जाएज़ा डेली न्यूज़ लखनऊ (संवाददाता) ईरान की न्यूज़ एजेंसी अबना ने इराक़ी सरकार के हवाले से ख़बर दी है कि इराक़ मे मोहर्रम के सिलसिले मे आने वाले ज़ाएरीन पर पाबंदी लगा दी गई है। इराकी पुलिस कर्बला की सरहदों को सील करने के इंतेज़ाम कर रही है। कोरोना महामारी को लेकर हुक्काम मे तशवीश पाई जा रही है इस दौरान कर्बला के गवर्नर ने यौम ए अरफ़ा और ईद ए ग़दीर तक ज़ाएरीन के कर्बला मे दाखले पर पाबंदी लगा रखी थी लेकिन अब इसको 13 मोहर्रम तक बढ़ा दिया है। कर्बला के गवर्नर के आदेश का हवाला देते हुए बताया गया है, कि इस बार आशूरा मोहर्रम मे गैर मुल्की ज़ाएरीन के अलावा मुल्क के ज़ाएरीन भी कर्बला मे नहीं दाखिल हो सकेगे।करोना महामारी के फैलने के मद्दे नज़र ये फैसला किया गया है।कहा गया हैकि मोहर्रम के पहले अशरे, यौम ए अशूरा और यौम ए तासुआ को खास तौर पर कर्बला मे दाखले पर पाबंदी रहेगी बताते चलेकि यौम ए अशूरा उस दिन को कहते हैं जिस दिन नवासे रसूल हज़रात इमाम हुसैन को शहीद कर दिया गया था और यौम ए तासुआ 9 मोहर्रम को कहते है इस दिन इमाम हुसैन पूरी तरहां यज़ीद की फ़ौज मे घिर चुके थे इन अय्याम मे कर्बला की सर ज़मीन ज़ाएरीन से लबरेज़ होती है ।सवाल ये पैदा होता की क्या क़बीला बानी असद के लोगो पर भी ये पाबन्दी लगाई जायेगी ? कर्बला के गवर्नर ने ये फैसला उस वक़्त लिया है जब इराक़ मे रहने वाले और दुनियां मे शिया फ़िरक़े के सबसे अहम मज़हबी रहनुमा आयतुल्लाह सिस्तानी ने कोरोना महामारी के फैलने के मद्दे नज़र किसी क़िस्म के इज्तेमा से गुरेज़ करने की ताकीद की है ।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here