़ दिल्ली (संवददाता ) आज अमरीका के लड़ाकू जेट के ज़रिए ईरानी मुसाफिर तय्यारे की घेरा बंदी से मुसाफ़रों मे अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया ईरानी पॉयलेट ने इस घेरा बंदी को तोड़ने की कोशिश की जिस से यात्रियों को चोटें आई है ।अमरीका ने पहले इसका खंडन किया फिर इसको गलती क़रार दिया । बताते चले की ईरान समेत कई मुल्को के मुसाफिर विमान गलती से मार गिराए जा चुके हैं । ईरान में मीडिया का कहना है कि अमरीका का एक लड़ाकू जेट ईरान के एक यात्री विमान के काफ़ी क़रीब आ गया था और ये बहुत ख़तरनाक स्थिति थी। दावा किया गया है कि ये घटना सीरिया के हवाई क्षेत्र में हुई। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरिब का कहना है कि महान एयर के विमान के पायलट को इस कारण विमान की ऊँचाई एकाएक बदलनी पड़ी और इस वजह के कई यात्रियों को चोटें आई हैं।इरिब की ओर से जारी एक वीडियो में विमान की खिड़की से एक जेट नज़र आ रहा है. वीडियो में एक यात्री भी दिखता है, जिसके चेहरे पर ख़ून है।अमरीकी सेना ने बाद ये कहा कि इसका एफ़-15 जेट एक सुरक्षित दूरी पर था.।यूएस सेंट्रल कमान के प्रवक्ता कैप्टेन बिल अर्बन ने एक बयान में कहा- “अमरीका का एक एफ़-15 जेट अपनी नियमित उड़ान पर था. जेट ने महान यात्री विमान का स्टैंडर्ड विज़ुअल इंस्पेक्शन किया, वो भी एक सुरक्षित दूरी से. ये दूरी क़रीब 1000 मीटर यानी 3281 फ़ीट थी.”उन्होंने कहा कि अमरीकी जेट की निगरानी अल तन्फ़ के सैनिक अड्डे पर मौजूद अमरीकी सैनिकों की सुरक्षा के लिए थी. ये इलाक़ा इराक़ और जॉर्डन की सीमा पर है। कैप्टन अर्बन ने कहा कि जैसे ही एफ़-15 के पायलट ने ये समझ लिया कि ये महान एयरलाइंस का यात्री विमान है, जेट ने विमान से सुरक्षित दूरी बना ली। महान एयर का ये विमान तेहरान से बेरूत जा रहा था। बाद में इस विमान ने सुरक्षित रूप से लेबनान की राजधानी बेरूत में लैंडिंग की। वर्ष 2011 में अमरीका ने महान एयर पर पाबंदी लगा दी थी. अमरीका का आरोप था कि महान एयर ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स को वित्तीय और तकनीकी सहायता देता है। 2019 में कई पिठ्ठू यूरोपीय देशों ने भी इस एयरलाइंस पर पाबंदी लगा दी थी ।

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