जायज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ संवाददाता लॉक डाउन की चौथी गाइड लाइन के बाद धार्मिक स्थल मे लोगो ने आना जाना शुरू कर दिया है।पिछले शनिवार और रविवार लॉक डाउन और उसी दौरान मुहर्रम की वजहे से जहाँ ताज़िया रखा जाता है वह कर्बला बंद कर दी गई थी। लेकिन उसके बाद नियमित तौर पर धार्मिक स्थल खुल गए हैं ।परन्तु खदरा मे स्थित कर्बल मलका अफाक गार वाली कर्बला के दोनों गेट पर आज भी ताला पड़ा हुआ है। कर्बला को अगर बंद भी किया गया है तो गेट पर न तो कोई सुचना दी गई है न ही कारण बताने वाला कोई है। जिससे श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बताते चले की ये कर्बला हुसैनाबाद ट्रस्ट के अधीन है।ज़िलाधिकारी इसके चेयरमैन हैं और अपर ज़िलाधिकारी इसके सचिव होते हैं। एसीएम बतौर इंचार्ज इस का काम देखते हैं।वहां मौजूद कर्मचारियो से गेट खोलने को जब कहा जाता है तो एरिया की पुलिस का हवाला देकर ज़रीन को वापस कर रहे हैं।

संसद सत्र 14 सितंबर से प्रश्न काल नहीं होगा

14 सितंबर से शुरू हो रहे इस सत्र में प्रश्न काल नहीं होगा इस फ़ैसले को लेकर विपक्ष के सांसद आपत्ति जता रहे हैं। संसद सत्र दो पालियों में चलेगा। विपक्ष का आरोप है कि सरकार सवाल पूछने का लोकतांत्रिक अधिकार छीन लेना चाहती है। भारत में संसद सत्र शुरू हो, तो एक हेडलाइन बहुत चर्चा में रहती है- ‘संसद सत्र के हंगामेदार होने की आशंका। कई बार हंगामा प्रश्नकाल में होता है तो कई बार किसी विधेयक पर चर्चा के दौरान हंगामा होता है।कई बार संसद परिसर के अंदर अलग-अलग मुद्दों पर विपक्ष का धरना प्रदर्शन भी होता है। 14 सितंबर से शुरू हो रहे इस सत्र में लोक सभा और राज्यसभा की कार्यवाही पहले दिन को छोड़ कर दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक होगी। पहले दिन दोनों ही सदन सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक चलेंगे। लेकिन इस बार संसद सत्र शुरू होने के पहले ही हंगामा मचा है. कोरोना की वजह से संसद का मॉनसून सत्र इस बार देर से शुरू हो रहा है। इस कारण इस बार संसद सत्र को लेकर कई तरह के बदलाव भी किए गए हैं। लेकिन इस बार का संसद पहले के संसद सत्र की तरह हंगामेदार नहीं होगा। इसकी वजह है प्रश्न काल का ना होना। इस बार सांसदों को प्रश्न काल के दौरान प्रश्न पूछने की इजाज़त नहीं होगी. सरकार के इस फ़ैसले को लेकर विपक्ष के सांसद आपत्ति जता रहे हैं। टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने ट्वीट किया है, “सांसदों को संसद सत्र में सवाल पूछने के लिए 15 दिन पहले ही सवाल भेजना पड़ता था। सत्र 14 सितंबर से शुरू हो रहा है। प्रश्न काल कैंसल कर दिया गया है? विपक्ष अब सरकार से सवाल भी नहीं पूछ सकता. 1950 के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है? वैसे तो संसद का सत्र जितने घंटे चलना चाहिए उतने ही घंटे चल रहा है, तो फिर प्रश्न काल क्यों कैंसल किया गया। कोरोना का हवाला दे कर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।”वहीं कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर ने भी सोशल मीडिया पर सरकार के इस फ़ैसले की आलोचना की है। दो ट्वीट के ज़रिए शशि थरूर ने कहा है कि हमें सुरक्षित रखने के नाम पर ये सब किया जा रहा है। उन्होंने लिखा है, “मैंने चार महीने पहले ही कहा था कि ताक़तवर नेता कोरोना का सहारा लेकर लोकतंत्र और विरोध की आवाज़ दबाने की कोशिश करेंगे।संसद सत्र का जो नोटिफ़िकेशन आया है उसमें लिखा है कि प्रश्न काल नहीं होगा।हमें सुरक्षित रखने के नाम पर इसे सही नहीं ठहराया जा सकता।”

प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का खुलासा

प्रॉपर्टी डीलर की हत्या का महजचंद घंटों में पुलिस ने खुलासा कर दिया है । डीसीपी पूर्वी चारु निगम ने मोर्चा संभालते ही हत्यारों को धर दबोचा बताते चले की आज सुबह लखनऊ में फायरिंग कर प्रॉपर्टी डीलर को गोली मारी गई थी। स्कार्पियो सवार बदमाशों ने पीजीआई थाना क्षेत्र के सेक्टर 14 बरौली क्रॉसिंग पीजीआई क्षेत्र में दुर्गेश यादव को गोली मार कर हत्या कर दी थी। गयी,पुलिस के मुताबिक़ साथियों ने वाद-विवाद में गोली मारी , लगभग 15 मिनट पैसे के लेनदेन को लेकर बहस हुई । जमीन का काम करता है दुर्गेश यादव पेट में गोली लगी। ट्रामा सेंटर ले जाया गया। पुलिस ने आरोपी मनीष यादव गिरफ्तार,कर वाहन बरामद कर लिया है । फिरोजाबाद का रहने वाला है मनीष यादव हत्यारोपी महिला पलक ठाकुर समेत चार अब तक फरार बताए गए है।शुरुआती जांच के मुताबिक फर्जी मार्कशीट के रैकेट से मामला जुड़ा है।मृतक दुर्गेश यादव था गोरखपुर का हिस्ट्रीशीटर हैं। मृतक और आरोपी फर्ज़ी मार्कशीट के रैकेट से जुड़े थे। सचिवालय कर्मी के मकान में किराए पर रहते थे।

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